Quantcast
Channel: DESIBEES - All Forums
Viewing all 11760 articles
Browse latest View live

पति की कमजोरी के कारण भाभी चुद गई

$
0
0
मेरा नाम परेश है, मैं गुजरात से हूँ। मैं दिखने में बहुत आकर्षक हूँ। कोई भी लड़की मुझ देखते ही मुझ पर मर जाती है। मेरे लंड का साइज़ भी औसत से बड़ा है।

मेरे पड़ोस में एक कपल रहते हैं.. सूरज भैया और लीना भाभी, उनकी शादी को 4 साल हो गए हैं, अभी उनका कोई बच्चा नहीं है।
लीना भाभी से मेरी अच्छी बनती है, मैं अक्सर उनके काम करता रहता हूँ।

एक दिन में लीना भाभी के घर पर था। मैं उनकी अलमारी के पास खड़ा था.. तभी लीना भाभी आईं और उन्होंने अलमारी में से कुछ निकाला और अलमारी खुली छोड़ कर वहाँ से चली गईं।
मेरी नज़र उनकी खुली अलमारी पर पड़ी तो मैंने देखा कि पूरा बड़ा डिल्डो पड़ा था। जब मैं वो देख रहा था तो लीना भाभी की नज़र मुझ पर पड़ गई।
वो जल्दी से आईं उन्होंने अलमारी को फटाक से बंद कर दिया और शर्मा के चली गईं।

कुछ दिनों के बाद जब सूरज भैया अपने काम से दिल्ली गए। तो लीना भाभी ने मुझे बुलाया और कहा- तुम कुछ दिन यहीं मेरे पास रूक जाओ.. सूरज दिल्ली अपने काम से गया है।
मैंने फट से ‘हाँ’ कर दी। रात को जब हम दोनों ने खाना खा लिया तो हम दोनों सोफे पर बैठे हुए इधर-उधर की बातें करने लगे।
मैंने लीना भाभी से जानबूझ कर पूछा- भाभी उस दिन वो लम्बी सी क्या चीज थी?
लीना भाभी कुछ नहीं बोलीं।

मैंने फिर पूछा.. तब भी वो कुछ नहीं बोलीं।
थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि लीना भाभी की आँखों में आंसू थे। वो बोलीं- सूरज ने 4 साल में मुझे कुछ नहीं दिया।
मैंने उन्हें चुप कराने लिए उनकी गाल से उनके आंसू पोंछने की कोशिश की तो भाभी मुझसे लिपट गईं।

मेरे मन में आज तक लीना भाभी के लिए कोई ग़लत सोच नहीं थी। वो मुझसे बहुत जोर लिपटी हुई थीं और मेरी छाती उनके चूचों से दबी हुई थी।
तभी भाभी मेरी कमर को सहलाने लगीं, अब मैं भी गर्म हो गया था, मैंने भी लीना भाभी को ज़कड़ लिया।
लीना भाभी ने मुझे प्यार से देखा और मेरे होंठों पर एक लम्बा सा किस किया, फिर हम दोनों एक-दूसरे को बेहताशा चूमने लगे।

काफी देर तक किस करने के बाद मैंने लीना भाभी के चूचों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और भाभी के मम्मों को कपड़ों के ऊपर से ही सहलाने लगा।
तभी लीना भाभी का हाथ मेरे कड़क हथियार पर चला गया और भाभी ने मुझे खड़ा होने के लिए कहा। मैं खड़ा हुआ तो लीना भाभी ने मेरी पैन्ट उतार दी।
अब लीना के सामने मैं चड्डी में था और मेरा कड़क लंड साफ़ साफ़ दिख रहा था। लीना भाभी मेरे लंड को अपने हाथ से सहलाने लगीं। मैंने भाभी के टॉप को उतारा और उनकी लैगी को भी उतार दिया।
अब लीना भाभी मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पैन्टी में ही थीं। लीना भाभी इस वक्त बहुत ही खूबसूरत लग रही थीं। फिर मैंने भाभी को पूरा नंगा किया और उन्हें किस करने लगा। लीना भाभी तो समझो पागल हो रही थीं।
फिर भाभी ने अपना एक चूचा मेरे मुँह से चुसवाते हुए कहा- परेश अब मुझे और ना तड़पाओ।
मैं चुदाई करने के आसन में हुआ और मैंने भाभी की टांगों को उठाया और लीना भाभी की बुर पर अपना लंड रख दिया।

लीना भाभी की बुर बहुत ही गोरी और टाइट थी। मैंने हल्का सा धक्का दिया.. तो मेरा लंड दो इंच अन्दर घुस गया।
भाभी चीख पड़ीं- आह.. आह.. उईई.. मार डाला परेश।

मैं रुक गया और कुछ देर मैंने कुछ नहीं किया। फिर मैंने ज़ोरदार धक्का मारा तो मेरा लंड लीना भाभी की बुर को फाड़ते हुए उनकी बच्चेदानी तक घुस गया।
लीना भाभी रो पड़ीं, मैंने धीरे-धीरे धक्का लगाना शुरू किए।

अब लीना भाभी भी मेरा साथ दे रही थीं। हम दोनों ने तकरीबन दस मिनट तक जबरदस्त चुदाई की। लीना भाभी तो इस बीच दो बार झड़ चुकी थीं। अब मेरा भी होने वाला था.. तो लीना भाभी को मैंने बताया- भाभी मेरा होने वाला है.. क्या करूँ?
लीना भाभी ने कहा- अन्दर ही छोड़ दो।
मैंने पूरा माल उनकी चूत में अन्दर ही छोड़ दिया और हम दोनों एक-दूसरे पर निढाल होकर लेट गए।

लीना भाभी ने मुझे ‘थैंक्स’ कहा और बोलीं- परेश आज तक मैं कुंवारी जैसी ही थी। अब मुझे इसी तरह ही प्यार करना आई लव यू..

मामी की चुदाई

$
0
0
अपनी मामी के साथ कुछ ऐसे ही शुरुआत करने से हुई..

हाय दोस्तों मेरा नाम राज है। मैं मेरे मामा और मामी के साथ दिल्ली में रहता हूँ मेरे मामा प्रबंधक के रूप में filpkart में काम किया करते थे। मामी मुझसे लगभग बारह साल बड़ी थी। मैं उस समय कोई १८-१९ साल का था।
घर पर सभी मुझे राज कह कर बुलाते थे। मामी की तेज नजरें मुझ पर थी। वो मेरे आगे कुछ ना कुछ ऐसा करती थी कि मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था। वो शरीर में भरी पूरी थी और बदन गदराया हुआ था। उनके सुडौल स्तन बहुत ही मनमोहक थे और थोड़े भारी थे।
मुझे मामी के बोबे और मटके जैसे चूतड़ बहुत अच्छे लगते थे। मेरी कमजोरी भी यही थी कि जरा से मामी की चूचियाँ हिली या चुतड़ लचके, बस मैं उत्तेजित हो जाता था और लण्ड को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता था।
भाभी को भी ये बात शायद मालूम हो गई थी कि उनके कोई भी एक्शन से मेरा बुरा हाल हो जाता था।
आज भी कमरे में सफ़ाई कर रही थी वो। उसके झुकते ही उसके बोबे झूल जाते थे, और मैं उन्हें देखने में मगन हो जाता था। वो जान कर के उन्हें और हिलाती थी। मुझे वो तिरछी नज़रों से देख कर मुस्कराती थी, कि आज तीर लगा कि नहीं।
वो अपने गोल मटोल चूतड़ मेरी तरफ़ करके हिलाती थी और मुझे अन्दर तक हिला देती थी। आज घर पर कोई नहीं था, सो मेरी हिम्मत बढ़ गई। सोचा कि अगर मामी नाराज हुई तो तुरंत सॉरी कह दूंगा।
मैं कम्प्यूटर पर बैठा हुआ कुछ देर तक तो उनकी गोल गोल गाण्ड देखता रहा। बस ऐसा लग रहा था कि उनका पेटीकोट उठा कर बस लण्ड गाण्ड में घुसा दूँ। बस मन डोल गया और मैंने आखिर हिम्मत कर ही दी।
‘राज क्या देख रहे हो ?’ ‘मामी, बस यूँ ही…. आप अच्छी लगती हैं !’
वो मेरे पास आ गई और सफ़ाई के लिये मुझे हटाया। मैं खड़ा हो गया। अचानक ही मेरे में उबाल आ गया और मैं मामी की पीठ से चिपक गया और लण्ड चूतड़ों पर गड़ा दिया।
भाभी ने भी जान कर करके अपने चूतड़ मेरे लण्ड से भिड़ा दिया। पर उनके नखरे मेरी जान निकाल रहे थे।

‘राज, हाय ! क्या कर रहा है !’
‘मामी अब नहीं रहा जा रहा है..’ मामी ने अपनी गाण्ड में लण्ड घुसता मह्सूस किया और लगा कि उसकी इच्छा पूरी हो रही है। वो पलटी और और मुझे अपनी बाहों में कस लिया और अपनी भारी चूंचियाँ मेरे शरीर से रगड़ दी।
‘हाय, पहले क्यूँ नहीं किया ये सब?’ और मुझे बेतहाशा चूमने लगी। मुझे भी साफ़ रास्ता मिल गया। मेरी हिम्मत ने काम बना दिया।
‘आप इशारा तो करती, मेरा तो लण्ड आपको देखते ही फ़ड़क उठता था, लगता था कि आपको नंगी कर डालू, लण्ड घुसा कर अपना पानी निकाल दूँ !’
‘कर डाल ना नंगी, मेरे दिल की निकाल दे, मुझे भी अपने नया ताजा लण्ड का स्वाद चखा दे रे !’ भाभी का बदन चुदने के लिये बेताब हो उठा था।
‘मामी, तुम कितनी मस्त लग रही हो, अब चुदा लो ना, मेरा लण्ड देखो, निकालो तो सही बाहर, मसल डालो मामी, घुसा डालो अपनी चूत में !’ मेरा लण्ड तन्ना उठा था।
‘बस बिस्तर पर आ जा और चढ़ जा मेरे ऊपर, मुझे स्वर्ग में पहुंचा दे, राज चोद दे मुझे…’ मामी चुदने के लिये मचल उठी।
मामी मुझसे ज्यादा ताकतवर थी। मुझे खींच कर मेरे बिस्तर पर लेट गई। ‘पेटीकोट ऊपर कर दे, चाट ले मेरी चूत को !’
मैंने उसका कहा मान कर पेटीकोट ऊपर कर दिया। उसकी काली काली झांटों के बीच गीली चूत, गुलाबी सी नजर आ गई। मैंने झांटो को पकड़ कर चूत का द्वार खोला और मेरी लम्बी लपलपाती जीभ ने उसे चाट लिया। रस भरी चूत थी।
एक अन्दर से महक सी आई तो शायद उसके चूत के पानी की थी। उसका हाथ मेरे तन्नाये हुए लण्ड पर पहुंच गया और उसने जोश में उसे मुट्ठ मारने लगी।
उसके मुठ मारते ही मुझे तेज मजा आ गया मेरा शरीर एक दम से लहरा उठा। उसने कुछ ही देर मुठ मारा और मेरी जान निकल गई। मेरा यौवन रस छलक उठा। वीर्य ने एक लम्बी उछाल भरी और मेरा जिस्म जैसे खाली होने लगा।

‘मामी, ये क्या किया, मेरा तो रस ही निकाल दिया’ मैंने गहरी सांस ली।
‘मजा आया ना? अभी तो और मजा आयेगा !’ उसने मुझे सीधा किया और अपने से चिपका लिया। मुझे पलट कर अपने नीचे दबा लिया और अपना भारी बदन का वजन मेरे ऊपर डाल दिया। अपने होंठो से मेरे पूरे शरीर को गीला कर दिया।
उसके बदन से मुझे एक तरह की खुशबू आ रही थी तो मुझे मदहोश कर रही थी। मैं थोड़ा सा कसमसाया और अपने आप को एडजस्ट करने लगा। पर भाभी ने मुझे और कस कर चारों और से एक बेबस पंछी की तरह से दबोच लिया।
‘मामी, मामा आपको….’
‘राज, अभी नाम मत ले उनका, बस मुझे अपने मन की करने दे !’ उसके बाल मेरे चेहरे पर फ़ैल गये थे, उसका नंगा जिस्म मेरे नंगे जिस्म से रगड़ खा रहा था। उसके बोबे मेरी छाती को नरम नरम अहसास दे रहे थे।
‘तुझे क्या अच्छा लगता है रे मुझ में….?’ ‘आपके बड़े बड़े बोबे और…. और….’
‘हां, हां और…. बता ना !’ ;आपके खूबसूरत चूतड़, गोल-गोल, मस्त, बस लगता है चूतड़ो में लण्ड घुसेड़ दूँ !’
आगे कहानी जारी है..
निहाल सिंह
दोस्तों मैं अपनी मामी की अल्हड जवानी को तिरछी नज़र से देखता जिसे मामी पूरी तरह समझ गई थी और एक दिन वो हो गया जिसकी मुझे अपनी मामी से तमन्ना थी





अब तक आपने पढ़ा..

‘मामी, मामा आपको….’

‘राज, अभी नाम मत ले उनका, बस मुझे अपने मन की करने दे !’ उसके बाल मेरे चेहरे पर फ़ैल गये थे, उसका नंगा जिस्म मेरे नंगे जिस्म से रगड़ खा रहा था। उसके बोबे मेरी छाती को नरम नरम अहसास दे रहे थे।

‘तुझे क्या अच्छा लगता है रे मुझ में….?’ ‘आपके बड़े बड़े बोबे और…. और….’

‘हां, हां और…. बता ना !’ ;आपके खूबसूरत चूतड़, गोल-गोल, मस्त, बस लगता है चूतड़ो में लण्ड घुसेड़ दूँ !’

अब आगे..

‘चल अपनी इच्छा पूरी कर ले पहले, तू मस्त हो जा, देख मेरी पिछाड़ी मस्ती से चोदना !’ और वो उठ कर घोड़ी बन बन गई। उसकी जबरदस्त पकड़ से छूट कर मैंने एक गहरी सांस भरी। उसकी गाण्ड खुल कर सामने आ गई।

दोनो गोल-गोल चूतड़ अलग अलग खुल गये, दरार साफ़ हो गई। खूबसूरत सा प्यारा छेद सामने नजर आने लगा। उसे देख कर सच में लण्ड उछल पड़ा, मस्ती में झूमने लगा।

मेरे दिल की कली खिल गई, मन मुराद पूरी हो गई। कब से उनके चूतड़ों को देख कर मैं मुठ मारता था, उन्हें सपनों में देख कर उनकी गाण्ड मारता था, झड़ जाता था, पर आज सच में हसरत पूरी हो रही थी।

‘मामी, तैयार हो ना…. ? मेरा लण्ड अपने आपे से बाहर हो रहा था, मुझे लगा कि कही झड़ ना जाऊँ।

‘हाँ राज…. जल्दी कर, फिर चूत की बारी भी आनी चाहिये ना !’ मामी की भी तड़प देखते ही बनती थी, कितनी बेताब थी चुदाने को।’

मैंने अपने लण्ड पर चिकनाई लगाई और उसकी गाण्ड पर भी लगा दी और चिकना लण्ड का मिलाप चिकने छेद से हो गया। मैंने उसके झूलते हुए स्तन थाम लिये, और उन्हें मसलना शुरू कर दिया।

फिर दोनों ने अपना अपना जोर लगाया और भाभी के मुख से हाय की सिसकारी निकल पड़ी। चिकना लण्ड था इसलिये अन्दर सरकता चला गया।

‘हाय रे मजा आ गया, तेरा मोटा है उनसे …. चल और लगा !’ ‘दर्द नहीं हुआ मामी….’

‘नहीं मेरी गाण्ड सुन्दर है न, वो भी अक्सर पेल देते हैं, आदत है मुझे गाण्ड मरवाने की !’

‘तो ये लो फिर…. मस्त चुदो !’ मैंने स्पीड बढ़ा दी, उसकी गाण्ड सच में नरम थी और मजा आ रहा था। मामी ने भी अपनी मस्त गाण्ड आगे पीछे घुमानी शुरू कर दी।

उसके गोल-गोल चूतड़ो के उभार चमक रहे थे। उसकी दरारें गजब ढा रही थी। लटके हुए बोबे मेरे हाथ में मचल रहे थे। उसके निपल काले और बड़े थे, बहुत कड़े हो रहे थे। निपल खींचते ही उसे और मजा आता था और सिसक उठती थी।

‘हाय रे मामी, रोज़ चुदा लिया करो, क्या मस्ती आती है !’ मेरे झटके बढ़ चले थे।

‘तेरे लण्ड में भी जोर है, जो अभी तक छूटा नहीं, चोदे जा…. मस्ती से…. मुझे भी लगे कि मैं आज चुद गई हूं !’ मामी मस्त हो उठी। मामी के मुख से सीत्कारें निकल रही थी।

‘मस्त गाण्ड है मामी रोज गाण्ड देख कर मुट्ठ मारता था, आज तो बस…. गाण्ड मार ही दी !’

‘मन की कर ली ना, बस…. अब बस कर…. कल चोद लेना…. मेरी चूत पेल दे अब !’ मामी ने पीछे मुड़ कर नशीली आंखो से देखा।

मैंने अपना लण्ड ग़ाण्ड से निकाला और पहले उसकी गीली चूत को तौलिये से पोंछ डाला, उसे सुखा कर लण्ड को चूत में दबा दिया। सूखी चूत में रगड़ता हुआ लण्ड भीतर बैठ गया।

‘अरे वाह्…. मजा आ गया, कैसा फ़ंसता हुआ गया है !’ मामी हाय कह कर सिसक उठी।

मुझे उनकी चूत में घुसा कर मजा आ गया। मैंने उसकी कमर पकड़ कर लण्ड का पूरा जोर लगा दिया। मुझे फिर भी चूत ढीली लगी। मेरे धक्के ऐसा लग रहा था कि किसी नरम से स्पंज से टकरा रहे हैं।

‘हाँ मामी, चूत तो कितनी नरम है, गरम है, आनन्द आ गया !’

उसने अपनी चूत और बाहर निकाल ली और चेहरा तकिये से लगा लिया। पर मुझे कुछ ठीक नहीं लगा। मैंने उसे धक्का दे कर चित्त लेटा लिया और उनकी टांगें अपने कन्धों पर रख ली और चूत के निकट बैठ कर लण्ड चूत में डाल दिया।

मामी ने मुझे पूरा अपने ऊपर खींच लिया और अपनी टांगो के बीच में भींच लिया। मैं उनके बोबे पकड़ते हुए उस पर लेट गया। लण्ड चूत की गहराइयों को बींधता चला गया।

उसे शायद पता चल गया था कि उसकी चूत टाईट नहीं है, सो उसने अपनी चूत क कसाव बढ़ा दिया और चूत सिकोड़ ली। मेरी कमर अब जोर से चल पड़ी। चूत कसने से पहले तो वो दर्द से कुलबुलाई, फिर सहज हो गई।’

‘जड़ तक चला गया, साला, तेरा सच में थोड़ा बड़ा है, मजा बहुत आ रहा है !’

उसकी कमर भी अब हौले हौले चलने लगी, मेरा पूरा लण्ड खाने लगी। दोनों की कमर साथ साथ चलने लगी। मैं भी उनकी लय में लय मिलाने लगा।

लण्ड में एक सुहानी सी मीठी सी मस्ती चलने लगी। कुछ देर के बाद कमर की लय तोड़ते हुए भाभी ने मुझे दबा कर नीचे कर दिया और खुद मेरे ऊपर चढ़ गई और तेजी से धक्के मारने लगी और उसके मुँह से तेज सीत्कारें निकलने लगी।’

‘साले राज…. मर गई, तेरी तो…. भेन चोद …. मैं गई…. आईईईइ ओह्ह्ह्ह्ह। …. राजऽऽऽ…. मर गई…. !’ कहते हुए वो मेरे से चिपक गई। और चूत का जोर मेरे लण्ड पर लगाने लगी। बार बार चूत दबा रही थी।

अचानक उसकी चूत टाईट हो गई और मैं तड़प गया और मेरा वीर्य निकल पडा। और वो निढाल हो कर मुझे पर पसर गई। मैं नीचे से जोर लगा कर उसकी चूत में वीर्य निकाल रहा था।

वो भी चूत को हल्का हल्का कस कर पानी निकाल रही थी। मेरे लण्ड पर उसका कसाव और छोड़ना महसूस हो रहा था। कुछ ही देर में हम अलग अलग पड़े हुए गहरी सांसे भर रहे थे।’

‘राज, आप तो मस्त है, कैसी बढ़िया चुदाई करती हैं, मेरी तो माँ चोद दी आपने !’

राज ने तुरन्त मेरे मुँह पर अंगुली रख दी, ‘नहीं गाली नही, मस्ती लो पर गाली मत देना भेन चोद !’ राज ने मुझे फिर से एक बार और दबा लिया, और हंस पड़ी।

‘चल हो जाये एक दौर और …. अब तू मेरी माँ चोद दे, भेन के लौड़े…. !’ और उसकी चूत का दबाव मेरे लण्ड पर बढने लगा। जिस्म फिर से पिघलने लगे …. भाभी का मस्त बदन एक बार फिर वासना से भर उठा था….

दोस्तों, आपको मेरी कहानी कैसी लगी जरूर बताना।
दोस्तों जैसा मैंने दिल में सोचा था उससे कहीं ज्यादा सेक्सी मेरी मामी थी जिसकी चूत के साथ गांड की भी चुदाई करने का मौका मिला और मामी मुझसे चुदकर मामा को भूल गए थे

चाची की चूत चुदाई

$
0
0
हैलो दोस्तों कैसे हो आप सब ? मेरा नाम शाहिद है मेरी उमर 21 साल है और बिल्कुल कुंवारा हूँ, मेरा शरीर काफी गठीला है।
अब मैं सीधा अपने मुद्दे की बात बताता हूँ। ये तब शुरु हुआ जब मैं 12 पास करके छुट्टियां मना रहा था, मुझे मेरे चाचा ने कहा कि तु खाली बैठा रह्ता है मेरी बेटी को पढा दिया कर।


उनकी लडकी दूसरी क्लास में है। मुझे बहुत बोरिंग लगा इसलिये मैने उन्हें मना कर दिया। पर बाद में उन्होंने मेरे पापा से कहा इसलिये मुझे मानना पडा और मैने हाँ कर दिया।
ये मेरी पहली कहानी है इसलिये गलतियों को ध्यान न दें। मैं पहले दिन पढाने गया जब मैने वहाँ पहुँच कर दरवाज़ा खट्खटाया तो मेरे तो तो मेरी चाची मेरे सामने खडी थी।

मै उन्हें देख कर मुस्कुराया और सलाम किया बदले में उन्होंने भी स्माइल पास किया और अन्दर आने के लिये कहा। मै अंदर जाकर सोफे पे बैठ गया और उनकी लड्की को पढाने लगा। मुझे वहां बिल्कुल भी मज़ा नही आया हालांकी वहाँ मुझे चाय बिस्किट पूरा नाश्ता मिला।
दूसरे दिन मैं फ़िर गया और चाची ने दरवाज़ा खोला और मैं उनको देख कर दंग रह गया क्यूंकि उन्होंने बहुत ही टाइट सलवार कमीज़ पहन रखा था, जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थीं, जब उन्होने अंदर आने के लिये कहा तब मुझे होश आया और मैं शर्म से पानी पानी हो गया मैने उनका ऐसा रूप कभी नहीं देखा था ।
हालांकि मेरे दिमाग में उनके बारे में कोई गलत ख्याल नही था पर वो आज मुझे अच्छी लग रही थीं। मैं सोफे पे बैठ कर उनको चोर नज़रों से देख रहा था और मैंने नोटिस किया कि वो भी मुझे कभी कभी देख रही थीं और फ़िर मुझे एक स्माइल पास किया बदले मे मैं भी मुस्कुराया।
तभी वो मेरे पास चाय लेकर आयी और जैसे ही टेबल पर रखने के लिये झुकी मेरी तो आँखें फ़टी कि फ़टी रह गयीं क्यूंकि मेरी नज़र उनके स्तन पर पड़ी जो बिल्कुल गोरे थे मेरी तो सांस ही रुक गयी थी।
चाय रखके वो मुझसे बोलीं- शाहिद बेटा चाय पियो और कुछ चाहिये तो बताओ शर्माना मत। मैंने कहा ओके और मैं पढाने में व्यस्त हो गया लेकिन मेरा ध्यान अभी भी उनके बूब्स पे था। ऐसे बूब्स मैने सिर्फ पोर्न मूवीज़ में देखा था, बिल्कुल गोल और बड़े।
मैं जब भी उनके घर जाता मुझे चाचा नही मिलते थे क्यूंकि उनकी ड्यूटी सुबह 9 बजे से रात 7 बजे तक होती थी और उनको घर आते आते 9 बज जाते थे, इसलिये जब मैं पढाने जाता तो चाची अकेली रहती थीं।
मैं आपको अपनी चाची के बारे में तो बताना ही भूल गया उनकी लम्बाई 5 फीट 1 इंच होगी, रंग बिल्कुल गोरा, साइज़ 36-34-38 वो दिखने में बिल्कुल कयामत लगती है।
मैं एक दो बार उनके साथ बाहर भी गया हूं, जब वो बहार निकल्तीं हैं तो सब उन्हीं को घूरते रहते हैं। खैर मैने अपना पढ़ने का काम खत्म किया और घर चला आया।

आज पहली बार मैंने उनके बारे में गलत सोचा पर मुझे अच्छा लग रहा था। मैं बार बार उनके बूब्स के बारे में सोच रहा था और मेरा लंड भी सख्त हो गया तो उसको शांत करने के लिये मैंने मुट्ठ मारी तब जाकर सुकून मिला।
अब मुझे वहाँ आना जाना अच्छा लगने लगा और मैं रोज़ वहां जाने लगा, मेरा पढाने में ध्यान कम लगने लगा और मैं ताक झांक में ज़्यादा रहने लगा उनकी लडकी अभी बहुत छोटी थी, इसलिये उसको इस बारे में कोइ जानकारी नही थी।
चाची आज फ़िर चाय और बिस्किट लेकर आई और टेबल पे रखने लगी। मैंने फ़िर उनके बूब्स देखे आज उन्होने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी, फ़िर मैंने नोटिस किया की ये सब करते हुए वो मुझे देख रही थीं, मैं बहुत डर गया और नीचे देखने लगा।
मेरी चोरी पकडी जा चुकी थी फ़िर मैंने उनकी तरफ देखा तो पाया कि वो मेरी तरफ अब भी देख रही थीं फ़िर मैं जल्दी जल्दी पढा कर घर आ गया, मुझे डर था कि चाची मेरी शिकायत न कर दें इसलिये मैं अगले दिन नही गया।
एक दिन बाद मेरे पास चाची ने फ़ोन किया और पूछने लगी की आये क्यूँ नही तो मैंने तबीयत खराब होने का बहाना बना दिया, वो ये सुन कर हंसने लगीं मैने पुछा कि क्या हुआ लेकिन उन्होने कुछ नही बताया और कल के बारे में पूछने लगी कि आओगे या नही तो मैने हाँ कह दिया।
मैं अगले दिन फ़िर पहुंचा चाची ने गेट खोला तो मैं हंस कर उनसे मिला और अन्दर जाकर बैठ गया। आज वो घर की साफ सफाई में व्यस्त थीं।
उन्होंने मुझसे कहा- बेटा एक काम करोगे? मैं- क्या काम?
चाची- ऊपर मचान पे बक्सा (संदूक) रखा है उसमें से गरम कपडे निकालने हैं, मैं ऊपर नही चढ पाउंगी क्या तुम निकाल दोगे? मैं- हाँ ठीक है ।

चाची ने मुझे स्टूल दिया और मैं संदूक की चाभी लेकर चढ गया। संदूक खोल के मैंने गरम कपड़े निकालने लगा और जब सन्दूक लगभग खाली हो गया तो नीचे मुझे चार किताबें दिखीं।
मैने एक को उठाया तो पाया की मोटर मकेनिक की थी और दूसरी किताब खोलते ही मेरे होश उड़ गये उसमे नंगी लड्की की तस्वीरें थीं बिल्कुल नंगी।
उसमें कोइ लड़की नहा रही थी कोई बेड पे लेटी हुयी थी और गांड ऊपर को उठा रखी थी, फ़िर मैने तीसरी किताब खोली उसमें चुदाई के दृश्य थे कोई लंड चूस रही थी, कोइ चुद रही थी, कोई चूत मे उंगली कर रही थी।

ये सब देख कर मेरा लंड पूरा खडा हो चुका था तभी चाची की आवाज़ आयी..
चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।

दोस्तों आज की कहानी बस इतनी ही ।
कहानी जारी रहेगी ।



अब तक आपने पढ़ा..

चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।


अब आगे..

थोडी देर बाद वो मेरे बगल में आकर बैठ गईं और मुझसे पूछने लगी की कोई किताब है, तुम्हारे काम की तो मैने कहा ‘हाँ..’ बस एक किताब है वो मैंने ले ली है।
चाची- अगर और किताब चाहिये तो ले जाओ अब तुम्हारे चाचा को ज़रूरत नहीं है।


मैं- ठीक है बाद में ले जाउंगा। उन्होंने मेरा हाथ पकड लिया और बोली ठीक है, उनका हाथ बहुत गरम था और वो धीरे धीरे सह्ला भी रही थीं।

मेरी चाची 38 साल की हैं और उनके सिर्फ एक लडकी है जो शादी के बहुत सालों बाद पैदा हुई थी, चाची मेरे इतना करीब बैठी थीं कि उनकी जांघ मेरे जांघ से बिल्कुल चिप्की हुई थी और उनका जांघ बहुत गरम लग रहा था मुझे।

मैं अब समझ चुका था कि चाची को चुदाई की आग तड्पा रही है, बस मुझे गरम चूत पे अपना लौड़ा मारना था। झट से मैंने भी उनका हाथ पकड लिया और सहलाने लगा।
तभी उनकी लडकी मुझसे मैथ्स का सवाल पूछने लगी और मैं सब छोड कर पढाने लग गया।


थोडी देर बाद वो चाय लेकर आईं और काफी देर तक टेबल सही करने के बहाने से मेरे सामने झुकी रहीं, क्या गोल गोल सफेद रसगुल्ले थे मंन तो यही कर रहा था कि खा जाऊं।
हम दोनों एक दूसरे को ऐसा करते हुए देख रहे थे, फ़िर वो चाय रख कर किचन मे चली गईं।


मैं भी पीछे पीछे पहुँच गया जब चाची ने मुझे अपने साथ खडा पाया तो पूछा- क्या चाहिये?
मैं- चाहिये तो बहुत कुछ पर अभी सिर्फ पानी पिला दीजिये। वो- जो चाहिये खुल के मांग लो शर्माना मत और वो पानी निकालने के लिये झुकी।


मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा था इसलिये उनके झुकते ही मेरा लंड उनकी गांड से टच हो गया,
वो कुछ नही बोली बल्कि पानी निकालने में ज़्यादा समय लगाने लगीं तो मैं समझ गया कि चाची को मज़ा आ रहा है, तो मैंने एक हाथ उनके गांड पर रखा और दबा दिया।


वो झट खडी हुईं और मुझे पानी दिया और कहने लगीं तुम्हें पानी कि बहुत ज़रूरत है और एक शरारत भरी मुस्कान दी, मैं समझ गया कि चाची भी चुदने के लिये तैयार हैं।
बस पहल करने से डरती हैं। मैंने एक प्लान बनाया कि चाची को बातचीत से जितना खोल पाऊँगा उतना खोलुंगा ताकि ये अपने मुंह से बोल कर मेरा लंड मांगें।


मैं घर आ गया और चाची के बारे में सोचता रहा फ़िर मैने वो किताब निकाली जो वहां से लाया था, उस किताब मे सब लोग विदेशी थे उसमे सारी लडकियाँ गोरी चमड़ी वाली जिनको देखते ही मेरा लंड खडा हो गया।

उस किताब में सब चुदाई के आसन थे, कोइ झुका के चोद रहा है कोई बिठा के चोद रहा है, कोई लिटा के चोद रहा था कोई गोद मे लेकर चोद रहा था मुझे सबसे अच्छ लगा जो कुतिया बना के चोद रहा था। फ़िर मैं मुट्ठ मार के सो गया।

अगले दिन मैं गया तो उनकी लडकी ने दरवाज़ा खोला, मैने उससे पूछा तो उसने बताया की अम्मी किचन मे है। मैं उसको काम दे के सीधा किचन मे पहुँचा तो देखा कि आज चाची ने बहुत हल्का सूट पहना है और उनकी लाल रंग की ब्रा साफ दिख रही है।

मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा होकर ज़ोर से चिल्लाया वो डर के घूमी और मुझसे लिपट गई, उनकी धड्कन बहुत तेज़ चल रही थी और उनके रसभरे बूब्स मेरी छाती पे चिपके हुये थे।

फ़िर मैने उनकी गांड को धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया, कमाल की गांड थी उनकी बडे बडे और मुलायम, मेरा लंड उनके पेट पे दबाव डाल रहा था पर जैसे ही उनको होश आया वो मुझसे अलग होकर अपने काम मे लग गयी।

फ़िर मैने उनसे बात करना शुरू किया। मैं- किताब तो बहुत अच्छी है मेरे बहुत काम आयेगी
चाची- क्युं ऐसा क्या है उसमें ?
मैने सोचा इससे अच्छा मौका नही मिलेगा और मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया और लंड को उनके गांड से चिप्का दिया जो कि पूरी तरह से खडा हो चुका था।


चाची- छोडो मुझे ये क्या कर रहे हो? मैं- आपके सवाल का जवाब दे रहा हूं, यही सब तो है उसमें, सुहागरात वाली चीज़ें।
चाची- ये सब शादी के बाद करने वाली चीज़ें हैं! मैं- आप मेरी मदद करो तो मैं शादी से पहले सुहागरात मना सकता हूं।


चाची- इतनी जल्दी है सुहागरात मनाने की? मैं- पहले जल्दी नही थी पर अब है और आपको?
चाची- मैं तो पता नही कितनी बार मना चुकी हूं तुम्हारे चाचा के साथ। मैं- मेरे साथ ट्राई करके देखो


चाची- धत्त शैतान कहीं का और मेरे गालों पे एक चुम्मी देकर ये कहते हुये बाहर चली गयीं कि बेटा अपने हथियार को ज़रा काबू में रखो हमेशा घुसने के लिये तैयार रहता है।
मैं- आपको देख कर तो बुड्ढे का भी खडा हो जाये मेरा तो जवान है।


वो चुपचाप बाहर जाकर सोफे पर बैठ गईं मैं भी उनके जांघ से जांघ चिपका के बैठ गया उनकी लडकी उनके बायीं तरफ और मैं दायीं तरफ बैठा था इसका मौका उठा के मैं उनकी गांड सहलाने लगा और कभी कभी एक उंगली नीचे से उनकी दरार में घुसाने कि कोशिश करता।

जब उनसे रहा नही गया तो वो उठ कर अपने कमरे में जाने लगीं तो मैने पूछा क्या हुआ?
चाची- तबीयत थोडी खराब लग रही है, मैं समझ गया और मैं उनकी लडकी को ढेर सार काम देकर चाची के रूम में पहुंचा तो देखा कि वो बेड पर उल्टी होके लेटी हैं।


मैं उनके पास जाकर बैठा और उनकी गांड के छेद को सलवार के ऊपर से सहलाने लगा उनको मज़ा आ रहा था पर तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड कर रोक दिया और कहने लगी ये गलत है,
तुम मेरे भतीजे हो मैं तुम्हारे साथ ये नही करुंगी किसी को पता चल गया तो?

मैं- हमारे अलावा और किसको पता चलेगा बिना बताये, मैं प्रोमिस करता हूँ हम दोनो के अलावा किसी को नही बताउंगा।
चाची- ओके, पर मुन्नी मेरी बेटी तो यहीं रहती है ना। मैं- कोई नही मैं उसको ढेर सारा काम दे दिया करुंगा। चाची- ओके.. और तभी मैं उनको किस करने लगा, वो भी मेरा साथ बढ चढ कर देने लगीं।

मामी का दूसरा पति

$
0
0
हाय दोस्तों,
मैं मेरी सेक्स स्टोरी का पिछले काफी दिनो से पाठक हुँ। मैनें सुना है यहाँ कहानी
लिखने पर काफी लड़कियों’ के मेल आते हैं यह सुन कर मैंने अपनी कहानी लिखने कि सोची इसलिये मैं अपनी पहली कहानी लिखने जा रहा हूँ, आशा करता हूँ आपको पसंद आयेगी।


यह कहानी मेरी मामी की है जो सच में एक खुबसूरत बला है। उनका फिगर 36-32-36 हैं वो एकदम गोरी चिकनी हैं। मेरी यह कहानी सच हैं अब मै आपके समय को बेकार ना करते हुए अपनी कहानी पर आता हूँ।
बात एक महिने पुरानी हैं, जब मैं अपनी नानी के यहाँ गया था मेरी दो मामी हैं मेरे एक मामाजी दो साल पहले खत्म हो गये थे मै मेरी मामी को हमेशा से चोदने की सोचता था। आखिर वो समय आ ही गया, मै नानी के यहाँ जाकर सबसे मिला मुझे रात को ही वापस आना था।
लेकिन सबने रूकने के लिये बोला तो मै रूक गया। रात को सबके साथ खाना खाया फिर सबके साथ बात करने लगे। मैं रात को चेंज करने के लिये कुछ भी नहीं ले गया था, मामी ने मुझसे अपनी बुशर्ट उतारने के लिये बोला कयोंकि गर्मी बहुत थी।
मैने बोल दिया कि बनियान नहीं पहन रखी तो उन्होंने मजाक में बोला कि अंडरवियर भी नहीं पहना तो मैने भी बोल दिया खोल कर बताऊँ तो वो हँस गयी थोड़ी देर बाद सब सोने चले गये। मै और मेरी मामी बचे मेरी मामी ब्यूटी पार्लर का काम करती है तो उन्होंने मुझे इन्टरनेट पर हेयर कट और मेक अप की विडियो दिखाने की बोला।
वो मोबाइल चलाना कम जानती थी तो मै उन्हें विडीयो दिखा रहा था और उनसे चिपक कर बैंठ गया और उनके उभार देख रहा था। थोड़ी देर बाद मैं बोर होने लगा, उनहोंने दूसरी वीडियो लगाने को बोला तो मैंने सेक्स फिल्म लगा कर उनको मोबाइल पकडा दिया वीडियो लोड हो रही थी और मै सोने का बहाना करके उनके कंधे पर अपना सर रख दिया।
अब वो वीडियो चालू हो गयी और मामी चुपचाप देखने लगी और धीरे धीरे गर्म हो रही थी और अपनी चुत पर हाथ रख लिया मैं ये सब देख रहा था।
अब मैं उनकी जाघों पर हाथ फेरने लगा। उन्होंने मेरा हाथ हटा दिया लेकिन मुझे पता था सब करवाने से पहले नाटक करते हैं अब मैंने अपने होठों को मामी के होठों पर रख कर चूसने लगा।

थोडी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी। फिर उन्होंने मुझे वापस हटा दिया और कहने लगी अगर किसी को पता लग गया तो मेरा क्या होगा। मैंने उन्हें विशवास दिलाया कि मैं किसी को
पता नही लगने दूंगा।
फिर वो मान गयी मैंने उनके उभारो को दबाना चालू किया और उन्होंने मेरा लौड़ा पकड कर खींच लिया, मेरे मुँह से आवाज निकल गयी तो मैंने मामी से बोला मामी जान इतनी भी क्या जल्दी है।

तो उन्होंने मुझे किस किया और बोली आज पूरे दो साल बाद चुदवाने का मौक़ा मिला है, मैंने बोला आपने ये मौका मुझे पहले नहीं दिया नहीं तो अब तक आपकी चूत सूखी नही रहने
देता। कोई बात नहीं आज आपकी सारी इच्छा पूरी कर दूंगा और मैंने उनको लिटाकर उनके ऊपर आ गया और बिना कपड़े उतार किस करने लगा।

उनहोंने मुझे पूरा दबा लिया, अब मैंने उनकी साडी उतार फेंकी और धीरे धीरे उनके सारे कपडे उतार दिये। फिर वो बोली मेरे उतारेगा अपने नही उतारने। मैंने बोला आप ही उतार लो तो उन्होंने मेरे सारे कपड़े उतार अचानक से मेरा लौड़ा मुँह में ले लिया और जोर जोर से चुसने लगी।
मुझे बहुत मजा आने लगा मैं उनका सिर पकड़ कर आगे पीछे करने लगा और मेरा सारा माल मामी के मुख में गिर गया और वो सारा माल पी गई, अब मै नीचे आकर चूत चाटने लगा उनकी चूत साफ और कसी हुई थी।
मैंने चाट चाट कर सारा पानी निकाल दिया अब मैं उनके पास आकर लेट गया थोडी देर बाद वो मेरे ऊपर आकर अपनी चूत को मेरे लौड़े पर रगडने लगी। मेरा लौड़ा वापस खडा हो गया और मैने उन्हें निचे लिटाया और उनके उपर आकर अपना लौड़ा उनकी चुत पर रख कर घुसाने लगा।

उनकी चूत काफी टाइट थी तो मेरा लौड़ा अन्दर नही जा रहा था। फिर मामी ने नीचे से थोडा दम लगाया तो आधा लौड़ा अन्दर चला गया। फिर मैंने जोर लगा कर पूरा लौड़ा अन्दर घुस गया। उनकी चीख निकल गयी मैं थोडी देर उनके उपर लेटा रहा फिर थोडी देर बाद वो हिलने लगी।
मुझे लगा अब वो तैयार है और मैंने उनकी चुदाई चालू कर दी, 15 मिनट चुदाई के बाद मैं
उनकी चूत मे झड गया और वो भी झड गयी। फिर हम अपने कपड़े पहन कर सोने चला गया और सुबह मैं जल्दी आ गया और वो सोती रह गयी।

उस दिन उन्होंने मुझे अपना दूसरा पति मान लिया। ये मेरी कौन सी चुदाई थी और मैं कैसा लगता हूँ ये सब मैंने इस कहानी मे नही बताया।
मैं चाहता हूँ लडकी खुद मेल करके मेरे बारे मे पूछे और ना ही मैंने मामी के बारे में बताया मेरा मानना है चूत कैसी भी हो चोद लेना चाहिये।

ओके बाय बाय दोस्त मैं आपके मेल का इंतज़ार करूंगा।

चाची के साथ एक रात

$
0
0
मेरा नाम रोहित है । मै इस कहानी में अपने चाची को चोदा था बस एक रात उसी का जिक्र है । मेरी चाची 26 साल की है । मैं 19 साल का था जब मैंने चाची को चोदा था ।

मेरा एक संयुक्त परिवार है । मेरे सबसे छोटी चाची जिनका नाम सरिता है । वो दिखने में काफी सुन्दर है । उनके शरीर का आकर । ऊँचाई 5 फ़ीट होगी । उनकी चूचियाँ 32 कमर 26 और चूतड़ 30 होगा । गोरा रंग है उनका ।
हालांकि मैं उनके बारे में कभी गलत नहीं सोचा था । पर उन्होंने एक नया मोबाइल लिया और मेरे से उसमे के कुछ फंक्शन सीखा करती थी । उनको मोबाइल चलाने उतना अच्छे से नहीं आता था ।
एक दिन मैंने जब उनको मोबाइल में कुछ बता रहा था तो उनके मोबाइल पर एक नंबर से मैसेज आया ।
मैंने देखना चाहा पर उन्होंने मोबाइल बंद कर दिया और मेरे को कहा ‘एक सहेली का मेसेज है । पढ़ लेने दो..’ मैंने कहा ‘ठीक है पढ़ लीजिये..’ । उसके बाद मै वहा से चला आया ।

उसके बाद जब शाम को सब कोई खाना बन रहा था तो मैंने उनके मोबाइल में गाना सुनने के लिए बिना चाची से पूछे ले लिया । तब मैंने सोचा की जरा देखूं की कौन वह मेसेज किया था ।
जब मैंने मैसेज खोला तो मेरी आँखें खुली की खुली रह गयी । मैसेज में लिखा था ‘अपनी चूत और चूची की फ़ोटो भेजो..’ उसके निचे चाची लिखी थी ‘कल भेज दूंगी..’
जब मैंने देखा तो वो नंबर घर के बगल वाले एक चाचा जी का था । तब मैं समझ गया की चाची उनसे पटी हुई है ।

मैं भी चाची की नंगी फ़ोटो देखने की सोची अगले दिन जब शाम को उनका मोबाइल देखा तो उसमें उनकी दो नंगी तस्वीर थी जो उन्होंने सेंड किया था । मैं भी अब चाची को चोदने की सोचने लगा । फिर मैंने जल्दी से उन फोटो को अपने मोबाइल में सेंड कर लिया।
उसके बाद अगले दिन फिर चाची मेरे से कुछ पूछने आई । तो मैं मज़ाक में उनके जांघ पर और कमर पे हाथ रखने लगा ।
उसके बाद जब मैंने चाची को कहा की ‘आपकी की कुछ फ़ोटो मैरे पास है देखेंगी..?’ उनको कुछ भी पता न होने के कारण उन्होंने पूछा ‘कैसी फ़ोटो..? दिखाओ।’

जब मैंने उनको फ़ोटो दिखाया तो वो डर गयी । चाची ने कहा ‘ये फ़ोटो तुमको कहाँ से मिली..’ तो मैंने उनको बोला की ‘मैं आपका मेसेज पढ़ लिया था और ये बात मैं चाचा को बताऊंगा..’
इस पर चाची डर गयी और बोली ‘जो तुमको चाहिए मैं दूंगी।’
मैं ने कहा ‘चाची मेरे को भी बस एक बार अपने शरीर को भोगने के लिए दे दो।’
इस पर चाची ने कहा ‘देखो अगर तुम ये वादा करो की मेरे को भोगने के बाद तुम ये बात अपने चाचा को नहीं बताओगे तो मैं कुछ सोच सकती हूँ..’

मेरे को तो बस कैसे भी उनको चोदना था । तो मैंने कहा ‘ठीक है पर पूरी रात आपको मेरे साथ चुदना होगा..’ तो उन्होंने कुछ सोच कर कहा ‘ठीक है..’
तो मैंने पूछा ‘किस रात आप मेरी होंगी..?’ तो उन्होंने कहा ‘वो रात आने से पहले तुमको मैं बता दूंगी’ मैंने कहा ‘ठीक है पर जब तक वो रात न आये आप मेरे को अपनी चूचियाँ और चूत को छूने देंगी ।’ ये कहते ही मैंने उनकी बायीं चूची को पकड़ लिया ।

फिर चाची ने कहा ‘मेरी भी एक शर्त है की उस रात के बाद तुम मेरे को कभी नहीं छुवोगे..’
मैं भी मान गया ।

अब जब भी मौका मिलता उनको पीछे से पकड़ के खूब उनकी चूची दबता था । उनकी चूत में ऊँगली करता था ।
आखिर वो रात आ ही गई जिसका मेरे को इंतज़ार था । चाचा को धान कूटने रात को ट्यूबवेल पर जाना था । उस रात पूरी रात चाचा को लगने वाला था काम में ।
मैंने चाची को आँख मार कर पूछा ‘चाची वो रात कब आएगी..?’
तो चाची ने कहा ‘ठीक है आज रात जब सब सो जाए तो छत पे आ जाना..।’ मैं बहुत खुश हुआ की आज रात चाची को जी भर के चोदुंगा ।

रात के 12 बजे मेरी मोबाइल की घंटी बजी । मैंने देखा तो चाची ने मैसेज किया था ‘नहीं भोगोगे मेरे को..?’ मैं समझ गया की चाची छत पे पहुँच गयी है ।
मैंने फिर चाची को मैसेज किया ‘दो मिनट में आ रहा हूँ..’

फिर मैं उठ कर छत पे गया देखा तो वहां चारपाई पर चाची लेटी हुई थी । मैं उनके पास जा कर लेट गया और उनके चूची को दबाने लगा । फिर उनकी साड़ी को ऊपर उठाया और चूत पे उंगलियां फेरने लगा ।
फिर मैंने चाची को याद दिलाते हुए कहा ‘चाची आज आप मेरी है । मैं जैसा कहूँगा वैसा करियेगा न..’ चाची ने ‘हाँ..’ में जवाब दिया ।

फिर मैंने अपनी सारे कपडे उतार कर चाची को भी अपने कपडे उतारने को कहा । चाची अपने कपडे उतार कर एक तरफ रख कर लेट गयी ।
फिर मैं 69 जैसा लेट गया और चाची को अपना लंड चूसने को कहा और मैं उनकी चूत पे मुँह रख दिया जिससे के मुह से ‘आह..’ निकल गई । ने मेरा लंड अच्छे से चुसा फिर मैं 5 मिनट बाद उनको चोदने को उठा तो चाची ने अपनी कही हुई बात याद दिलाई ।

उसके बाद मैंने उनको हाँ कहा और उनकी टांगों को एक दूसरे से दूर फैला कर बीच में जा कर अपना लंड उनकी चूत पे सेट किया और एक जोरदार झटका मारा । उनकी चूत उतनी टाइट नहीं थी ।फिर भी ठीक ठाक थी । अंदर पूरा गरम था ।
मैं शॉट लगाना शुरू किया । चाची को भी मज़ा आ रहा था वो भी मेरे को दोनों हाथों से कस लिया । 15 मिनट बाद मेरा पानी निकले वाला था । मैंने चाची से पूछा ‘अंदर ही निकाल दूं..’ ‘तो उन्होंने हाँ में जवाब दिया और मैं 10 -12 शॉट्स के बाद उनपर ढेर हो गया ।

ये थी मेरी पहली सेक्स कहानी जो मैंने अपनी ही चाची के साथ किया था ।
दोस्तों मैं जब से अपनी चाची को किसी बगल वाले से पकड़ा तो उनक्से साथ meri chudai के सपने देखने लगा जो आखिर में पूरा हो गया और चाची मुझसे चुदकर खुश हो गई.. आप सबों को कैसी लगी मेरी एक रात अपनी चाची के साथ अपने कमेंट्स जरुर शेयर करें..

गाँव की लड़की को चोद कर माँ बनाया

$
0
0
बच्चे की खातिर एक लड़की मुझ अजनबी से चुदने से जरा भी नहीं झिझकी और meri chudai से वह एक नहीं चार बच्चों की माँ बन गई वह भी मेरे जबरदस्त लंड के वजह से..

बात एक सर्दी के मौसम की थी। जब मैं अपने मित्र से बात कर रहा था, तो बातों बातों में एक बात आयी की यार ओम एक काम हे तेरे से, मैंने ने कहा की क्या हुआ भाई बोलो..
उस ने कहा की यार मेरे गाँव में एक लड़की है जिस को बच्चा नही हो रहा है पता नही उसकी पति में कोई प्रॉब्लम हो, जो उसने मुझे बोला की किसे लड़के के साथ सेक्स कर के देखा है की मेरे में गड़बड़ है य मेरे पति में।
तो मेरे दोस्त ने मुझे नंबर दिए उस के फिर मैंने अपने फ़ोन से उसे कॉल लगाया, फिर वो बोली की हेलो कौन बोल रहे हो।
मैंने अपने दोस्त का परिचय देते हए कहा की में ओम बोल रहा हूँ, आप को मेरी जरुरत है तो उसने बोला की हाँ पर मैं आप को जानती नही हूँ, तो मैंने बोला की आप जगदीश को जानते हो।

दोस्तों में आपको अपने फ्रेंड का नाम बताना भूल गया, उसका नाम है जगदीश वो मेरा अच्छा दोस्त है फिर लड़की का मैंने नाम पूछा।
फिर उसने अपना नाम बताया की मेरा नाम है प्रिया जो की बदला हुआ नाम है उसने मुझे मिलने को बोला फिर मैंने उससे बात कर के उसके गाँव में रात को बुलाया।

वो आ गई दोस्तों गाँव में रात को रोड लाइट लाइट नही चलती है, मैंने बाइक खड़ी करी और उसे मोबाइल की टोर्च चला कर इशारा किया वो आ गई मेरे पास और मैंने इधर उधर देखा की कोई आ तो नही रहा है, देखा तो कोई नही आ रहा हे।
मेने प्रिया से बोला की चलो आगे, वो आगे चली और मैं उसके पीछे एक स्कूल के पास जाकर खड़ी हो गई। फिर मैं 2 मिनट की देरी से वहाँ पर पहुंचा फिर स्कूल के अंदर जाकर बरामदे में फर्श को साफ किया और मैंने प्रिया से बात की फिर वही बात उसने की जो मुझे जगदीश ने बताई थी।
फिर कहानी पर आते हैं, मैंने प्रिया का बदन मोबाइल की टॉर्च मे देखा की 28-32-28 बदन था, क्या माल लग रही थी यार। मैं आप को बता दूं गाँव की लडकियाँ घाघर चोली पहनती है और मैंने उसे किस किया और उसके बूब्स दबाये और मैंने उसे कहा की कोई आ जाएगा।
मैंने उसे ज्यादा कुछ न किये हुए उसे बरामदे में सोने के लिए बोला तो वो सो गयी और मैंने उस का घाघर ऊपर कर के उस की अन्डरवियर उतार दी, फिर मैंने अपनी पैंट और अपनी अंडरवियर उतार दी।
उसकी चूत क्या लग रही थी यार एक भी बाल नही था। मैंने ज्यादा देर न करते हुए उसकी टांगो को ऊपर करके अपने पप्पू को उस की चूत पर लंड के सुपारे को रखकर एक जोर से धक्का मारा और उसके मुँह से आवाज आयी ‘ऊऊऊऊ या याया ऊईई..’ मैंने एक न सुनी और दूसरे धक्के में पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया।
फिर एक दो शॉट स्लो में लगाते हुए उसे भी मजा आने लगा फिर उसने बोला की ओम मुझे माँ बनना है आज मुझे दिल खोल कर चोदो। फिर मैंने अपनी गति बढ़ा दी फिर उसे भी मजजा आने लगा, वो बोलती रही की और जोर से चोदो मेरी जान मजा आ रहा है। मेरा पति भी नही चोदता है ऐसा तो जो आप मुझे चोद रहे हो।
वो झड़ने वाली थी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मैंने भी अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया 1 मिनट बाद मुझे उस ने जोर से पकड़ लिया और मैं उसके ऊपर सो गया।
फिर 5 मिनट बाद हम दोनों ने अपने अपने कपडे पहने और उसने मुझे एक किस किया और बोला की आप से मिल कर अच्छा लगा।

दोस्तों में उसे 4 से 5 बार चोद चुका हूँ जब भी मौका मिलता उसे चोदता हूँ, आज वो एक 4 साल की बच्चे की माँ है।
दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी मेरे पास और भी बहुत कहानियाँ हैं आप बीती जो मैं आपको सुनाऊंगा आप मुझे ईमेल कर के बताएं की आपको मेरी कहानी कैसी लगी।
मेरी ईमेल id है बच्चे की खातिर एक लड़की मुझ अजनबी से चुदने से जरा भी नहीं झिझकी और meri chudai से वह एक नहीं चार बच्चों की माँ बन गई वह भी मेरे जबरदस्त लंड के वजह से..

बात एक सर्दी के मौसम की थी। जब मैं अपने मित्र से बात कर रहा था, तो बातों बातों में एक बात आयी की यार ओम एक काम हे तेरे से, मैंने ने कहा की क्या हुआ भाई बोलो..

उस ने कहा की यार मेरे गाँव में एक लड़की है जिस को बच्चा नही हो रहा है पता नही उसकी पति में कोई प्रॉब्लम हो, जो उसने मुझे बोला की किसे लड़के के साथ सेक्स कर के देखा है की मेरे में गड़बड़ है य मेरे पति में।

तो मेरे दोस्त ने मुझे नंबर दिए उस के फिर मैंने अपने फ़ोन से उसे कॉल लगाया, फिर वो बोली की हेलो कौन बोल रहे हो।
मैंने अपने दोस्त का परिचय देते हए कहा की में ओम बोल रहा हूँ, आप को मेरी जरुरत है तो उसने बोला की हाँ पर मैं आप को जानती नही हूँ, तो मैंने बोला की आप जगदीश को जानते हो।


दोस्तों में आपको अपने फ्रेंड का नाम बताना भूल गया, उसका नाम है जगदीश वो मेरा अच्छा दोस्त है फिर लड़की का मैंने नाम पूछा।
फिर उसने अपना नाम बताया की मेरा नाम है प्रिया जो की बदला हुआ नाम है उसने मुझे मिलने को बोला फिर मैंने उससे बात कर के उसके गाँव में रात को बुलाया।


वो आ गई दोस्तों गाँव में रात को रोड लाइट लाइट नही चलती है, मैंने बाइक खड़ी करी और उसे मोबाइल की टोर्च चला कर इशारा किया वो आ गई मेरे पास और मैंने इधर उधर देखा की कोई आ तो नही रहा है, देखा तो कोई नही आ रहा हे।

मेने प्रिया से बोला की चलो आगे, वो आगे चली और मैं उसके पीछे एक स्कूल के पास जाकर खड़ी हो गई। फिर मैं 2 मिनट की देरी से वहाँ पर पहुंचा फिर स्कूल के अंदर जाकर बरामदे में फर्श को साफ किया और मैंने प्रिया से बात की फिर वही बात उसने की जो मुझे जगदीश ने बताई थी।

फिर कहानी पर आते हैं, मैंने प्रिया का बदन मोबाइल की टॉर्च मे देखा की 28-32-28 बदन था, क्या माल लग रही थी यार। मैं आप को बता दूं गाँव की लडकियाँ घाघर चोली पहनती है और मैंने उसे किस किया और उसके बूब्स दबाये और मैंने उसे कहा की कोई आ जाएगा।

मैंने उसे ज्यादा कुछ न किये हुए उसे बरामदे में सोने के लिए बोला तो वो सो गयी और मैंने उस का घाघर ऊपर कर के उस की अन्डरवियर उतार दी, फिर मैंने अपनी पैंट और अपनी अंडरवियर उतार दी।

उसकी चूत क्या लग रही थी यार एक भी बाल नही था। मैंने ज्यादा देर न करते हुए उसकी टांगो को ऊपर करके अपने पप्पू को उस की चूत पर लंड के सुपारे को रखकर एक जोर से धक्का मारा और उसके मुँह से आवाज आयी ‘ऊऊऊऊ या याया ऊईई..’ मैंने एक न सुनी और दूसरे धक्के में पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया।

फिर एक दो शॉट स्लो में लगाते हुए उसे भी मजा आने लगा फिर उसने बोला की ओम मुझे माँ बनना है आज मुझे दिल खोल कर चोदो। फिर मैंने अपनी गति बढ़ा दी फिर उसे भी मजजा आने लगा, वो बोलती रही की और जोर से चोदो मेरी जान मजा आ रहा है। मेरा पति भी नही चोदता है ऐसा तो जो आप मुझे चोद रहे हो।
वो झड़ने वाली थी उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मैंने भी अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया 1 मिनट बाद मुझे उस ने जोर से पकड़ लिया और मैं उसके ऊपर सो गया।
फिर 5 मिनट बाद हम दोनों ने अपने अपने कपडे पहने और उसने मुझे एक किस किया और बोला की आप से मिल कर अच्छा लगा।


दोस्तों में उसे 4 से 5 बार चोद चुका हूँ जब भी मौका मिलता उसे चोदता हूँ, आज वो एक 4 साल की बच्चे की माँ है।

दोस्तों कैसी लगी मेरी कहानी मेरे पास और भी बहुत कहानियाँ हैं आप बीती जो मैं आपको सुनाऊंगा आप मुझे ईमेल कर के बताएं की आपको मेरी कहानी कैसी लगी।

दोस्तों जल्दी मुझे अपना ईमेल करो मैं आप को अपनी कहानी लिखने पर मजबूर कर दो।

दोस्तों जब मेरे दोस्त ने उस लड़की के बच्चे न होने के उपाय के लीये एक गैर से चुदना बता कर मुझे इस काम के लीये चुना तो मैंने meri chudai से उस लड़की के सूने गोद को भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी.. आप दोस्तों को कैसी लगी मेरी यह परोपकार खुले मुँह से कमेंट्स भरे विचार भेजें.. मुझे आप की ईमेल का इंतजार है।
दोस्तों जल्दी मुझे अपना ईमेल करो मैं आप को अपनी कहानी लिखने पर मजबूर कर दो।

दोस्तों जब मेरे दोस्त ने उस लड़की के बच्चे न होने के उपाय के लीये एक गैर से चुदना बता कर मुझे इस काम के लीये चुना तो मैंने meri chudai से उस लड़की के सूने गोद को भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी.. आप दोस्तों को कैसी लगी मेरी यह परोपकार खुले मुँह से कमेंट्स भरे विचार भेजें..

फिल्म दिखा चोदा मामी और मौसी को

$
0
0
नमस्कार दोस्तो,

मेरा नाम देव है और यह मेरी सेक्स स्टोरी पर पहली कहानी है। मुझे सेक्स कहानी पढ़ने का शौक बचपन से था।
यह कहानी सुनने में अजीब है किन्तु एकदम सत्य है। बात उस समय की है जब मैं 10वीं पास करके 11वीं कक्षा में गया।
उस समय मेरी उम्र 17 वर्ष थी और हमारा परिवार गाँव में रहता है। वहाँ 10वीं कक्षा तक ही स्कूल है।
आगे की पढ़ाई के लिए मुझे शहर नीमच जाना पड़ा जो मेरे गाँव से 25 किमी की दुरी पर है।
वहाँ पर मेरे मामा का बड़ा घर है। मेरे तीन मामा है जिसमें से एक मामा की शादी हो गई थी।
उस समय उनकी शादी को दो साल ही हुए थे। मेरे तीनों मामा एक ही दुकान पर काम करते है।
मामी दिखने में एकदम सेक्सी है! रंग गोरा छोटा कद और काले घने बाल उनकी सुंदरता में चार चाँद लगते है।
उनके चूचे हाय क्या बताऊँ आपको? काफी बड़े और आकर्षक है! पूरे घर में 5 कमरे है।
एक में मेरी नानीजी सोती है और ऊपर वाले एक कमरे में मेरे दोनों मामा सोते है। उनके पास वाले कमरे में मेरे बड़े मामा और मामी सोते है।
मुझे सबसे ऊपर वाला हॉल दिया गया था, मेरी दो मौसी भी है। छोटी मौसी (राधा) की उम्र 35 साल और बड़ी मौसी (किरण) की उम्र 40 साल है।
इनकी शादी हुए 10 साल हो गए थे। मेरी दोनों मौसी क्रिसमस की छुट्टी पर मामा के यहाँ आई हुई थी।
दोनों दिखने में बहुत मस्त थी। इन दोनों के चूचे भी दिखने में मामी से कम नही थे।
एकदम सुडौल और बड़े बड़े जिन्हें देखने की तमन्ना मेरी कब से थी। एक दिन मेरे तीनों मामा को 4 दिनों के लिए काम से बाहर जाना था।
मुझे ब्लू फ़िल्म देखने का मौका मिलने वाला था क्योंकि टीवी और सीडीप्लेयर मेरे छोटे मामा के रूम में ही थे।
मैं स्कूल से आते वक्त अपने दोस्त से 4-5 ब्लू फ़िल्म की सीडी ले आया। सभी मामा चले गए।
अब घर में नानीजी दोनों मौसी और मामी ही थे। वैसे तो दोनों मौसियाँ और उनके बच्चे नानीजी के साथ उनके कमरे में नीचे सोते है।
उस दिन मामी ने उन्हें उनके पास ऊपर सोने के लिए बुला लिया। मुझे पता था कि अब वे सब मिलकर गप्पे मारेंगे।
मैं भी उनकी बातों का मजा लेने के लिए उसी रूम में चला गया। मेरी छोटी मौसी थोड़ी ज्यादा सेक्सी बातें करती थी।
वो मामी को पूछने लगी- भैया भरपूर मजा दे रहे है ना आपको?
मामी धीरे से बोली- इतना तो नहीं! पर ठीक गुजर रही है राधा जी।
राधा मौसी ने मेरी ओर देखा और कहा- बच्चे तू अभी इन सब बातों को नहीं समझेगा, तू पास वाले कमरे में जाकर सो जा।
मैं वहाँ से चला गया। मैंने कमरे में जाकर ब्लू फ़िल्म देखना शुरू कर दिया।
उसमें लड़की की चुदाई की मस्त आवाज़ आ रही थी। मैंने सोचा कि अब तो तीनों सो गई होंगी तो मैंने थोड़ा आवाज़ तेज कर दिया।
मामी और मौसी से सेक्स की सोच
मैं फ़िल्म देख ही रहा था कि मुझे कमरे की खिड़की के पास अचानक आहट सुनाई दी। मैं चौंक गया और मैंने जल्दी से टीवी बंद कर दी।
मामी और मौसियों के बारे में सोचकर करीब आधे घंटे तक मुठ मारी और सो गया।
सुबह जब मैं देर से उठा तो राधा मौसी कहने लगी- रात में काफी देर तक टीवी देखी है ना, मुझे सब पता है देव तुम सेक्सी फ़िल्म देख रहे थे ना।
मैं काफी डर गया था कि मौसी यह बात किसी को बता ना दे। मैंने उनसे कहा- सॉरी मौसी आप किसी से बोलना मत यह बात।
उन्होंने कहा- नहीं बोलूँगी, पर एक शर्त पर!
मैंने कहा- कौन सी शर्त?
मौसी मेरे साथ ब्लू फिल्म देखने की इच्छा
मौसी ने जो कहा, उसे सुनकर मेरे होश उड़ गए।
वो कहने लगी- देव आज तुम्हें मुझे भी वो नंगी फ़िल्म दिखानी होगी। यह बात तुम्हारी बड़ी मौसी और मामी को भी पता चल चुकी है, तो उन्हें भी देखनी है ये ब्लू फ़िल्म।
मैंने तुरन्त हाँ कर दी। मैं मन ही मन उत्तेजित हो रहा था और जब रात हुई तो मैं टीवी वाले कमरे में चला गया।
मैंने राधा मौसी को आवाज़ दी कि सभी ऊपर आ जाओ तो नीचे से मामी ने कहा- मुझे और तुम्हारी बड़ी मौसी को थोड़ा रसोई का काम है।
हम कुछ देर से ऊपर आएंगे, अभी तुम्हारी राधा मौसी आ रही है ऊपर।
मैंने कहा- ठीक है आप लोग भी जल्दी आ जाना।
राधा मौसी एक पतली सी नाईटी पहने कमरे में आ गई, तब तक मैं फ़िल्म लगा चुका था।
वो एकदम मेरे पास बैठ गई, फ़िल्म में एक लड़का लड़की के चूचे चूस रहा था। यह देखकर मैं और मौसी दोनों उत्तेजित होने लगे।
राधा मौसी ने धीरे से मुझसे पूछा कि तुमने तो किसी लड़की की चूत नहीं देखी होगी।
मैंने कहा- हाँ मौसी हकीकत में नहीं देखी है।
उन्होंने कहा- देख जब तक तेरी मामी और किरण मौसी नहीं आती, तब तक मेरी देख ले!
यह कहकर उन्होंने अपनी नाईटी ऊँची कर के अपनी पैन्टी में हाथ डालने को कहा।
छोटी मौसी की चूत सहलाने का मजा
मैंने जरा भी देर किए बिना उनकी चड्डी में हाथ डाला और मखमली चूत को सहलाने लगा।
मेरा लण्ड भी बांस की तरह खड़ा हो गया था। राधा मौसी को मजा आ ही रहा था कि इतने में मामी की आवाज़ आई।
उन्होंने कहा- राधाजी, दरवाजा खोलिए हम आ गए है। मैंने मामी की आवाज सुनते ही चड्डी से हाथ बाहर खींचा।
जब मैंने देखा, कि मेरे हाथ पर बहुत सारा मौसी की चूत से निकला पानी लग गया था। मैंने तुरन्त हाथ साफ किए और दरवाजा खोला।
बड़ी मौसी कमरे में आते ही बोली- देव फ़िल्म को शुरू से लगाओ, हम लोगों ने ऐसी सेक्स फिल्म पहले कभी नहीं देखी है।
मैंने फ़िल्म को फिर से लगा दी। फिर क्या था! तीनों औरतें मेरे इर्द गिर्द बैठ कर फ़िल्म का मजा लेने लगी।
फ़िल्म में लड़का लड़की की चूत को चाट रहा था। मैंने तिरछी नज़रों से एक एक करके मौसियों और मामी की ओर देखा।
वो तीनों फ़िल्म देखने में मस्त हो रही थी। अब मेरा भी लण्ड खड़ा होकर पैंट की चैन तोड़ने लगा था और मैं अपने होश खो रहा था!
बड़ी मौसी ने मामी से कहा- ऐसी चुदाई वाली फ़िल्म हम लोग देख तो रहे है, पर अभी ना तो तुम्हारे पति है और ना ही हमारे।
हम अपनी वासना कैसे बुझाएंगे तो इतने में मैं बोल पड़ा- मैं हूँ ना मौसी! मैं चोदुंगा आपको।
यह सुनकर तीनों हँस पड़े और मुझे अपना लण्ड दिखाने को बोला। यह सुनकर शर्माने का नाटक कर रहा था।
मैंने कहा- आप तीनों को मैं अपना लण्ड दिखा तो दूँ पर मेरी एक शर्त है।
इतने मैं बड़ी मौसी ने पूछ ही लिया- कि क्या शर्त देव?
मैंने कहा- मैं अपना लण्ड आप सभी को दिखा दूँगा, पर पहले मैं आप सभी को नंगी देखना चाहता हूँ।
चूँकि! सभी उत्तेजित हो चुके थे, इसलिए सभी ने मेरी यह बात मान ली।

सौतेली माँ को चोदा योजना बनाकर

$
0
0
हेलो दोस्तो,

तीन लड़कियों से मेरी चुदास नहीं मिटी
मेरा नाम यश है और मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ। मेरी उम्र 22 साल है और लंबाई 6′ है। यह मेरी पहली कहानी है और मेरी निजी है। यह उन लोगों के लिए है!
जिन्हें चुदाई का भूत सवार होता है। वो पर किसी से भी कहने से डरते हैं। जैसे! मैं पहले डरता था। वैसे! कहने को तो मैं 3 लड़कियों क साथ हूँ। जो मेरी माशूकायें हैं!
हालांकि! मैं कभी भी पूरी तरह नहीं चोद पाया! जिस तरह से मैं चाहता हूँ! क्योंकि वो मेरी उम्र की हैं और चुदते समय ज्यादा नखरे दिखाती हैं।
अब मैं सीधा कहानी पर आता हूँ। यह बात करीब ढेड़ महीने पहले की है। जब मेरे पापा का क्लिनिक चंडीगढ़ चला गया था। घर में सिर्फ़ मैं और मेरी सौतेली माँ (क्योंकि मेरी माँ मर चुकी है) रहे थे।
तीन-तीन माशूका होने के बावजूद! अच्छी तरह चुदाई ना कर पाने से! मैं बहुत निराश हो गया था। ज्यादा सोचने पर! मुझे अपने घर में मेरी सौतेली माँ ही मिली।
माँ के गदराए जिस्म देख मुठ मारा
जिसे मैं अब तो ख़ासकर बड़े आराम से चोद सकता था। चूँकि! मेरे सामने मुसीबत इस बात की थी, कि वो मुझे अपने सगे बेटे की तरह मानती थी! मुझे बहुत प्यार करती थी।
किसी भी बात की परवाह ना करते हुए! मैंने एक दिन सोच लिया! कि कुछ भी हो! मैं सोचता रहूँगा तो कुछ नहीं होगा!
मैं बस मुठ ही मारता ही रह जाऊँगा! उनकी चूचियाँ, फिगर और गांड को देखकर!
माँ की चूचियों के साफ दर्शन
मेरी सौतेली माँ का नाम सोनी है। जो कि पापा प्यार से बुलाते हैं और उनका फिगर 34-30-36 है! रंग गोरा है और लंबाई 5′ 6″ है।
एक बार की बात है! जब मैं कॉलेज से लौटा, तो माँ घर का काम कर ही थी। काम करते करते उनका बदन पसीने से भर गया था।
मैं जैसे ही! घर की दरवाजे की घंटी बजाई, तो माँ ने दरवाज़ा खोला और बोली- आ गए बेटा! मेरा पहला ध्यान माँ की चूचियों पर गया! जो की काले ब्रा में साफ झलक रही थी।
उसी दिन से मैं अपनी सौतेली माँ की याद में मुठ मारना शुरू कर दिया, और उन्हें चोदने का उपाय भी मेरे दिमाग में आया!
माँ को चोदने हेतू योजना बनाना
मेरी असली माँ तो हैं नहीं! तो मैं ऐसा कर लूँ! तो क्या बुराई होगी! इसीलिए मैंने योजना शुरू कर दी।
मैंने ध्यान दिया! कि मेरे पापा को गए हुए 2-3 महीने हो चुके हैं! कई बार मुझे उनकी चुदाई की बहुत ही हल्की आवाजें आती थी!
ऐसा हो सकता है! कि अभी भी मेरी माँ हस्तमैथुन करती होंगी! यानी खुद से मज़े लेना! अपने आपको उत्तेजित करके! अब मैंने हर रात माँ के कमरे की चौकीदारी शुरू कर दी।
मैं नसीब वाला था! कि 8वें दिन को ही, जब मैं पानी पीने के बहाने! माँ के कमरे के साथ जो खिड़की है, उसमें से झाँका! तो मेरे होश उड़ गए!
माँ को चूत में उंगली करते देखा
माँ जाग रही थी, और अपने पेट पर नाईटी को उठा कर सहला रही थी। वो हल्का हल्का! कभी कभार! अपनी चूत के ऊपर अपना हाथ रख कर थोड़ा सा रगड़ रही थी।
मेरी माँ को देखा! मैंने तो उनकी जाँघ अँधेरे में भी चमक रहा था। मैंने वहीं अपना लगभग 7 इंच लंबा लण्ड! जो पूरा अकड़ चुका था, उसे निकाल कर हल्का मुठ मारने लगा।
यह नज़ारा देख कर! मैं समझ गया! कि हो सकता है, माँ हर दिन अपने आपको संतुष्ट कराना चाहती हों! मेरे देखने से पहले ही झड़ कर सो जाती हों!
मैंने खुद को कहा- अब समय बर्बाद नहीं करना चाहिए! अगले ही दिन! मैं अपने दोस्त की बताई हुई, चुदाई बड़ाने वाली दवा मार्केट से लेकर आया।
माँ को चुदास बढ़ाने वाली दवा दी
मुझसे रुका ना गया! तो मैंने सोचा! क्या रात तक का इंतज़ार करूँगा! माँ को किसी तरह पानी में मिला कर खिलवा देता हूँ! और शायद! काम जल्दी हो जाए!
रात हो ही रही थी! शाम के 7 बज रहे थे! यानी हल्की रात हो गई थी! और माँ जब काम कर रही थी। तब मैंने सोचा! माँ को बोलूँ, कि पानी पी लो और मेरा काम हो जाएगा!
मैं जब उन्हें पानी पिलाने गया, तो उन्होंने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई थी! और उनका पेट काफ़ी दिखा रहा था! उस जगह! उस स्थिति को देख कर जिस पर हल्का सा पसीना था!
मेरा लण्ड मानो बाहर आने क लिए फड़कने लगा! जब माँ ने पानी पी लिया, तो मैं अपने कमरे में चला गया। दवाई विक्रेता ने कहा था, कि दवाई का असर आधे घंटे बाद होगा।
मैं आधे घंटे का इंतज़ार करने लगा। करीब 15 मिनट बाद! माँ बोली, कि यश बेटा मेरा सर हल्का हल्का भारी हो रहा है। और मैं सेरिडोन लेकर लेटने जा रही हूँ!
चुदास की असर दोगुना हेतू दी और दवा
मैंने सोचा! आज तो तुझे चोद कर ही रहूँगा! यह सोचते हुए! जोश मैं आकर मैंने सेरिडोन की जगह, माँ को एक और गोली दे दी ताकि असर बढ़े!
मैं और पास आकर! बेड के बगल में माँ का हल्का हल्का सिर दबाने लगा। मैंने देखा! कि, मेरी माँ अपने आपे से बाहर होने लग गई थी!
उनको और ज़्यादा पसीना हो रहा था! और जब मैंने ध्यान से देखा! तो उनकी चूचियाँ बहुत कस चुकी थी! उनकी आँखें बंद हो रही थी! हल्की हल्की और वो मदहोश होने लगी!
मैंने सोच कर! अपने योजना के मुताबिक! मैंने माँ को कहा, कि माँ मैं एक बात बोलूँ बुरा मत मानना!
माँ से नीचे में जलन का बहाना बनाया
माँ ने कहा- हाँ! बोलो बेटा!
मैंने कहा- माँ कई दिनों से मेरे नीचे बहुत जलन होती है। लगता है! डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा!
मैं जानता था! कि माँ अपने आपे से बाहर हो गई हैं! इसीलिए कुछ जवाब तो देंगी! मगर, माँ ने मुझे बोला- ठीक हैं! बेटा, अभी तू जाकर आराम कर!
मेरे अरमानो पर! जब पानी फिरते हुए मैंने देखा! तो मैंने कहा, कि आऐ! ईय! ईई माँ!! बहुत ज़्यादा जलन होने लगा गया है, आजकल!
मैं और एक बीमार की तरह नाटक करने लगा और माँ को कहा- माँ बहुत दर्द हो रहा है! माँ अपनी ममता के साथ बहुत परेशान सी हो गई!
वो एकदम से उठकर बोली- बेटा बहुत ज़्यादा जलन हो रहा है! कहाँ हो रहा है?
माँ को अपना लण्ड दिखा दिया
मैंने एकदम से! असली नाटक करते हुए! बिना शर्म लाज के! माँ के सामने अपनी जीन्स और अंडरवियर के नीचे कर दिए!
माँ ने मेरे गिरे हुए! मगर अकड़ा हुआ लण्ड देखती ही रह गई! मगर माँ ने उसको छुआ नहीं और आस पास दबाने करने लगी!
माँ बोली- बेटा अब बता! अब बता!
मैंने कहा- माँ बहुत जलन हो रहा है, मेरे पैखाने के रास्ते में! तो माँ ने मेरा लण्ड हल्का सा छुआ और वो हल्का सा पानी छोड़ रहा था।
माँ चुदासी हो मेरा लण्ड सहलाने लगी
मेरी किस्मत चमकी! तभी जब माँ बिना शर्म के! अपनी हल्की लाल आँखों से मेरे लण्ड! को इस तरह निहार रही थी। जैसे! उसे चूसना चाहती हों जी भरकर! पर कह ना पा रही हों!
माँ थोड़ा शर्मा रही थी! फिर मैंने जानबूझ कहा, कि माँ हाँ! हाँ! थोड़ा अच्छा लग रहा है! और दर्द कम भी हो रहा है! अब माँ थोड़ा बहकने लगी थी, और दवाई का असर दिखने लग गया था!
माँ ना चाहते हुए भी! मेरे लण्ड को अपने हाथ से छोड़ ही नहीं रही थी! अब मैंने भी सोचा! कि कुछ देर और नाटक कर लेता हूँ! और वही हुआ, जिसका इंतज़ार था!
माँ मेरे लण्ड की मुठ मारने लग गई थी! धीरे धीरे! और मैं लेट गया और सोने का नाटक करने लगता! मैंने देखा! मैं सो गया हूँ! यानी नाटक में! फिर भी माँ मेरी मुठ मारने में मस्त हैं!
माँ के होंठों से लण्ड चुसवाने का मजा
हिम्मत करते हुए! मैंने माँ की गर्दन को अपने हाथ से पकड़ा और अपने लण्ड की तरफ बढ़ाया! और मैं मानो जनन्त में चला गया!
जिस औरत के मैं सपने देखा करता था! मेरा लण्ड आज उसके नाज़ुक होंठों के खुद को चुसवा रहा है और मज़ा तब आया! जब मेरा माल हल्का हल्का सा! निकालने लग गया था!
यानी! मैं अब झड़ रहा था! तब मेरी माँ उसे साथ साथ पी भी रही थी! उस भद्दी चुदाई में, मेरी माँ का थूक और मेरे लण्ड का माल से थोड़ी गंदगी हुई!
उससे मेरा और माँ का जोश मानो सातवें आसमान में चला गया था! मैंने मन में कहा कि अब माँ कुछ नहीं बोलेगी और शांति से मैं चोद लेता हूँ!
अब कुछ कहा और माँ होश में आ गई! तो लेने के देने पड़ जाएँगे! मैं अब वो करने लगा! जो जो करने की सोचता था, अब आह! वो करने का समय आ गया था!
माँ के होंठों को और चूचियों को चूसा
सबसे पहले मैंने माँ की सीधा लिटाया! और जमकर उनके होंठों को चूसा! करीब 2 मिनट तक! मैं मस्ती के मूड में उनके गले को चाटा!
मैंने जोश में माँ का ब्लाउज फाड़ दिया! और ब्रा को हटाया। अब गुलाबी-गुलाबी चूचियाँ तो खूब चाटा! चूसा और खींचा!
माँ वहाँ सिसकियाँ ले रही थी- आआ! हह! आ! हह !!! हुउ! हुन्न्ं! आआ! हह आआ! आआ! ह्ह! मेरा जोश तब बढ़ा!
जब मैं चूचियों को अच्छे से, 10 मिनट चूसने क बाद! उनकी गोरे गोरे पेट पर आया, और कसम से यार! क्या खुसबू आ रही थी!
मक्खन जैसी! नाभि मेरे सामने माहौल की वजह से बार बार ऊपर नीचे होने लगी। मानो मेरे होंठों को बुला रही हो!
माँ के नंगे बदन को चूमने का मजा
मैंने माँ के पेट को 1-2 मिनट चाटा और नाभि पर करीब 4-5 मिनट चूमा चूसा और अच्छे से चूसा चूचियाँ! फिर पेट! चूचियाँ- पेट चूचियाँ- पेट!
मैंने अच्छे से चाटने, चूसने के बाद! मेरा झड़ा हुआ लण्ड फिर अकड़ने लगा! मैंने माँ का पेटिकोट धीरे धीरे खोला! माँ ने सफ़ेद रंग की पैन्टी पहनी हुई थी।
उनकी चूत पानी से भीग चुकी थी! मैंने पहले एक मिनट! पैन्टी के ऊपर से ही माँ की चूत को चाटा! माँ ने भी मेरा साथ देते हुए, मेरे बालों को पीछे से पकड़कर अपनी चूत पर लगवाया।
वो बिना कुछ बोलते हुए, बस मुझे चूत पर दबाए हुए रखा! धीरे से मैंने माँ की पैन्टी अलग की, और अपनी पैंट पूरी उतार कर लण्ड को माँ के ऊपर लेते हुए चूत से सटा दिया।
माँ की चुदी चूत चोदने में बहुत आनन्द
चुद चुद कर माँ की चूत इतनी टाइट तो नहीं रह गई थी! फिर भी मेरी ठरक था तो इसीलिए मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।
लण्ड एक ही बार में! अन्दर चला गया! पूरे जोश में 10-12 मिनट! तक खूब झटके लगाने के बाद! मैं माँ की चूत में ही अपना सारा माल छोड़ बैठा!
अब मैं जोश में! माँ से चिपककर उनके होंठों को चूसने लगा। जो मेरा माल माँ की चूत पर गिरा था, उसको हल्का हल्का सा यहाँ वहाँ बिखेरने लगा।
मैंने कुछ देर में महसूस किया, कि माँ भी झड़ चुकी हैं! मैंने सोचा! अब माँ से माँफी माँग लेता हूँ! कि अंजाने में क्या क्या हो गया। मगर! मैं ग़लत था! औरत तो औरत होती है!
माँ ने कहा- बेटा ऐसे ही चोद दिया करना! जब मैं कहूँ, पर यह रिश्ता सबसे दूर रखना! समाज में हमारी बहुत बदनामी होगी!
यह सुनते ही! मैं तो जैसे पागल हो गया! तब मैं और माँ लगभग दिन में 4 बार तो चुदाई कर ही लेते हैं! जब पापा घर पर नहीं होते हैं!
तो दोस्तो, मेरी कहानी आपको कैसी लगी? आप मुझे ज़रूर बताइएगा! यह कोई झूठी कहानी नहीं है! यह सब अब भी मेरे साथ हो रहा है।

Desi maal

$
0
0
Which of the following sluts will u fuck and why

New year first tribute

$
0
0
Who is your new year first tribute ?

Old Cougar in her 40's vs horny Young man in his 20's (who's luckier in this scene)?

My slutty aunt

$
0
0
How is she looking


Pls comment for more pics of her

என் மகளும் தேவடியா

$
0
0
கலாட்டா குடும்பமா

நான் லட்சுமி வயது 35 விதவை என் மகள் ரூபவதி வயது 12.

என் அண்ணன் சிவ மூர்த்தி வயது 45 அண்ணி சுகந்தி வயது 40 மகன் தமிழ் செல்வம் 20 மகள் தமிழ் 17 .

என் அக்கா கீதா பிரியா வயது 40 அத்தான் அனந்து 43 மகள் சோனியா 18 இளைய மகள் இலக்கியா 16.

நான் அன்று என் மகள் ரூபாவுடன் சென்னையில் உள்ள அண்ணன் வீட்டிற்கு வந்தேன் . 5 வருடம் கழித்து அமெரிக்காவிலிருந்து அன்று தான் அண்ணனை காண வருகிறேன்.

ஏர்ப்போர்ட்டிலிருந்து வீட்டிற்கு வந்தது கதவை தட்டியதும் அண்ணி கதவு திறந்தவள் தன் கண்களையே நம்ப முடியாதவளாய் ஆச்சர்யபட்டாள்.அடி சண்டாளி இப்படியா சொல்லாம கொள்ளாம வருவ என்று என்னை கட்டி பிடித்து தன் ஸ்டைலில் என் மார்புகளை பிசைய அண்ணன் ஓடி வந்து என்னை முத்தமழையால் நனைக்க அண்ணி கவனமாக என் உடம்பில் சுற்றியிருந்த சேலையை உருவினாள் .அண்ணன் என் மகள் ரூபாவை பார்த்து அடடே ரூபா குட்டி என்று அவளை அனைக்க என் மகள் அவருக்கு லிப் கிஸ் கொடுத்தாள் அன்னி அவள் ஸ்கர்ட் பட்டன்களை அவிழ்த்து நிர்வானமாக்க வாவ் என்று அண்ணன் என் மகளின் நிர்வானத்தை ரசிக்க அண்ணி என் பாவாடையை கழட்டி நிர்வானமாக்கினாள்.

அண்ணி எங்களை குளிக்க சொல்லி அக்காவிற்கு போண் பண்ணி குடும்பத்துடன் வர சொன்னாள்.பிறகு என்னை பார்த்து ஏய் சன்டாளி இன்னைக்கு இரண்டு குடும்பமும் உண்ணை வச்சி செய்ய போறாம் என்று சிரிக்க ரூபா அண்ணியை பார்த்து ஆண்டி நாஙக ரெடி நீங்க ரெடியா என்று அண்ணி கேட்க
அண்ணன் ஏய் இவ சின்ன பொண்ணு என்று சொல்ல அய்யோ மாமா இங்க பாருங்க என்று தன் கூதி இதழ்களை விரல்களால் விரித்து தன் கூதி ஓட்டையை காட்டினாள்.நான் அண்ணா மண்ணிசுகோங்க அமெரிக்காவில் எந்த பொண்ணும் கண்ணிதன்மையோட வாழ்றது கஷ்டம் இவ 8 வயசுல ஸ்கூல் கூட படிக்குற பையன் இவளை கற்பழிச்சுட்டான் பிறகு பல பசங்க கூட படுத்திட்டா என்று சொல்ல அண்ணி என் மகளை வருடியபடி அடி போடி என் பொண்ணே பல பேர்கிட்ட இடி வாங்கிருக்கா என்று சொல்லவும் அக்கா குடும்பம் வரவும் சரியாக இருந்தது.

வாடி வப்பாட்டி லட்சுமி என்று கத்தியபடி என் அத்தான் என் மார்புகளை பிசைய நான் அவர் மடியில் சாய அக்கா என் கூதிமேட்டை தடவினாள் அத்தான் என் உதடுகளை கவ்வி என் எச்சிலை உறிஞ்ச அக்காவின் மகள்கள் சோனியாவும் இலக்கியாவும் என் முலைகளை கடித்து சித்தி கும்முனு இருக்க என்று சொல்ல அக்கா தன் முகத்தை என் தொடையிடுக்கில் புதைத்தாள்.

நான் இன்பத்தில் முனக என்னுடன் இன்னொரு முணகல் சத்தம் கேட்க
திர்ம்பி பார்த்தேன் என் அண்ணன் என் மகள் கூதி மேட்டில் தன் சுண்ணியை நுழைத்து கொண்டிருந்தார்.

என் அண்ணனின் ஆறு அங்குல சுண்ணியை அனயாசமாக தன் கூதியில் வாங்கி கொண்ட என் மகள் முணகி என் அண்ணனை மேலும் உசுப்பேத்தினாள்.
என் மகள் ஓல் வாங்குவதை ஆச்சர்யமாக பார்த்த அக்கா மகள்கள் ரூபா பாவம் என்று சொல்ல அடி போடி அவ கிழிஞ்ச கூதி டி எப்படி தேவடியா மாதிரி ஓல் வாங்குறா பாரு என்று அக்கா சொல்ல ஏய் யாரு என்ன கூப்பிட்டது என்று என் அண்ணன் மகள் தமிழ்மதி தன் ஒரு பக்க மார்பு பிராவைவிட்டு வெளியே தொங்கியபடி வந்தாள்.என்னை பாத்து ஏய் அத்தை எப்படி வந்தே என்று அவ பங்கிற்கு என் மார்பை சோனியா வாயிலிருந்து பிடுங்கி சப்பினாள்.என் மார்பில் பால் வருவதை கண்ட அவள் அடி திருட்டு முண்டை என்று மற்றொரு மார்பை கடித்த இலக்கியாவை பார்த்து முண்டை கடிக்காத டி சப்புடி என்று சொன்னாள் அவள் புரியாமல் விழிக்க என் மார்பை அமுக்கினாள் என் பால் மார்புகாம்பிலிருந்து புறப்பட்டு சர்ரென்று என் அக்கா முகத்தில் அடிக்க அனைவரும் ஒரு சேர என் மேல் பாய்ந்து பால் குடிக்க துவங்கினர்

பாவம் ஆஷா

$
0
0
பாவம் ஆஷா

அன்று வழக்கமாக காலேஜ் கிளம்பும் பருவ சிட்டு ஆஷா கிளம்ப சற்று தாமதமாக கிளம்பினாள். ம் சும்மாவா ஸ்லீவ்லஸ் டாப்ஸ் போட அக்குளில் ஷேவ்பண்ணி வேக்ஸிங்க பண்ணவே நேரமாகியது.சாதாரண பெண்களே அக்குளை ஷேவ் செய்து ரோட்ல போகும் போது கைகளை தூக்கி அக்குளை காட்டி சீன் போடும் போது பேரழகியான ஆஷா செய்வது சரிதான் என்று தோன்றும்.தன் வெள்ளை மேணியை வெளிக்காட்டி லோ டாப் அனிந்து டைட்கான பிராவை அணிந்திருந்தாள் அவள் உருண்டையான வெண்ணை பந்துகள் போன்ற மார்புகள் நிமிர்ந்து பிதுங்கி பாதி வெளியே தெரியும் படி இருக்க டாப்ஸில் இருந்த வாசகத்தை பார்த்தாள் பிரஸ் மீ என்று இருந்தது சும்மா வே அந்த ஏறிய பசங்க முதல் கிழவன்கள் வரை அனைவர் பார்வையும் அவள் இளம் பந்துகள் மீது இருக்க ஆஷாவின் இந்த வாசகம் கட்டாயம் விரீதத்தில் முடியும் என்று தோன்றியது.ஆஷா அதெல்லாம் கண்டுகொள்ளாமல் வீட்டை விட்டு வெளியே வர ஆஷா என்ற குரல் கேட்டு திரும்பினாள் அது அவள் பக்கத்து வீட்டு பையன் அரவிந்த் 22 அவன் புனேயில் படிக்கறான் விடுமுறைக்கு சென்னை வந்திருந்தான்.

அரவிந்த் அண்ணா லேட் ஆயிடுச்சி காலேஜ் டிராப் பண்றியா என்று ஆஷா கேட்ட போது மறுக்க முடியலை.காரணம் அரவிந்த் சரியான ஓல் பிரியன் அவன் புனேயில் ஓக்காத புண்டைகளே இல்லை .இங்கே ஆஷாவின் அம்மாவை ஓக்க தருணம் பார்த்திருந்தான் ஆஷாவை காலேஜில் விட்டு விட்டு அவள் அம்மாவை கற்பழிக்க திட்டமிட்டான்.ஆஷா அம்மா செம மாமி 40 வயதிலும் தளுக்கான பொம்பள இந்த வயசில கற்பழிச்சா வெளிய சொல்ல முடியாமல் மௌனமாக இருந்துவிடுவார்கள் என்பது அவன் அறிந்த உண்மை.

பைக்கில் ஆஷாவை ஏற்றிகொண்டு காலேஜை நோக்கி சீறிபாயந்தான்.ஏனோ அவன் சுண்ணி புடைத்து கொண்டு அவன் பைக்க ஓட்ட சிரமம் குடுக்க வழியில் பைக்கை நிறுத்திவிட்டு மரத்தின் பின் மறைந்து பேண்டே கழட்டி பூலை கையில் எடுத்து கையடித்தான் ம்ஹூம் கஞ்சி வர மாதிரி தெரியலை மேலும் பூலு பெருத்தது கஷ்டபட்டு பூலை பேண்ட்குள் திணித்து பைக் ஓட்டினான் அவன் பூல் பெருத்தாலே வேட்டை தான்.ஏதாவது ஏமாளி புண்டை அவன் பூலுகிட்ட மாட்டி சின்னாபின்னாமாகும்.அதுவரை குழப்பத்துடன் ஓட்டியவனுக்கு அவன் பைக் பள்ளத்தில் இறங்கி ஏறிய போது ஆஷா அவன் மீது சாய அவள் பந்துகள் அவன் முதுகில் அழுந்த பொறி தட்டியது அவன் பூலுக்கு புண்டை ரெடி என்று அறிந்ததும் சாலையை ஒட்டிய மன் சாலையில் அடர்ந்த மரங்களிடையே ஓட்ட அண்ணா ஏன் இப்படி போறீங்க என்று ஆஷா கேட்க இது ஷார்ட் கட் மா என்று சொல்லி ஒரு பாழடைந்த வீட்டிற்கு முன்பு பைக்கை நிறுத்தியவன் பட்டென்று ஆஷா கையை பிடித்து உள்ளே சென்றான்.
ஆஷா விடுபட முயல பளார் பளார் என்று கண்ணங்கள் சிவக்க அறைந்தவன் பட்டென்று அவள் டாப்ஸில் கைவிட்டு இழுக்க படீரென்று கிழிந்து தொங்கி இரீ மார்புகளையும் காட்டியது ப்ளீஸ் அண்ணா விட்ருங்க என்ளு கதளிய ஆஷாவை பார்த்து தன் பேண்டை கழட்டு தன் உலக்கை பூலை காட்டி இது உணக்குள்ள விட தான் போறேன்டி செல்லகுட்டி ஜட்டியை அவுத்துருமா என்று வில்லதனமாக சிரித்தான் .ஆஷாவின் மௌனத்தை பார்த்து பாருமா நீயா கழட்டினா நான் ஓத்துட்டு விட்றுவன் முரண்டு பண்ண டிரஸை கிழிச்சுட்டு ஓத்து அம்மணமாக விட்ருவேன் வர போறவன் எல்லாம் ஓத்துட்டாருப்பாங்க என்று பூலை ஆட்டினான்.

அவனின் ஒரு அடி நீள பூலை கண்டதும் குலை நடுங்கியது அவளுகாகு அம்மாடியோவ் இது உள்ளே போனால் கருப்பை சிதைந்து விடும் என்று உணர்ந்தவள் அழ துவங்கினாள்.

ஆஹா என்று சிரித்த அரவிந்த் தன் பூலை ஆட்டியபடி அவளது தலைமயிரை பிடித்து இழுத்து கீழே தள்ளிறான் வலிமால் துடித்த ஆஷா வேறு வழியில்லாமல் ஆடைகள் கழட்டி அம்மணமானாள்.அங்குலம் அங்குலமாக அவளது அம்மண உடம்பை ரசித்தவன் அவளது புதர் மண்டிய கூதிமேட்டை தடவி முகர்ந்தான்.ஏண்டி முண்டை இங்க ஷேவ் பண்ல என் புண்டையில் அறைந்தவன் புண்டை மயிர்களை விலக்கி புண்டை ஓட்டையை நக்கி ஈரப்படுத்தினான்.ம் தன் கடப்பாரையை இறக்க வேண்டுமல்லவா.ஏண்டி நீ கண்ணியா என்று விரலை அவ கூதியில் விட்டபடி கேட்க ஆம் என்று அவள் தலையசைக்க செம மூட் ஆகியவன் அவள் கால்களை ஓஇயித்து தன் முரட்டு சுண்ணியை கூதி மேட்டில் வைத்து அழுத்த அது உள்ளே செல்லமுடியலை டைட்டா இருந்தது சுண்ணாயை மெதுவாக ஏறி அடித்து தடுத்த அவள் கண்ணிதிரையை எம்பி எம்பி அடித்து அவன் கிழித்த மாதிரியில் உமியே போண மாதிரி கத்தினாள் ஆஷா.அவளுடைய கதறல்கள் அவன் ஆண்மையை தூண்ட ஆழமாக ஓங்கி குத்தி அவளது கண்ணிதிரையை கிழித்து நாசப்படுத்திறான் ஆ ஆ என்று அலறியபடி மயங்கியவளை எழுப்பி இன்னும் இருக்குடி செல்லகுட்டி என்று அவள் கூதியில் வழிந்த அவள் இரத்தத்தை எடுத்து அவ நெற்ளியில் வைத்தான்.மறுபடி ஓத்தான் ஆஷா வலி தாங்காமல் அலறிபடியே ஓல் வாங்கினாள்.அரவிந்த் சுண்ணியிடம் சிக்கி மெல்ல சீரழிந்து கொண்டிருந்தாள் ஆஷா என்ற அழகு பதுமை வழக்கமாக வணப்புகளை காட்டி காண்போரை கட்டி இழுக்கும் அவள் மார்புகளை பற்களால் கடித்து குதறி கடித்து இழுத்துகொண்டிருந்தான்.உருண்டையான அவள் மார்புகள் அவனிடம் சிக்கி வீங்கி உருமாறின அவன் சுண்ணிதான் அவள் கூதியை சிதைக்கிறது என்றால் அவளின் மீதி உமியை அவன் கூறிய நகங்கள் அவள் காம்புகளை கிள்ளி எடுத்தன .
நேரம் ஆக ஆக அவன் ஓலை சமாளாக்க முடியாமல் அவனை தள்ள முயன்று தோற்றாள் ஆஷா அவனும் விடாப்படியாக ஓத்து கொண்டிருந்தான்.என்னட முண்டை இரு மீதி உயியை எடுக்கறேன் என்ளு அவளை கையில் தூக்கி இடுப்பை பிடித்து அசுர அடி அடித்து ஓக்க அவன் சுண்ணி அவளுக்குள் தாக்கி சத் சடாரென ஓசை எழுப்பியது.தன் உடலை அவன் சுண்ணி கூறுபோடுவதை பார்த்தபடியே அழுது கொண்டிருந்தாள்.மரண வலி ஏற்பட்டு துடிக்கையில் சூடான கஞ்சியை அவள் கருப்பையில் நிரப்பினான்.அவன் சுண்ணி அவளுக்குள் துடித்தது முழு கஞ்சியும் வடிய 5 நிமிசம் ஆனது.தொங்கிய சுண்ணியை அவளுக்குளிருந்து எடுத்தவன் தன் சுண்ணி முன் தோலை விலக்கி சுண்ணிமொட்டிர்கு பின் இருந்த கஞ்சி சொட்டுகளை அவள் முகத்தில் பூசினான்.அழுதபடி கிடந்தவளை வெற்றிகளிப்புடன் பார்த்தான் கால்களை விரித்தபடி சற்று முன் காஷ்மீர் ஆப்பிள் போன்ளிருத்தவள் அவன் சீரழித்த பின் குப்பை மாதிரி கிடந்தாள்.அவள் கூதிமேடு அவள் இரத்தமும் அவன் கஞ்சியும் சேர்ந்ணு இளம் சிவப்பாக இருந்தது.மறுபடி அவன் சுண்ணி கிளம்பியது கண்டு ப்ளீஸ் செத்துறவன் விட்டுடு என்று கெஞ்சியவளை ஆதரவாக தடவியவன் தன் சுண்ணியை அவள் முன் நீட்டி நல்ல பொண்ணா நடந்துக்க என்றான்.புரிந்ணவளாக அவனது சுண்ணியை சப்ப ஆரம்பித்தாள் .சாரிடி உன் அம்மாவை போட தான் நினைத்தேன் நீயே வந்து மாட்புனா நான் என்ன பண்றது என்றவனை பார்த்ணை என்னை ஏன் நாசம் பண்ண என்னை கொண்ணுடு என்று கத்தி ஆய்பாட்டம் போட்டாள் ஆஷா.ஏய் நீ இப்ப பாதி செத்துட்ட உன் பின் ஓட்டையில ஒரு ஷாட் போட்டால் மீது உயிரும் போயிடும் செய்யட்டா என்றான்.ஐயோ விட்ரு என்று கெஞ்ச ஏய் மயிரு எற்றை லவ் பண்ணிடு இல்லை உண்ணை திணமும் நாசம் பண்ணுவேன் என்று சுண்ணியை காண்பிக்க அவள் அவனை அனைத்ணு ஐ லவ் யு ஐ லவ் யு என்றை முத்தமிட்டாள். ம் அவன் மனதில் சியித்ணு கொண்டான் பூனாவில் இதுவரை ஒண்பது பேர் அவனால் தாயாக்கபட்டு குழந்தை பெற்றுவிட இந்த முறை இவளும் தாமானால் பத்தாவது குழந்தை .அதுவரை அவளை காதலிக்கிற மாதிரி ஓல் சுகம் அனுபவிசிட்டு கரெட்டா எட்டாவது மாதம் கம்பி நீட்டுவது இவன் பிளான்.அது தெரியாது அவள் ஐ லவ் யு என்று தன் வலியையும் மறந்ணு முணக அவளது காம்புகளை சப்பியபடி அடுத்த ஓலுக்கு அவளை தயார் செய்தான்.பாவம் ஆஷா

சூப்பர் தேவடியா

$
0
0
அன்றைய தினம் ஸ்டுடியோவே கலைகட்டியது அன்று அனைவரும் எதிர்பார்த்த சூப்பர் தேவடியா பைனலஸ்.

அந்த நிகழ்ச்சி நடுவர் ரம்பா ஜோதிகா மீனா தொகுப்பாளர் டி டி எனப்படும் திவ்ய தர்ஷினி

போட்டியாளர்கள் ஸ்ருதிஹாசன் ஓவியா கீர்த்தி சுரேஷ் மற்றும் பிந்து மாதவி.

டி டி மற்றும் அனைத்து போட்டியாளர்களும் பிரா ஜட்டியுடன் இருக்க நடுவர்கள் பாவாடை மட்டும் கட்டி கொண்டிருந்தனர்.

டிடி மீனாவை பார்த்து மீனா மேம் நீங்க ரெடியா என்று கேட்க.

மீனா ; நாங்க ரெடி என்று பாவாடையை இறக்கி ஒருபக்க உருண்டை முலையை காமிக்க கூட்டத்திலிருந்து லட்சுமி ராமகிருஷ்னன் உரத்த குரலில் என்னமா இப்படி பண்றீங்களே மா என்று கேட்க.

ரம்பா எழுந்து ஏம்மா காத்து போன பலூன் மாதிரி தொங்கி போண முலைய வச்சுட்டு என்ன அலப்பரை என்று அதட்ட மைக் அங்கே குடுங்க என்ற குரல் கேட்டு டிடி திரும்ப கோபிநாத் களத்தில் இறங்குகிறார்.யோவ் கோபி நீயா நானா நடத்துறது விட்டுட்டு இங்க என்ன பண்ணுற என்று லட்சுமி கேட்க இந்தாங்க மேடம் மைக் என்று அவளிடம் மைக்கை நீட்டுறார் கோபி.யோவ் லூசு புண்ட மைக்க அவகிட்ட குடுக்காதா உள்ள உட்டுப்பா கர்மம் போயும் போயும் கிழப்புண்டையிலயா மைக்க விடறது என்று ஆதங்க பட்டாள் டிடி.
ஏய் டிடி இந்தா மைக்கு என்ற மீனாவை பார்த்து என்ன மேடம் அப்போ அது என்றாள் .ஏண்டி குருட்டு முண்ட நான் சாப்டிருந்த மக்கா சோளத்தை புண்ட மவன் பிடுங்கி அவ கிட்ட கொடுத்தான் கிழவியும் அதை வாங்கி சொருகிட்டா.

என்னவோ என் முலைய காமிச்சதுக்கு கத்துனா இப்போ கூணில விடுறா என்று கோபபட்டாள் மீனா.

ஜோதிகா அவளை பார்த்து மீனா ஆண்டி உங்க முலை சூப்பர் ரவுண்டா இருக்கு லெஸ்பியன் பண்ணணலாமா.

ரம்பா : ஏய் ஜோ நம்ம எல்லோருமே தேவடியாக்கள் நமக்கு என்னடி மரியாதை

மீனா ; ஜோ என்னை மீனா னு கூப்பிடு
சரி என்ன கேட்ட

ஜோ ; லெஸ்பியன் பண்ணலாமா

ரம்பா ; அதான்டி கூதிமேல கூதிய வச்சு தேய்கறது.

மீனா ; ஆனா உன் கூதி மயிரா இருக்குமே.

ரம்பா : அடி முண்டைகளா ஏற்கனவே பண்ணிடீங்களா.

ஜோ : இல்லை .அவ நான் ஓல் வாங்கும் போது பாத்ருப்பா.ஏய் இங்க பாருங்கடி மயிரை காலையில் தான் மழிச்சேன்.

லட்சுமி : கர்மம் இப்டியா பாவாடை தூக்கறது .

டிடி : மேம் எணக்கே அவுத்து போட்டு அம்மணமா திரியனும் போல இருக்கு.

கோபி ; டி டி நான் அவுகட்டா.

ரம்பா ; ஆமாம் இவன் உன் டிரஸ் அவுத்துட்டை ஓக்கறதுக்கு நீயா நானா வச்சிடுவான்.

மீனா : கோபி அவள அவுக்கறது இருகட்டும் உங்க ஜிப்ப போடுங்க உன் சுண்ணி வெளியே வருது.

தொடரும்

சூப்பர் தேவடியா 2

$
0
0
சூப்பர் தேவடியா பகுதி 2

டிடி என்னும் திவ்ய தர்ஷினி தன் கொழுக் மொழுக் முலைகளை குலுக்கி அரங்கையே தெறிக்கவிட ஆடியன்ஸில் ஆண்கள் பாதி பேர் பேண்ட் கழட்டி கையடிக்க துவங்க மீனா வாவ் இவ்வளவு சுண்ணியா என்று வாய பொளக்க

டிடி ; மீனா மேம் இப்பவே வாய பொளந்துட்டீங்க.நம்ம கண்டஸ்டன்ட்ஸ் டிரஸ் அவுத்தா கஞ்சி மழையே பெய்யும் .

ரம்பா ; அவ சொல்றதுதான் கரெக்ட் அவளுங்களா அவுப்பாங்களா நாம அவுக்கனுமா.

ஸ்ருதி ஹாசன் : அவசியமே இல்ல நான் பிரா மட்டும் தான் போட்ருக்கேன் அவுப்பது ஈசி.

லட்சுமி ராம கி; அடி சண்டாளி கீழே ஒன்னும் போடலியா.

ஸ்ருதி : வீட்ல இருக்க மாதிரி வந்ணுட்டேன்.என் டாடி க்கு அது தான் பிடிக்கும்.

கோபி ; ஸ்ருதி மேம் நான் கழட்டவா உங்க ஐட்டிய.

ஸ்ருதி : யோவ் கூமுட்ட என் கையால கூதிய மூடிருக்கேன் இதோ பாரு

கோபி : வாவ் நைஸ் புஸ்ஸி

டிடி : தமிழு தமிழு.

கோபி : அழகான புண்டை.

பிந்து : ஏய் முண்டைகளா நீங்க என்ன குலுக்கறது நான் குலுக்கிறேன் பாரு எப்படி குலுங்குது என் மாரு.

ஜோ : இவ ஏதோ நல்லவ னு நினைச்சா விபச்சாரி மாதிரி ஆடுறா.

மீனா : ஏய் பொந்து ச் சீ பிந்து ஆட்டாத டி.

பிந்து : என்னுத அப்படிதான் ஆட்டுவேன்

டிடி : பொந்து மேம் ஆட்டுங்க ப்ளீஸ் ஆடியன்ஸ் ஒன்ஸ் மோர் கேக்குறாங்க.

ஜோ : ஓவியா ஓவியா என்ன சத்தம் கானம்.

டிடி : ஓவியா மேம் தூங்கிட்டீங்களா.

பிந்து : தேவடியா .

ஓவியா : இத வரேன்.

பிந்து: ஹா ஹா இது தான் அவ பெயர்.

டிடி ; நேயர்களே மிகவும் விருவிருப்பான கட்டத்தை நெருங்கிவிட்டோம் கண்டஸ்டன்ஸ் அனைவரும் அவுத்து போட்டு அம்மணமாக நிக்க நானும் ஜட்ஜஸும் அம்மணமாகிடோம். கோபி கையடித்து கொண்டிருக்கிறார்.

லட்சுமி : என்னமா இப்படி பண்றீங்களே மா.

ஆடியன்ஸ் : ஏய் கிழவி இன்னும் பண்ணவே இல்ல .

டிடி ; இப்போ ரவுண்ட் ஒன் கண்டஸ்டன்ஸ் கண்களை கட்டிருக்காங்க அவுங்க முன்ன இரீப்பதை என்ன என்று சொல்லனும் .
கீர்த்தி மேடம் ஏன் லேட்.

கீர்த்தி சுரேஷ் ; ஷூட்டிங் ஹி ஹி

ஸ்ருதி : பொய் விஷால் கூட ஓல் வாங்கிட்டு வரா .டிரஸ் அவுருடி.

ஆடியன்ஸ் : டிரஸ்ஸ கழட்டுடி முண்டை கிழிய போறது உன் புண்டை.

பிந்து : காமெடி அவ புண்டை தான் அதிகம் கிழிஞ்சது பாரு எவ்வளவு பெரிய ஓட்டை.

மீனா : ஏய் பொந்து பொத்திக்கோ நாங்க இவள பார்க்குறோம்.

பிந்து : பார்த்து தலைய அவ கூதிக்குள் விட்றாதீங்க.

ஸ்ருதி : ஏய் பொந்து ஏன்டி அவ கூதியில காது வைக்கிற

பிந்து : ஏய் நீ சொன்னது சரி தான்
விஷால் தான் ஓத்துருக்கான் ஓத்துட்டு இவ கூதிக்குள்ள முழுகிட்டான்.

கீர்த்தி : யோவ் பாஸ்டர்ட் கோபி உன் கையை எடுயா என் கூதில யிருந்து.

டிடி : கீர்த்தி மேமு கண்ண கட்டுங்க

மீனா : ஏய் அவ பிராவ கழட்டுடி

டிடி ; மேம் ப்ளீஸ் பிரா கழட்டுனா எரும மாட்டு மடி மாதிரி இரண்டும் தொங்கும் எவனாவது பால் கறக்க ஆரம்பிச்சுவான்.

ஓவியா ; இது ஓத்துக்க முடியாது ஆண்டி மாதிரி இருக்கா அவளுக்கு எதுக்கு பிரா.

டிடி ; கோபி பிராவை கழட்டு
ஸ்ருதி முதலில் கண்ணை கட்டுங்க முன்னால இருப்பது என்ன .

ஸ்ருதி : காண்டம் மாதிரி இருக்கு எதுக்கும் மூந்து பாத்து சொல்றேன்.ஆமா காண்டம் தான்.

மீனா : வாவ் 10 பாயின்ட்ஸ்.

பிந்து : எவனோ ஆட்டோகாரன் யூஸ் பண்ணது போல ரொம்ப நாறுது.

ஜோ : ஏய் சுப்பர்டி 20 பாயின்ட்ஸ்.

ஓவியா ; ம் புளிக்குது அனேகமா இவனுக்கு இது இரண்டாவது ஓல்

ரம்பா : தேவ்டியா குட்டி 30 பாயின்ட்ஸ் டி.

டிடி : யோவ் கோபி அவள விடு

கோபி : சாரி எங்க வீட்டு தலையானி னு நினைசுசு அவ முலை மேல தூங்கிட்டேன்.

டிடி : கீர்த்து மேம்

கீர்த்தி : கர்மம் கர்மம் காண்டம் வாங்க துப்பில்லாத கபோதி எவனோ ஓத்து போட்டது மாட்டி எந்த தேவடியாளையோ ஓத்துட்டு போட்ருக்கான்.

மீனா : வாவ் சூப்பர் 50 பாயின்ட்ஸ்.

டிடி ; கீர்த்தி மேம் ஒரு சர்ப்ரைஸ் இந்த காண்டமனால ஓல் வாங்கியவர் உங்கள் எதிரில் கண்களைஹதிரந்து பாருங்க.

கீர்த்தி : வாவ் திரிஷா மேம்.சாரி உங்கள தேவடியானு திட்டிடேன்.

திரிஷா : என்ன சொன்ன நான் பச்ச தேவடியா டி அதுவும் பச்ச குத்தின தேவடியா என்று பிராவை கழட்டி அவ பச்சை குத்தி இடது மார்பை காட்ட.

ஓவியா ; வாவ் த்ரிஷா .

டிடி : ஜட்ஜஸ் அதிக மார்க் குடுத்ததால் இன்றைய டைட்டில் வின்னர் கீர்த்தி சுரேஷ் கு போன சீசன் வின்னர் தேவடியா திரிஷா பரிசு வழங்குவாங்க.

திரிஷா ; இந்த சீசன் தேவடியாவா கீர்த்தி வின் பண்ணது மகிழ்ச்சி ஏன் என்றாள் அவ அம்மாவும் என் அம்மா மாதிரி தேவடியா தான்.அதனால இந்த மாலைய அவளுக்கு போடறேன்.

டிடி ; ஆடியன்ஸ் இது சாதாரன மாலை இல்லை மும்பை ரெட்லைட் ஏரியால ஓத்து போட்ட காண்டம் மாலையா கோத்து போட்ருக்காங்க.

கீர்த்தி ; வாவ் ஆடியன்ஸ் மற்றும் ஜட்ஜஸ் மிக்க நன்றி.உங்களுக்கு தெரியுமா சின்ன வயசில எங்கம்மாவ ஓத்தவன் அவுத்து போட்ட காண்டம் மட்டும் தான் சப்பிருக்கேன்.இப்ப பல ஆயிரம் காண்டம் இருக்கு பல ஆயிரம் வகையான கஞ்சி.

என் குடும்ப ஓல்

$
0
0
என் குடும்ப ஓல்

நான் சாமுண்டீஸ்வரி வயது 35 கணவர் சேகர் வயது 44 பெரிய ஓல் மண்ணன் அவர் பூள் ஒன்னே கால் அடி நீளம் ஓத்தார்னா அரை மணிநேரம் அசராமா ஓத்து தள்ளுவார் .அவர் பூளீக்கேத்த புண்டை நான் அவர் என்னை எப்படி எந்நேரம் ஓத்தாலும் ஓயாமல் நானும் ஓல் வாங்குவேன்.எங்களுக்கு பிறந்த பிள்ளைகள் மட்டும் எப்படி இருக்கும் அதுகளும் ஓல் பிரியர்கள் அதிலும் என் மகன் சுதாகர் வயது 20 என்னை சூத்தடிப்பதில் கில்லாடி நான் அசந்து இருக்க நேரம் படக்கென்று என் பாவாடையை தூக்கி பின்னாடி சொருகி அடிக்க ஆரம்பிச்சிடுவான்.என் மகள் ஆஷா 18 என்னை மாதிரி அப்பனும் புள்ளையும் அவளை கொஞ்சுவது பலான படத்தை விட ஆபாசமா இருக்கும் இப்பதான் இரண்டு வாரத்திற்கு முன்னாடி
18 வது பிறந்தநாளில் தன் கண்ணிதன்மை இழந்து காம உலகிற்கு அடி எடுத்து வைத்தாள்.

எங்கள் குடும்ப காமம் எங்கள் அனைவருக்கும் பிடித்திருந்தது .வீட்டில் அனைவரும் அம்மணமாக தான் இருப்போம் யார் கூட யார் படுப்பது என்று கட்டுபாடு இல்லை .என்னை என் மகளும் மகனும் வாடி போடி னு கூப்பிடுவார்கள் .
சரி கதைக்கு வருவோம்.

அன்று ஆபீஸ் ல இருந்து வீட்டிற்கு வந்ததும் ஆஷாவின் அலறல் சத்ணம் காதை கிழிக்க பெட்ரூமை எட்டி பார்க்க ஆஷாவின் மேல் சுதாகர் படுத்து கொண்டு அவளை இயக்கி கொண்டிருந்தான் .என்ன அருமையான காட்சி என் மகளை என் மகன் போட்டு ஓத்து கொண்டிருக்க அவள் கண்களை மூடியபடியே ஓல் வாங்கி கொண்டிருக்க அவன் ஓபபதற்கு ஏற்ப அவள் உருண்டை மார்புகள் அங்கும் இங்குமாய் குலுங்கின .என் மார்பு காம்புகள் விரைத்தன என் கூதியில் ஊளறல் எடுத்து மதன நீர் கசிய துவங்கியது என் ஆடைகள் கலைந்து அம்மணமானேன்.இப்பொழுது சளக் சளக் என்று சத்தம் கேட்க என் செல்லங்களை திரும்பி பார்த்தேன் சுதாகர் வேகமாக ஓத்து கொண்டிருந்தான் ஆழமாகவும் ஓத்திருப்பான் போல என் மகள் கண்களை இறுக்கி மூடியவாறே பல்லை கடித்து கொண்டாள்.சுதாகர் வேகம் மீண்டும் அதிகரிக்க ஆஷாவின் வாயிலிருந்து ஆ ஆ ஸ் வ் ஆ என்று முணகல்கள் வெளிவர நான் ஆனந்தத்துடன் என் கண்மணிகளின் விளையாட்டை ரசித்துகொண்டிருந்தேன் . தப் தப் சளக் என்று சுதாகர் சுண்ணி ஓசை எழுப்பியதும் அவனுக்கு மூச்சுவாங்கியதும் அவன் உச்சகட்டத்தை அடைகிறான் என்பதை உணர்ந்தேன்.ஆஷா அவனை பார்த்து அண்ணா ப்ளீஸ் காண்டம் போடலை கஞ்சி விட்றாத கர்ப்பம் ஆகிடுவேன் ப்ளீஸ் என்று கெஞ்சினாள். சுதாகர் முயன்று தோற்று போனான் தன் அசுர அடிகளின் வேகத்தை கட்டு படுத்து முடியாமல் பட்டென்று சுண்ணியை அவள் கூதியில் இருந்து வெளியே எடுக்க என் மகளின் முகத்தில் ஏமாற்றம் நான் அவன் சுண்ணியை அவள் கூதியில் சொருகி டேய் கண்ணா பண்ணுடா எணக்கு பத்தியை பெற்று கொடு டா குழந்தை பிறந்தா பரவாயில்ல ஓலுடா என்று உசுப்பேற்ற குழம்பிய நிலையில் சுதாகர் இடுப்பை அசைத்து ஆழமாக குதுதினான் அவன் இடுப்பு அசையவில்லை என் மகள் இல்லை வேண்டாம் போச்ஙே என்று அழுது கொண்டிருந்தாள் 5 நிமிடம் அவள் மேல் படுத்து கொண்டிருந்தான் அவன் கஞ்சி ஒரு சொட்டு விடாமல் அவள் கருப்பையில் இறங்கி கொண்டிருந்ததை உணர்ந்தேன்.
என் மகள் முகத்தில் எமாற்றம் மகன் முகத்தில் சந்தோஷம்.அவள் மேலிருந்து இறங்கி தன் சுருங்கிய சுண்ணியை தடவினான்.அவனை பார்த்து இனிமே அம்மா பார்த்துகிறேன் என்று சொல்லி அவன் சுண்ணியை சப்பினேன்.அதில் இருந்த கொஞ்சம் கஞ்சியை சப்பி குடித்தேன்.
பின் அதன் நுனிபகுதியை முகத்தில் வைத்து தேய்த்து அவன் ஆன் வாசனையை என் மேல் பூசி கொண்டேன் அவன் தன் விரல்களால் என் கூதியை நோண்ட நான் ஆஷாவின் கூதியில் வழிந்த அவன் கெட்டாயான கஞ்சியை நக்கி சுவைத்து என் உதடுகளை அவள் கூதி ஓட்டையில் வைத்து அவள் கூதியில் நிரம்பியிருந்த அவன் கஞ்சியை குடித்தேன்.அவள் சலனமற்று கிடந்தாள் அவள் உருண்டை மார்புகள் என் மார்களில் அழுந்துமாறு இறுக்கி அனைத்து முத்தமிட்டேன் ஏண்டி இப்டி பண்ணே என்று என்னை கேட்டாள் நான் சொண்ணேண் அடி அசடு இவன் 5 வருஷமா என்னை ஓத்துட்டிருக்கான் நான் என்ன புள்ளையா பெத்துகிட்டேன் மண்டு ஆம்பிளை கஞ்சி நம்ம கூதிகுள்ளே பாயுற சுகமே தனி டி அதை நீ அனுபவிக்கனும் தான் அப்படி செஞ்சேன் சரி எழுந்திரிச்சி டேபிள்ல இருக்க கருத்தடை மாத்திரை போட்டுக்க கர்பம் ஆக மாட்ட என்றதும் உண்மையா சொல்ற என்ற சந்தோஷத்தில் ஆஷா என் முகத்தில் முத்த மழை பொழிய சுதாகர் இது தான் சமயம் என்று என் சூத்தில் சுண்ணியை சொருகினான்.ஆ ஆ என்று நான் அலற அண்ணா இவள விடாத அப்படிதான் கிழி என்று சுதாகரை உசுப்பேற்றினாள் ஆஷா.
என்னை அவன் சூத்தடிக்க ஆஷா என் காம்புகளை இழுத்து கிள்ளினாள்.கும்முனு இருக்கடி தேவடியா என்று என் மகள் என்னை சொல்ல எனக்கு ஓல் வெறி ஏறியது நான் என் சூத்தை ஆட்டி ஆட்டி அவன் வேகத்திற்கு ஈடு கொடுத்து ஓல் வாங்க அவன் சுண்ணி நச் நச் ஓன்று என் மலக்குடலை தான்டி அடித்து நொறுக்க நான் சொர்கத்தில் மிதந்தேன்....

தொடரும்

__** __कमसिन बहन __**__

$
0
0
दोस्तो

xossip साइट बंद होने के बाद ये मेरी पहली स्टोरी है जो मैं इस फोरम पर लिख रहा हू, आशा करता हूँ की आप सभी को ये कहानी पसंद आएगी.


aapka dost

Aashu

I want more of her, somebody has her?

Monthly Awards For Mar 2019

$
0
0
[Image: Mo.jpg]
Announcement DesiBees Proudly Presents Monthly Awards For Mar-2019 Announcement

[Image: 55a6b243a3aa6.png]
Thread Name
Thread Start
Section
Pyar Aur Dukh ki Zindagi ( The journey of boy) Hindi Sex Stories
Sexy Hot Riya XXX PICTURES
nangisangiXXX PICTURES
Meri padosan Anjali bhabhi XXX PICTURES
DESI SEXY HOT GIRLS ON STREET... (CANDID) XXX PICTURES
WAG of Sportsperson ( Footballer/NBA/Tennis/others)XXX PICTURES
My elder sister is going to marry our maternal uncle.XXX PICTURES
Kamya ek pahle A short story Hindi Sex Stories
हाय रे ज़ालिम..(Complete) Hindi Sex Stories
Didi love ( collection of stories on older sis) English Sex Stories



[Image: 55a6b23de40bb.png]
Thread Name
Thread Start
Section
Real Life Mindblowing Pics CollectionXXX PICTURES
Sexy DessousXXX PICTURES
Desi hottsXXX PICTURES
Super Sexy & Slutty Singer - Shreya Ghoshal XXX PICTURES
Half Nude &N Full NudeXXX PICTURES
Indian couples exposing on social mediaXXX PICTURES
Hottest boobsucking pics!XXX PICTURES
Mallu Milfs, Girls Collected from web GLAMOUR XX PICTURES
LALAJI KA SEWAK (Incest+Adult)Hindi Sex Stories
Gulam Hindi Sex Stories


claps claps claps claps claps claps

*Awards Retained
Awards Announced As Per Advice
Viewing all 11760 articles
Browse latest View live