Kya kisine threesome kiya hai?
↧
Threesome
↧
बहन की दोस्त से चुदाई
नमस्कार दोस्तों मैं आशीष आज आप सभी के सामने मेरी और मेरी पत्नी की कहानी लेकर आया हूं। इस कहानी में पढिए, किस तरह मैंने अपनी पत्नी की गांड चुदाई की।
हमारी शादी को चार साल हो चुके थे, लेकिन अब तक मेरी पत्नी ने मुझे उसकी गांड पर हाथ तक फेरने नही दिया था। मैं पहले आप सभी को मेरी पत्नी के बारे में बता देता हूं, मेरी पत्नी का नाम आयशा है।
आयशा का रंग गोरा है, और वो मुझसे दो साल छोटी है। आयशा के चुचियों का साइज ३६ बी है, और उसकी गांड ३६ की है। आयशा की कमर पतली होने के कारण उसकी ३६ की गांड बाहर को उठी हुई लगती है।
जिसे देखकर बार बार मेरा मन मचल जाता है। शादी के बाद मैंने बहुत बार उसे गांड मरवाने के लिए राजी करने की कोशिश की, लेकिन वो कभी नही मानी।
शादी से पहले उसके किसी एक बॉयफ्रेंड ने उसकी गांड चुदाई की थी, उस समय उसे बहुत ज्यादा दर्द हुआ था। इसी वजह से वो गांड चुदाई से अब तक डरती है।
लेकिन मुझे तो उसकी गांड गजब लगती थी, जब भी मैं उसकी गांड देखता मेरा मन करता कि, साली को यहीं पटककर इसकी गांड में बेरहमी से अपना लण्ड घुसा दूं।
मैंने उसे मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो मानती ही नही थी। आखिरकार शादी के बाद, चौथे साल में जाकर उसने मेरी बात मान ली।
कहते है ना, भगवान के घर में देर है, अंधेर नही। अचानक मुझे यह कहावत याद आ गई। मैं बहुत खुश हो गया था। चलो अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं।
तो हमारी शादी की तीसरी सालगिरह थी, मैंने उसके लिए एक साडी और डिज़ाइनर ब्रा, पैंटी खरीद कर रखे थे। सालगिरह वाली रात, मैं उसे बाहर खाने के लिए ले गया, वहां हमने केक काटा।
फिर खाना खाकर कुछ रोमांटिक बातें करने के बाद, हम दोनों वहां से खुशी खुशी निकल गए। लेकिन मैं तो आज उसकी गांड मारना चाहता था, मैंने यह सब उसी लिए तो किया था।
घर जाते ही मैंने आयशा की आंखों पर पट्टी बांध दी, और उसे अपने बेडरूम में ले जाकर उसे उसके लिए लाए हुए गिफ्ट्स दिए। फिर अपने कमरे की सारी बत्तियां बुझाकर मैंने धीमी रोशनी वाली बत्ती जला दी।
अब पूरा माहौल रोमांटिक हो चुका था, तो मैंने उसके आंखों से पट्टी को हटा दिया। आयशा यह सब इंतजाम देखकर बहुत खुश हो गई।
सबसे पहले वो मेरी तरफ मुडकर मुझसे बोली, “यह सब तुमने कब किया? मैं तुमसे काफी प्रभावित हो गई।”
मैंने उससे कहा, “तुम बस इस पल का मजा लो।”
फिर उसने गिफ्ट्स देखें, और बहुत खुश हो गई। क्योंकि यह वही साडी थी, जो उसे पिछले साल से चाहिए थी।
सबकुछ देखने के बाद, वो मेरी तरफ बढी, और मुझसे कहा, “आज तुम्हें मुझसे क्या चाहिए? आज तुम जो भी मांगोगे, मैं मना नही करूंगी।”
अब मेरी बारी आ चुकी थी, लेकिन मैंने उससे कहा, “छोडो भी, तुम नही कर पाओगी।”
इतना कहकर मैं बिस्तर पर जाकर बैठ गया। आयशा मेरे पास आकर बैठते हुए बोली, “तुम बताओ तो क्या करना है? मैं आपके लिए इतना तो कर ही सकती हूं।”
तो मैंने उससे कहा दिया कि, “न जाने कबसे मैं तुम्हारी गांड के पीछे पडा हूं, आज मेरी यह ख्वाहिश पूरी कर दो।”
तो उसने थोडी देर सोचकर कहा, “ठीक है, आज तुम्हारी हर एक इच्छा पूरी होगी।”
इतना कहकर वो मैंने गिफ्ट किए हुए ब्रा पैंटी लेकर बाथरूम में घुस गई। आयशा नहाकर बाहर निकली, तो मैं उसे देखता ही रह गया।
आयशा मस्त माल लग रही थी, उसने वही ब्रा पैंटी पहन लिया था, जो मैंने उसे अभी दिया था। उस ब्रा में से उसके आधे चुचे बाहर आने को बेताब थे, और पैंटी बस नाममात्र के लिए उसकी चुत को ढक रही थी।
जैसे ही वो पलटी, उसके दोनों चूतड नंगे मेरे सामने थे। वो मनमोहक अदाकारी दिखाते हुए मेरे पास आई, और मुझे भी फ्रेश होकर आने के लिए कहा।
मैं भी तुरंत बाथरूम में घुसा और नहाकर नग्न अवस्था में ही बाहर आ गया। मेरे नहाकर बाहर आने तक आयशा ने सब इंतजाम कर रखा था।
उसने अपने पास वैसलीन, और दूसरी एक क्रीम भी ले रखी थी, जिससे थोडी चिकनाई बनी रहे। मैंने अपने बदन को पोंछकर फिर उसके पास जाकर बिस्तर पर बैठ गया।
मेरे बैठते ही उसने मेरे सर को पकडते हुए, अपने नशीले होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। अब मैं उसके नशीले होठों को चूम रहा था, और वो मेरे पूरे बदन पर अपने हाथ घुमा रही थी।
मैंने अब आगे बढते हुए उसके चुचियों को ब्रा के ऊपर से ही मसलना शुरू किया। कुछ देर बाद, मैंने उसके दोनों चुचियों को ब्रा कप के ऊपर से निकाल लिया। अब उसकी दोनों चुचियां मेरे मुंह के सामने थी, तो मैं उन्हें अपने मुंह में भरकर चूसने लगा।
आयशा की चुचियां चूसने के साथ ही, मैं उसकी चुत और गांड पर भी हाथ फेर रहा था। मेरे ऐसा करने से वो और भी उत्तेजित हो रही थी। अब मैंने उसकी ब्रा के हूक खोलते हुए उसको ब्रा से आजाद कर दिया।
ब्रा निकालने के बाद, मैं उसकी पैंटी की तरफ बढा। मैं नीचे की ओर बढते ही, आयशा उल्टी होकर लेट गई। जिससे उसकी गांड अब ऊपर की तरफ हो गई, और मेरे सामने अब उसके गोरे चूतड थे।
मैंने उसके दोनों चूतडों को चूमते हुए उसकी पैंटी को धीरे से नीचे की ओर खिसकाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में मैंने उसकी पैंटी निकालकर आयशा को भी पूरी तरह से नंगी कर दिया।
मैंने फिर उसके चूतड़ों को सहलाते हुए उसकी गांड में एक उंगली डालने की कोशिश की, लेकिन गांड बहुत ही टाइट थी। आयशा ने तुरंत ही वैसलीन को मेरी तरफ बढा दिया।
मैंने अब वो क्रीम अपने हाथ पर लेकर एक उंगली से उसे आयशा की गांड के छेद के आसपास लगाने लगा। धीरे धीरे करके मैंने आयशा की गेंद के छेद में एक उंगली घुसाकर अब अंदर की ओर से, क्रीम लगाने लगा।
थोडी देर में अब उसकी गांड का छेद पूरी तरह से चिकना हो चुका था। तो अब मैंने उसके हाथ में क्रीम देकर उसे अपने लण्ड पर लगाने के लिए कहा। मेरे कहे अनुसार आयशा ने मेरे पूरे लण्ड को क्रीम में भिगो दिया।
उसके बाद मैंने एक बार उसके होठों को चूमते हुए, उसे बिस्तर पर उल्टी करके लिटा दिया। फिर आयशा की कमर के नीचे मैंने एक तकिया रखा, जिस वजह से उसकी गांड थोडी ऊपर को उठ आई।
अब आयशा की गांड का छेद पूरी तरह खुलकर मेरे सामने था। ऊपर से तो उसकी गांड का छेद पूरी तरह गुलाबी लग रहा था, मैंने उसके चूतड़ों को चूमते हुए उसकी गांड के छेद पर अपना लण्ड रख दिया।
मैंने बिना धक्का मारे, सिर्फ दबाव डालकर अपना लण्ड अंदर घुसेडने की कोशिश की, लेकिन लण्ड फिसलकर बाहर निकल आया।
तो मैंने आयशा से कह दिया, “थोडा दर्द सहन कर लेना, मैं आराम से ही लण्ड डाल रहा हूं।”
इतना कहकर मैंने अपने लण्ड को सेट किया और एक जोरदार धक्के के साथ मेरे लण्ड का टोपा उसकी गांड में घुस गया। जैसे ही टोपा अंदर घुसा, आयशा अपने पैर पटकने लगी, उसे बहुत दर्द हो रहा था।
लेकिन मैंने अपनी पकड उसपर बनाए रखी, तो वो मेरी पकड से खुद को छुडा नही पाई। फिर मैंने धीरे धीरे करके अपना पूरा लण्ड उसकी गांड में उतार दिया।
अब भी आयशा को दर्द हो रहा था, लेकिन मुझ पर तो उसकी गांड मारने का बहुत सवार था। मैं उसके दर्द की परवाह किए बिना उसकी गांड मारता रहा।
उसकी गांड कसी हुई होने के कारण मैं अधिक देर तक अपने आप को रोक नही पाया, और जल्द ही झड गया। मैंने अपना सारा वीर्य उसकी गांड में ही छोड दिया, जो कुछ देर में उसकी टांगों से होकर नीचे बहने लगा था।
तो दोस्तों यह थी मेरी बीवी की गांड चुदाई की कहानी। आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, हमें लिखकर जरूर बताइए। धन्यवाद।
हमारी शादी को चार साल हो चुके थे, लेकिन अब तक मेरी पत्नी ने मुझे उसकी गांड पर हाथ तक फेरने नही दिया था। मैं पहले आप सभी को मेरी पत्नी के बारे में बता देता हूं, मेरी पत्नी का नाम आयशा है।
आयशा का रंग गोरा है, और वो मुझसे दो साल छोटी है। आयशा के चुचियों का साइज ३६ बी है, और उसकी गांड ३६ की है। आयशा की कमर पतली होने के कारण उसकी ३६ की गांड बाहर को उठी हुई लगती है।
जिसे देखकर बार बार मेरा मन मचल जाता है। शादी के बाद मैंने बहुत बार उसे गांड मरवाने के लिए राजी करने की कोशिश की, लेकिन वो कभी नही मानी।
शादी से पहले उसके किसी एक बॉयफ्रेंड ने उसकी गांड चुदाई की थी, उस समय उसे बहुत ज्यादा दर्द हुआ था। इसी वजह से वो गांड चुदाई से अब तक डरती है।
लेकिन मुझे तो उसकी गांड गजब लगती थी, जब भी मैं उसकी गांड देखता मेरा मन करता कि, साली को यहीं पटककर इसकी गांड में बेरहमी से अपना लण्ड घुसा दूं।
मैंने उसे मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वो मानती ही नही थी। आखिरकार शादी के बाद, चौथे साल में जाकर उसने मेरी बात मान ली।
कहते है ना, भगवान के घर में देर है, अंधेर नही। अचानक मुझे यह कहावत याद आ गई। मैं बहुत खुश हो गया था। चलो अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं।
तो हमारी शादी की तीसरी सालगिरह थी, मैंने उसके लिए एक साडी और डिज़ाइनर ब्रा, पैंटी खरीद कर रखे थे। सालगिरह वाली रात, मैं उसे बाहर खाने के लिए ले गया, वहां हमने केक काटा।
फिर खाना खाकर कुछ रोमांटिक बातें करने के बाद, हम दोनों वहां से खुशी खुशी निकल गए। लेकिन मैं तो आज उसकी गांड मारना चाहता था, मैंने यह सब उसी लिए तो किया था।
घर जाते ही मैंने आयशा की आंखों पर पट्टी बांध दी, और उसे अपने बेडरूम में ले जाकर उसे उसके लिए लाए हुए गिफ्ट्स दिए। फिर अपने कमरे की सारी बत्तियां बुझाकर मैंने धीमी रोशनी वाली बत्ती जला दी।
अब पूरा माहौल रोमांटिक हो चुका था, तो मैंने उसके आंखों से पट्टी को हटा दिया। आयशा यह सब इंतजाम देखकर बहुत खुश हो गई।
सबसे पहले वो मेरी तरफ मुडकर मुझसे बोली, “यह सब तुमने कब किया? मैं तुमसे काफी प्रभावित हो गई।”
मैंने उससे कहा, “तुम बस इस पल का मजा लो।”
फिर उसने गिफ्ट्स देखें, और बहुत खुश हो गई। क्योंकि यह वही साडी थी, जो उसे पिछले साल से चाहिए थी।
सबकुछ देखने के बाद, वो मेरी तरफ बढी, और मुझसे कहा, “आज तुम्हें मुझसे क्या चाहिए? आज तुम जो भी मांगोगे, मैं मना नही करूंगी।”
अब मेरी बारी आ चुकी थी, लेकिन मैंने उससे कहा, “छोडो भी, तुम नही कर पाओगी।”
इतना कहकर मैं बिस्तर पर जाकर बैठ गया। आयशा मेरे पास आकर बैठते हुए बोली, “तुम बताओ तो क्या करना है? मैं आपके लिए इतना तो कर ही सकती हूं।”
तो मैंने उससे कहा दिया कि, “न जाने कबसे मैं तुम्हारी गांड के पीछे पडा हूं, आज मेरी यह ख्वाहिश पूरी कर दो।”
तो उसने थोडी देर सोचकर कहा, “ठीक है, आज तुम्हारी हर एक इच्छा पूरी होगी।”
इतना कहकर वो मैंने गिफ्ट किए हुए ब्रा पैंटी लेकर बाथरूम में घुस गई। आयशा नहाकर बाहर निकली, तो मैं उसे देखता ही रह गया।
आयशा मस्त माल लग रही थी, उसने वही ब्रा पैंटी पहन लिया था, जो मैंने उसे अभी दिया था। उस ब्रा में से उसके आधे चुचे बाहर आने को बेताब थे, और पैंटी बस नाममात्र के लिए उसकी चुत को ढक रही थी।
जैसे ही वो पलटी, उसके दोनों चूतड नंगे मेरे सामने थे। वो मनमोहक अदाकारी दिखाते हुए मेरे पास आई, और मुझे भी फ्रेश होकर आने के लिए कहा।
मैं भी तुरंत बाथरूम में घुसा और नहाकर नग्न अवस्था में ही बाहर आ गया। मेरे नहाकर बाहर आने तक आयशा ने सब इंतजाम कर रखा था।
उसने अपने पास वैसलीन, और दूसरी एक क्रीम भी ले रखी थी, जिससे थोडी चिकनाई बनी रहे। मैंने अपने बदन को पोंछकर फिर उसके पास जाकर बिस्तर पर बैठ गया।
मेरे बैठते ही उसने मेरे सर को पकडते हुए, अपने नशीले होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। अब मैं उसके नशीले होठों को चूम रहा था, और वो मेरे पूरे बदन पर अपने हाथ घुमा रही थी।
मैंने अब आगे बढते हुए उसके चुचियों को ब्रा के ऊपर से ही मसलना शुरू किया। कुछ देर बाद, मैंने उसके दोनों चुचियों को ब्रा कप के ऊपर से निकाल लिया। अब उसकी दोनों चुचियां मेरे मुंह के सामने थी, तो मैं उन्हें अपने मुंह में भरकर चूसने लगा।
आयशा की चुचियां चूसने के साथ ही, मैं उसकी चुत और गांड पर भी हाथ फेर रहा था। मेरे ऐसा करने से वो और भी उत्तेजित हो रही थी। अब मैंने उसकी ब्रा के हूक खोलते हुए उसको ब्रा से आजाद कर दिया।
ब्रा निकालने के बाद, मैं उसकी पैंटी की तरफ बढा। मैं नीचे की ओर बढते ही, आयशा उल्टी होकर लेट गई। जिससे उसकी गांड अब ऊपर की तरफ हो गई, और मेरे सामने अब उसके गोरे चूतड थे।
मैंने उसके दोनों चूतडों को चूमते हुए उसकी पैंटी को धीरे से नीचे की ओर खिसकाना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में मैंने उसकी पैंटी निकालकर आयशा को भी पूरी तरह से नंगी कर दिया।
मैंने फिर उसके चूतड़ों को सहलाते हुए उसकी गांड में एक उंगली डालने की कोशिश की, लेकिन गांड बहुत ही टाइट थी। आयशा ने तुरंत ही वैसलीन को मेरी तरफ बढा दिया।
मैंने अब वो क्रीम अपने हाथ पर लेकर एक उंगली से उसे आयशा की गांड के छेद के आसपास लगाने लगा। धीरे धीरे करके मैंने आयशा की गेंद के छेद में एक उंगली घुसाकर अब अंदर की ओर से, क्रीम लगाने लगा।
थोडी देर में अब उसकी गांड का छेद पूरी तरह से चिकना हो चुका था। तो अब मैंने उसके हाथ में क्रीम देकर उसे अपने लण्ड पर लगाने के लिए कहा। मेरे कहे अनुसार आयशा ने मेरे पूरे लण्ड को क्रीम में भिगो दिया।
उसके बाद मैंने एक बार उसके होठों को चूमते हुए, उसे बिस्तर पर उल्टी करके लिटा दिया। फिर आयशा की कमर के नीचे मैंने एक तकिया रखा, जिस वजह से उसकी गांड थोडी ऊपर को उठ आई।
अब आयशा की गांड का छेद पूरी तरह खुलकर मेरे सामने था। ऊपर से तो उसकी गांड का छेद पूरी तरह गुलाबी लग रहा था, मैंने उसके चूतड़ों को चूमते हुए उसकी गांड के छेद पर अपना लण्ड रख दिया।
मैंने बिना धक्का मारे, सिर्फ दबाव डालकर अपना लण्ड अंदर घुसेडने की कोशिश की, लेकिन लण्ड फिसलकर बाहर निकल आया।
तो मैंने आयशा से कह दिया, “थोडा दर्द सहन कर लेना, मैं आराम से ही लण्ड डाल रहा हूं।”
इतना कहकर मैंने अपने लण्ड को सेट किया और एक जोरदार धक्के के साथ मेरे लण्ड का टोपा उसकी गांड में घुस गया। जैसे ही टोपा अंदर घुसा, आयशा अपने पैर पटकने लगी, उसे बहुत दर्द हो रहा था।
लेकिन मैंने अपनी पकड उसपर बनाए रखी, तो वो मेरी पकड से खुद को छुडा नही पाई। फिर मैंने धीरे धीरे करके अपना पूरा लण्ड उसकी गांड में उतार दिया।
अब भी आयशा को दर्द हो रहा था, लेकिन मुझ पर तो उसकी गांड मारने का बहुत सवार था। मैं उसके दर्द की परवाह किए बिना उसकी गांड मारता रहा।
उसकी गांड कसी हुई होने के कारण मैं अधिक देर तक अपने आप को रोक नही पाया, और जल्द ही झड गया। मैंने अपना सारा वीर्य उसकी गांड में ही छोड दिया, जो कुछ देर में उसकी टांगों से होकर नीचे बहने लगा था।
तो दोस्तों यह थी मेरी बीवी की गांड चुदाई की कहानी। आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी, हमें लिखकर जरूर बताइए। धन्यवाद।
↧
↧
Hi Cuck Hubby here
Hi Friends
Cuck hubby here
like to chat about my wife dirty
any cuck hubby or bull can msg me
Cuck hubby here
like to chat about my wife dirty
any cuck hubby or bull can msg me
↧
Who would fuck her
How many you would want to fuck this bitch? कौन इसको चोदेगा??
↧
CUCKOLDISM- THE LOVE,THE POSSESSIVENESS,THE PAIN AND LUST ,
This thread is meant to give some cuckold narrations of a husband, sometimes it may be long story, sometimes a short one, or sometimes it may be quote or otherwise irresistible emotions.
However it is not just about just a hardcore, but more about emotions or the pain and there by a blended lust.
It is more about situations which leads a wife to others bedrooms rather than a verbal narration of hardcore blue films
(all attachments are collected from net and i dont own it)
However it is not just about just a hardcore, but more about emotions or the pain and there by a blended lust.
It is more about situations which leads a wife to others bedrooms rather than a verbal narration of hardcore blue films
(all attachments are collected from net and i dont own it)
↧
↧
My slutty aunt
Pls comment for more pics
↧
चाची की चूत चुदाई
हैलो दोस्तों कैसे हो आप सब ? मेरा नाम शाहिद है मेरी उमर 21 साल है और बिल्कुल कुंवारा हूँ, मेरा शरीर काफी गठीला है।
अब मैं सीधा अपने मुद्दे की बात बताता हूँ। ये तब शुरु हुआ जब मैं 12 पास करके छुट्टियां मना रहा था, मुझे मेरे चाचा ने कहा कि तु खाली बैठा रह्ता है मेरी बेटी को पढा दिया कर।
उनकी लडकी दूसरी क्लास में है। मुझे बहुत बोरिंग लगा इसलिये मैने उन्हें मना कर दिया। पर बाद में उन्होंने मेरे पापा से कहा इसलिये मुझे मानना पडा और मैने हाँ कर दिया।
ये मेरी पहली कहानी है इसलिये गलतियों को ध्यान न दें। मैं पहले दिन पढाने गया जब मैने वहाँ पहुँच कर दरवाज़ा खट्खटाया तो मेरे तो तो मेरी चाची मेरे सामने खडी थी।
मै उन्हें देख कर मुस्कुराया और सलाम किया बदले में उन्होंने भी स्माइल पास किया और अन्दर आने के लिये कहा। मै अंदर जाकर सोफे पे बैठ गया और उनकी लड्की को पढाने लगा। मुझे वहां बिल्कुल भी मज़ा नही आया हालांकी वहाँ मुझे चाय बिस्किट पूरा नाश्ता मिला।
दूसरे दिन मैं फ़िर गया और चाची ने दरवाज़ा खोला और मैं उनको देख कर दंग रह गया क्यूंकि उन्होंने बहुत ही टाइट सलवार कमीज़ पहन रखा था, जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थीं, जब उन्होने अंदर आने के लिये कहा तब मुझे होश आया और मैं शर्म से पानी पानी हो गया मैने उनका ऐसा रूप कभी नहीं देखा था ।
हालांकि मेरे दिमाग में उनके बारे में कोई गलत ख्याल नही था पर वो आज मुझे अच्छी लग रही थीं। मैं सोफे पे बैठ कर उनको चोर नज़रों से देख रहा था और मैंने नोटिस किया कि वो भी मुझे कभी कभी देख रही थीं और फ़िर मुझे एक स्माइल पास किया बदले मे मैं भी मुस्कुराया।
तभी वो मेरे पास चाय लेकर आयी और जैसे ही टेबल पर रखने के लिये झुकी मेरी तो आँखें फ़टी कि फ़टी रह गयीं क्यूंकि मेरी नज़र उनके स्तन पर पड़ी जो बिल्कुल गोरे थे मेरी तो सांस ही रुक गयी थी।
चाय रखके वो मुझसे बोलीं- शाहिद बेटा चाय पियो और कुछ चाहिये तो बताओ शर्माना मत। मैंने कहा ओके और मैं पढाने में व्यस्त हो गया लेकिन मेरा ध्यान अभी भी उनके बूब्स पे था। ऐसे बूब्स मैने सिर्फ पोर्न मूवीज़ में देखा था, बिल्कुल गोल और बड़े।
मैं जब भी उनके घर जाता मुझे चाचा नही मिलते थे क्यूंकि उनकी ड्यूटी सुबह 9 बजे से रात 7 बजे तक होती थी और उनको घर आते आते 9 बज जाते थे, इसलिये जब मैं पढाने जाता तो चाची अकेली रहती थीं।
मैं आपको अपनी चाची के बारे में तो बताना ही भूल गया उनकी लम्बाई 5 फीट 1 इंच होगी, रंग बिल्कुल गोरा, साइज़ 36-34-38 वो दिखने में बिल्कुल कयामत लगती है।
मैं एक दो बार उनके साथ बाहर भी गया हूं, जब वो बहार निकल्तीं हैं तो सब उन्हीं को घूरते रहते हैं। खैर मैने अपना पढ़ने का काम खत्म किया और घर चला आया।
आज पहली बार मैंने उनके बारे में गलत सोचा पर मुझे अच्छा लग रहा था। मैं बार बार उनके बूब्स के बारे में सोच रहा था और मेरा लंड भी सख्त हो गया तो उसको शांत करने के लिये मैंने मुट्ठ मारी तब जाकर सुकून मिला।
अब मुझे वहाँ आना जाना अच्छा लगने लगा और मैं रोज़ वहां जाने लगा, मेरा पढाने में ध्यान कम लगने लगा और मैं ताक झांक में ज़्यादा रहने लगा उनकी लडकी अभी बहुत छोटी थी, इसलिये उसको इस बारे में कोइ जानकारी नही थी।
चाची आज फ़िर चाय और बिस्किट लेकर आई और टेबल पे रखने लगी। मैंने फ़िर उनके बूब्स देखे आज उन्होने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी, फ़िर मैंने नोटिस किया की ये सब करते हुए वो मुझे देख रही थीं, मैं बहुत डर गया और नीचे देखने लगा।
मेरी चोरी पकडी जा चुकी थी फ़िर मैंने उनकी तरफ देखा तो पाया कि वो मेरी तरफ अब भी देख रही थीं फ़िर मैं जल्दी जल्दी पढा कर घर आ गया, मुझे डर था कि चाची मेरी शिकायत न कर दें इसलिये मैं अगले दिन नही गया।
एक दिन बाद मेरे पास चाची ने फ़ोन किया और पूछने लगी की आये क्यूँ नही तो मैंने तबीयत खराब होने का बहाना बना दिया, वो ये सुन कर हंसने लगीं मैने पुछा कि क्या हुआ लेकिन उन्होने कुछ नही बताया और कल के बारे में पूछने लगी कि आओगे या नही तो मैने हाँ कह दिया।
मैं अगले दिन फ़िर पहुंचा चाची ने गेट खोला तो मैं हंस कर उनसे मिला और अन्दर जाकर बैठ गया। आज वो घर की साफ सफाई में व्यस्त थीं।
उन्होंने मुझसे कहा- बेटा एक काम करोगे? मैं- क्या काम?
चाची- ऊपर मचान पे बक्सा (संदूक) रखा है उसमें से गरम कपडे निकालने हैं, मैं ऊपर नही चढ पाउंगी क्या तुम निकाल दोगे? मैं- हाँ ठीक है ।
चाची ने मुझे स्टूल दिया और मैं संदूक की चाभी लेकर चढ गया। संदूक खोल के मैंने गरम कपड़े निकालने लगा और जब सन्दूक लगभग खाली हो गया तो नीचे मुझे चार किताबें दिखीं।
मैने एक को उठाया तो पाया की मोटर मकेनिक की थी और दूसरी किताब खोलते ही मेरे होश उड़ गये उसमे नंगी लड्की की तस्वीरें थीं बिल्कुल नंगी।
उसमें कोइ लड़की नहा रही थी कोई बेड पे लेटी हुयी थी और गांड ऊपर को उठा रखी थी, फ़िर मैने तीसरी किताब खोली उसमें चुदाई के दृश्य थे कोई लंड चूस रही थी, कोइ चुद रही थी, कोई चूत मे उंगली कर रही थी।
ये सब देख कर मेरा लंड पूरा खडा हो चुका था तभी चाची की आवाज़ आयी..
चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।
दोस्तों आज की कहानी बस इतनी ही ।
कहानी जारी रहेगी ।
अब तक आपने पढ़ा..
चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।
अब आगे..
थोडी देर बाद वो मेरे बगल में आकर बैठ गईं और मुझसे पूछने लगी की कोई किताब है, तुम्हारे काम की तो मैने कहा ‘हाँ..’ बस एक किताब है वो मैंने ले ली है।
चाची- अगर और किताब चाहिये तो ले जाओ अब तुम्हारे चाचा को ज़रूरत नहीं है।
मैं- ठीक है बाद में ले जाउंगा। उन्होंने मेरा हाथ पकड लिया और बोली ठीक है, उनका हाथ बहुत गरम था और वो धीरे धीरे सह्ला भी रही थीं।
मेरी चाची 38 साल की हैं और उनके सिर्फ एक लडकी है जो शादी के बहुत सालों बाद पैदा हुई थी, चाची मेरे इतना करीब बैठी थीं कि उनकी जांघ मेरे जांघ से बिल्कुल चिप्की हुई थी और उनका जांघ बहुत गरम लग रहा था मुझे।
मैं अब समझ चुका था कि चाची को चुदाई की आग तड्पा रही है, बस मुझे गरम चूत पे अपना लौड़ा मारना था। झट से मैंने भी उनका हाथ पकड लिया और सहलाने लगा।
तभी उनकी लडकी मुझसे मैथ्स का सवाल पूछने लगी और मैं सब छोड कर पढाने लग गया।
थोडी देर बाद वो चाय लेकर आईं और काफी देर तक टेबल सही करने के बहाने से मेरे सामने झुकी रहीं, क्या गोल गोल सफेद रसगुल्ले थे मंन तो यही कर रहा था कि खा जाऊं।
हम दोनों एक दूसरे को ऐसा करते हुए देख रहे थे, फ़िर वो चाय रख कर किचन मे चली गईं।
मैं भी पीछे पीछे पहुँच गया जब चाची ने मुझे अपने साथ खडा पाया तो पूछा- क्या चाहिये?
मैं- चाहिये तो बहुत कुछ पर अभी सिर्फ पानी पिला दीजिये। वो- जो चाहिये खुल के मांग लो शर्माना मत और वो पानी निकालने के लिये झुकी।
मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा था इसलिये उनके झुकते ही मेरा लंड उनकी गांड से टच हो गया,
वो कुछ नही बोली बल्कि पानी निकालने में ज़्यादा समय लगाने लगीं तो मैं समझ गया कि चाची को मज़ा आ रहा है, तो मैंने एक हाथ उनके गांड पर रखा और दबा दिया।
वो झट खडी हुईं और मुझे पानी दिया और कहने लगीं तुम्हें पानी कि बहुत ज़रूरत है और एक शरारत भरी मुस्कान दी, मैं समझ गया कि चाची भी चुदने के लिये तैयार हैं।
बस पहल करने से डरती हैं। मैंने एक प्लान बनाया कि चाची को बातचीत से जितना खोल पाऊँगा उतना खोलुंगा ताकि ये अपने मुंह से बोल कर मेरा लंड मांगें।
मैं घर आ गया और चाची के बारे में सोचता रहा फ़िर मैने वो किताब निकाली जो वहां से लाया था, उस किताब मे सब लोग विदेशी थे उसमे सारी लडकियाँ गोरी चमड़ी वाली जिनको देखते ही मेरा लंड खडा हो गया।
उस किताब में सब चुदाई के आसन थे, कोइ झुका के चोद रहा है कोई बिठा के चोद रहा है, कोई लिटा के चोद रहा था कोई गोद मे लेकर चोद रहा था मुझे सबसे अच्छ लगा जो कुतिया बना के चोद रहा था। फ़िर मैं मुट्ठ मार के सो गया।
अगले दिन मैं गया तो उनकी लडकी ने दरवाज़ा खोला, मैने उससे पूछा तो उसने बताया की अम्मी किचन मे है। मैं उसको काम दे के सीधा किचन मे पहुँचा तो देखा कि आज चाची ने बहुत हल्का सूट पहना है और उनकी लाल रंग की ब्रा साफ दिख रही है।
मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा होकर ज़ोर से चिल्लाया वो डर के घूमी और मुझसे लिपट गई, उनकी धड्कन बहुत तेज़ चल रही थी और उनके रसभरे बूब्स मेरी छाती पे चिपके हुये थे।
फ़िर मैने उनकी गांड को धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया, कमाल की गांड थी उनकी बडे बडे और मुलायम, मेरा लंड उनके पेट पे दबाव डाल रहा था पर जैसे ही उनको होश आया वो मुझसे अलग होकर अपने काम मे लग गयी।
फ़िर मैने उनसे बात करना शुरू किया। मैं- किताब तो बहुत अच्छी है मेरे बहुत काम आयेगी
चाची- क्युं ऐसा क्या है उसमें ?
मैने सोचा इससे अच्छा मौका नही मिलेगा और मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया और लंड को उनके गांड से चिप्का दिया जो कि पूरी तरह से खडा हो चुका था।
चाची- छोडो मुझे ये क्या कर रहे हो? मैं- आपके सवाल का जवाब दे रहा हूं, यही सब तो है उसमें, सुहागरात वाली चीज़ें।
चाची- ये सब शादी के बाद करने वाली चीज़ें हैं! मैं- आप मेरी मदद करो तो मैं शादी से पहले सुहागरात मना सकता हूं।
चाची- इतनी जल्दी है सुहागरात मनाने की? मैं- पहले जल्दी नही थी पर अब है और आपको?
चाची- मैं तो पता नही कितनी बार मना चुकी हूं तुम्हारे चाचा के साथ। मैं- मेरे साथ ट्राई करके देखो
चाची- धत्त शैतान कहीं का और मेरे गालों पे एक चुम्मी देकर ये कहते हुये बाहर चली गयीं कि बेटा अपने हथियार को ज़रा काबू में रखो हमेशा घुसने के लिये तैयार रहता है।
मैं- आपको देख कर तो बुड्ढे का भी खडा हो जाये मेरा तो जवान है।
वो चुपचाप बाहर जाकर सोफे पर बैठ गईं मैं भी उनके जांघ से जांघ चिपका के बैठ गया उनकी लडकी उनके बायीं तरफ और मैं दायीं तरफ बैठा था इसका मौका उठा के मैं उनकी गांड सहलाने लगा और कभी कभी एक उंगली नीचे से उनकी दरार में घुसाने कि कोशिश करता।
जब उनसे रहा नही गया तो वो उठ कर अपने कमरे में जाने लगीं तो मैने पूछा क्या हुआ?
चाची- तबीयत थोडी खराब लग रही है, मैं समझ गया और मैं उनकी लडकी को ढेर सार काम देकर चाची के रूम में पहुंचा तो देखा कि वो बेड पर उल्टी होके लेटी हैं।
मैं उनके पास जाकर बैठा और उनकी गांड के छेद को सलवार के ऊपर से सहलाने लगा उनको मज़ा आ रहा था पर तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड कर रोक दिया और कहने लगी ये गलत है,
तुम मेरे भतीजे हो मैं तुम्हारे साथ ये नही करुंगी किसी को पता चल गया तो?
मैं- हमारे अलावा और किसको पता चलेगा बिना बताये, मैं प्रोमिस करता हूँ हम दोनो के अलावा किसी को नही बताउंगा।
चाची- ओके, पर मुन्नी मेरी बेटी तो यहीं रहती है ना। मैं- कोई नही मैं उसको ढेर सारा काम दे दिया करुंगा। चाची- ओके.. और तभी मैं उनको किस करने लगा, वो भी मेरा साथ बढ चढ कर देने लगीं।
अब मैं सीधा अपने मुद्दे की बात बताता हूँ। ये तब शुरु हुआ जब मैं 12 पास करके छुट्टियां मना रहा था, मुझे मेरे चाचा ने कहा कि तु खाली बैठा रह्ता है मेरी बेटी को पढा दिया कर।
उनकी लडकी दूसरी क्लास में है। मुझे बहुत बोरिंग लगा इसलिये मैने उन्हें मना कर दिया। पर बाद में उन्होंने मेरे पापा से कहा इसलिये मुझे मानना पडा और मैने हाँ कर दिया।
ये मेरी पहली कहानी है इसलिये गलतियों को ध्यान न दें। मैं पहले दिन पढाने गया जब मैने वहाँ पहुँच कर दरवाज़ा खट्खटाया तो मेरे तो तो मेरी चाची मेरे सामने खडी थी।
मै उन्हें देख कर मुस्कुराया और सलाम किया बदले में उन्होंने भी स्माइल पास किया और अन्दर आने के लिये कहा। मै अंदर जाकर सोफे पे बैठ गया और उनकी लड्की को पढाने लगा। मुझे वहां बिल्कुल भी मज़ा नही आया हालांकी वहाँ मुझे चाय बिस्किट पूरा नाश्ता मिला।
दूसरे दिन मैं फ़िर गया और चाची ने दरवाज़ा खोला और मैं उनको देख कर दंग रह गया क्यूंकि उन्होंने बहुत ही टाइट सलवार कमीज़ पहन रखा था, जिसमें वो बहुत ही सेक्सी लग रही थीं, जब उन्होने अंदर आने के लिये कहा तब मुझे होश आया और मैं शर्म से पानी पानी हो गया मैने उनका ऐसा रूप कभी नहीं देखा था ।
हालांकि मेरे दिमाग में उनके बारे में कोई गलत ख्याल नही था पर वो आज मुझे अच्छी लग रही थीं। मैं सोफे पे बैठ कर उनको चोर नज़रों से देख रहा था और मैंने नोटिस किया कि वो भी मुझे कभी कभी देख रही थीं और फ़िर मुझे एक स्माइल पास किया बदले मे मैं भी मुस्कुराया।
तभी वो मेरे पास चाय लेकर आयी और जैसे ही टेबल पर रखने के लिये झुकी मेरी तो आँखें फ़टी कि फ़टी रह गयीं क्यूंकि मेरी नज़र उनके स्तन पर पड़ी जो बिल्कुल गोरे थे मेरी तो सांस ही रुक गयी थी।
चाय रखके वो मुझसे बोलीं- शाहिद बेटा चाय पियो और कुछ चाहिये तो बताओ शर्माना मत। मैंने कहा ओके और मैं पढाने में व्यस्त हो गया लेकिन मेरा ध्यान अभी भी उनके बूब्स पे था। ऐसे बूब्स मैने सिर्फ पोर्न मूवीज़ में देखा था, बिल्कुल गोल और बड़े।
मैं जब भी उनके घर जाता मुझे चाचा नही मिलते थे क्यूंकि उनकी ड्यूटी सुबह 9 बजे से रात 7 बजे तक होती थी और उनको घर आते आते 9 बज जाते थे, इसलिये जब मैं पढाने जाता तो चाची अकेली रहती थीं।
मैं आपको अपनी चाची के बारे में तो बताना ही भूल गया उनकी लम्बाई 5 फीट 1 इंच होगी, रंग बिल्कुल गोरा, साइज़ 36-34-38 वो दिखने में बिल्कुल कयामत लगती है।
मैं एक दो बार उनके साथ बाहर भी गया हूं, जब वो बहार निकल्तीं हैं तो सब उन्हीं को घूरते रहते हैं। खैर मैने अपना पढ़ने का काम खत्म किया और घर चला आया।
आज पहली बार मैंने उनके बारे में गलत सोचा पर मुझे अच्छा लग रहा था। मैं बार बार उनके बूब्स के बारे में सोच रहा था और मेरा लंड भी सख्त हो गया तो उसको शांत करने के लिये मैंने मुट्ठ मारी तब जाकर सुकून मिला।
अब मुझे वहाँ आना जाना अच्छा लगने लगा और मैं रोज़ वहां जाने लगा, मेरा पढाने में ध्यान कम लगने लगा और मैं ताक झांक में ज़्यादा रहने लगा उनकी लडकी अभी बहुत छोटी थी, इसलिये उसको इस बारे में कोइ जानकारी नही थी।
चाची आज फ़िर चाय और बिस्किट लेकर आई और टेबल पे रखने लगी। मैंने फ़िर उनके बूब्स देखे आज उन्होने लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी, फ़िर मैंने नोटिस किया की ये सब करते हुए वो मुझे देख रही थीं, मैं बहुत डर गया और नीचे देखने लगा।
मेरी चोरी पकडी जा चुकी थी फ़िर मैंने उनकी तरफ देखा तो पाया कि वो मेरी तरफ अब भी देख रही थीं फ़िर मैं जल्दी जल्दी पढा कर घर आ गया, मुझे डर था कि चाची मेरी शिकायत न कर दें इसलिये मैं अगले दिन नही गया।
एक दिन बाद मेरे पास चाची ने फ़ोन किया और पूछने लगी की आये क्यूँ नही तो मैंने तबीयत खराब होने का बहाना बना दिया, वो ये सुन कर हंसने लगीं मैने पुछा कि क्या हुआ लेकिन उन्होने कुछ नही बताया और कल के बारे में पूछने लगी कि आओगे या नही तो मैने हाँ कह दिया।
मैं अगले दिन फ़िर पहुंचा चाची ने गेट खोला तो मैं हंस कर उनसे मिला और अन्दर जाकर बैठ गया। आज वो घर की साफ सफाई में व्यस्त थीं।
उन्होंने मुझसे कहा- बेटा एक काम करोगे? मैं- क्या काम?
चाची- ऊपर मचान पे बक्सा (संदूक) रखा है उसमें से गरम कपडे निकालने हैं, मैं ऊपर नही चढ पाउंगी क्या तुम निकाल दोगे? मैं- हाँ ठीक है ।
चाची ने मुझे स्टूल दिया और मैं संदूक की चाभी लेकर चढ गया। संदूक खोल के मैंने गरम कपड़े निकालने लगा और जब सन्दूक लगभग खाली हो गया तो नीचे मुझे चार किताबें दिखीं।
मैने एक को उठाया तो पाया की मोटर मकेनिक की थी और दूसरी किताब खोलते ही मेरे होश उड़ गये उसमे नंगी लड्की की तस्वीरें थीं बिल्कुल नंगी।
उसमें कोइ लड़की नहा रही थी कोई बेड पे लेटी हुयी थी और गांड ऊपर को उठा रखी थी, फ़िर मैने तीसरी किताब खोली उसमें चुदाई के दृश्य थे कोई लंड चूस रही थी, कोइ चुद रही थी, कोई चूत मे उंगली कर रही थी।
ये सब देख कर मेरा लंड पूरा खडा हो चुका था तभी चाची की आवाज़ आयी..
चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।
दोस्तों आज की कहानी बस इतनी ही ।
कहानी जारी रहेगी ।
अब तक आपने पढ़ा..
चाची- बेटा उसमें कुछ किताबें हैं तुम्हारे चाचा की, अगर तुम्हारे काम की हो तो ले जाओ
मैं- ओके चाची थेंक्यू और मैने एक छोटी वाली बुक ले ली और नीचे आ गया ।
मेरा लंड अब भी खडा था मैं चुपचाप सोफे पे बैठ गया। चाची मुझे बार बार घूर रही थीं।
अब आगे..
थोडी देर बाद वो मेरे बगल में आकर बैठ गईं और मुझसे पूछने लगी की कोई किताब है, तुम्हारे काम की तो मैने कहा ‘हाँ..’ बस एक किताब है वो मैंने ले ली है।
चाची- अगर और किताब चाहिये तो ले जाओ अब तुम्हारे चाचा को ज़रूरत नहीं है।
मैं- ठीक है बाद में ले जाउंगा। उन्होंने मेरा हाथ पकड लिया और बोली ठीक है, उनका हाथ बहुत गरम था और वो धीरे धीरे सह्ला भी रही थीं।
मेरी चाची 38 साल की हैं और उनके सिर्फ एक लडकी है जो शादी के बहुत सालों बाद पैदा हुई थी, चाची मेरे इतना करीब बैठी थीं कि उनकी जांघ मेरे जांघ से बिल्कुल चिप्की हुई थी और उनका जांघ बहुत गरम लग रहा था मुझे।
मैं अब समझ चुका था कि चाची को चुदाई की आग तड्पा रही है, बस मुझे गरम चूत पे अपना लौड़ा मारना था। झट से मैंने भी उनका हाथ पकड लिया और सहलाने लगा।
तभी उनकी लडकी मुझसे मैथ्स का सवाल पूछने लगी और मैं सब छोड कर पढाने लग गया।
थोडी देर बाद वो चाय लेकर आईं और काफी देर तक टेबल सही करने के बहाने से मेरे सामने झुकी रहीं, क्या गोल गोल सफेद रसगुल्ले थे मंन तो यही कर रहा था कि खा जाऊं।
हम दोनों एक दूसरे को ऐसा करते हुए देख रहे थे, फ़िर वो चाय रख कर किचन मे चली गईं।
मैं भी पीछे पीछे पहुँच गया जब चाची ने मुझे अपने साथ खडा पाया तो पूछा- क्या चाहिये?
मैं- चाहिये तो बहुत कुछ पर अभी सिर्फ पानी पिला दीजिये। वो- जो चाहिये खुल के मांग लो शर्माना मत और वो पानी निकालने के लिये झुकी।
मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा था इसलिये उनके झुकते ही मेरा लंड उनकी गांड से टच हो गया,
वो कुछ नही बोली बल्कि पानी निकालने में ज़्यादा समय लगाने लगीं तो मैं समझ गया कि चाची को मज़ा आ रहा है, तो मैंने एक हाथ उनके गांड पर रखा और दबा दिया।
वो झट खडी हुईं और मुझे पानी दिया और कहने लगीं तुम्हें पानी कि बहुत ज़रूरत है और एक शरारत भरी मुस्कान दी, मैं समझ गया कि चाची भी चुदने के लिये तैयार हैं।
बस पहल करने से डरती हैं। मैंने एक प्लान बनाया कि चाची को बातचीत से जितना खोल पाऊँगा उतना खोलुंगा ताकि ये अपने मुंह से बोल कर मेरा लंड मांगें।
मैं घर आ गया और चाची के बारे में सोचता रहा फ़िर मैने वो किताब निकाली जो वहां से लाया था, उस किताब मे सब लोग विदेशी थे उसमे सारी लडकियाँ गोरी चमड़ी वाली जिनको देखते ही मेरा लंड खडा हो गया।
उस किताब में सब चुदाई के आसन थे, कोइ झुका के चोद रहा है कोई बिठा के चोद रहा है, कोई लिटा के चोद रहा था कोई गोद मे लेकर चोद रहा था मुझे सबसे अच्छ लगा जो कुतिया बना के चोद रहा था। फ़िर मैं मुट्ठ मार के सो गया।
अगले दिन मैं गया तो उनकी लडकी ने दरवाज़ा खोला, मैने उससे पूछा तो उसने बताया की अम्मी किचन मे है। मैं उसको काम दे के सीधा किचन मे पहुँचा तो देखा कि आज चाची ने बहुत हल्का सूट पहना है और उनकी लाल रंग की ब्रा साफ दिख रही है।
मैं उनके बिल्कुल पीछे खडा होकर ज़ोर से चिल्लाया वो डर के घूमी और मुझसे लिपट गई, उनकी धड्कन बहुत तेज़ चल रही थी और उनके रसभरे बूब्स मेरी छाती पे चिपके हुये थे।
फ़िर मैने उनकी गांड को धीरे धीरे सहलाना शुरू कर दिया, कमाल की गांड थी उनकी बडे बडे और मुलायम, मेरा लंड उनके पेट पे दबाव डाल रहा था पर जैसे ही उनको होश आया वो मुझसे अलग होकर अपने काम मे लग गयी।
फ़िर मैने उनसे बात करना शुरू किया। मैं- किताब तो बहुत अच्छी है मेरे बहुत काम आयेगी
चाची- क्युं ऐसा क्या है उसमें ?
मैने सोचा इससे अच्छा मौका नही मिलेगा और मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रख दिया और लंड को उनके गांड से चिप्का दिया जो कि पूरी तरह से खडा हो चुका था।
चाची- छोडो मुझे ये क्या कर रहे हो? मैं- आपके सवाल का जवाब दे रहा हूं, यही सब तो है उसमें, सुहागरात वाली चीज़ें।
चाची- ये सब शादी के बाद करने वाली चीज़ें हैं! मैं- आप मेरी मदद करो तो मैं शादी से पहले सुहागरात मना सकता हूं।
चाची- इतनी जल्दी है सुहागरात मनाने की? मैं- पहले जल्दी नही थी पर अब है और आपको?
चाची- मैं तो पता नही कितनी बार मना चुकी हूं तुम्हारे चाचा के साथ। मैं- मेरे साथ ट्राई करके देखो
चाची- धत्त शैतान कहीं का और मेरे गालों पे एक चुम्मी देकर ये कहते हुये बाहर चली गयीं कि बेटा अपने हथियार को ज़रा काबू में रखो हमेशा घुसने के लिये तैयार रहता है।
मैं- आपको देख कर तो बुड्ढे का भी खडा हो जाये मेरा तो जवान है।
वो चुपचाप बाहर जाकर सोफे पर बैठ गईं मैं भी उनके जांघ से जांघ चिपका के बैठ गया उनकी लडकी उनके बायीं तरफ और मैं दायीं तरफ बैठा था इसका मौका उठा के मैं उनकी गांड सहलाने लगा और कभी कभी एक उंगली नीचे से उनकी दरार में घुसाने कि कोशिश करता।
जब उनसे रहा नही गया तो वो उठ कर अपने कमरे में जाने लगीं तो मैने पूछा क्या हुआ?
चाची- तबीयत थोडी खराब लग रही है, मैं समझ गया और मैं उनकी लडकी को ढेर सार काम देकर चाची के रूम में पहुंचा तो देखा कि वो बेड पर उल्टी होके लेटी हैं।
मैं उनके पास जाकर बैठा और उनकी गांड के छेद को सलवार के ऊपर से सहलाने लगा उनको मज़ा आ रहा था पर तभी उन्होंने मेरा हाथ पकड कर रोक दिया और कहने लगी ये गलत है,
तुम मेरे भतीजे हो मैं तुम्हारे साथ ये नही करुंगी किसी को पता चल गया तो?
मैं- हमारे अलावा और किसको पता चलेगा बिना बताये, मैं प्रोमिस करता हूँ हम दोनो के अलावा किसी को नही बताउंगा।
चाची- ओके, पर मुन्नी मेरी बेटी तो यहीं रहती है ना। मैं- कोई नही मैं उसको ढेर सारा काम दे दिया करुंगा। चाची- ओके.. और तभी मैं उनको किस करने लगा, वो भी मेरा साथ बढ चढ कर देने लगीं।
↧
GUYS NEED COMMENT ON MY HOT AUNTY TO EXPOSE MORE
comment on her size and how and what u going to do with her
↧
Unstoppable Married Beauties
↧
↧
Best! Desi Mom Incest Captions
↧
Which actress u attract most... Poll 3
↧
Bangladeshi Girl
I need more photos of her, if somebody can help, PM me.
↧
would u like to fuck ur sister in law
i want to fuck her badly
↧
↧
My slutty aunt
Dirty comments
↧
Galaxy A90 pop-up camera showcased in a stunning concept video
Galaxy A90 pop-up camera showcased in a stunning concept video
A new concept video from a 3D render has surfaced online showcasing the pop-up camera system on the Galaxy A90 from Samsung. It is already confirmed that the Galaxy A90 is arriving in the UK together with two new handsets, Galaxy A20e and A40. It is also rumored that the device will be an “Ultimate Gaming Device”. The phone is said to feature a notch-less infinity display and will launch with a new camera system.
The pop-up camera system in the video shows the camera is mounted on a frame that slides up when the front camera function is toggled from the camera app. Once the frame finishes extending upwards, the camera which is originally mounted for taking rear pictures then rotates to become a selfie camera.
The video started circulating online soon after the Chinese tipster Ice Universe, posted a tweet on their twitter account with a link to the Galaxy A90 concept video.
The Samsung Galaxy A90 is said to arrive featuring a 6.7-inch big screen with Snapdragon 700 mobile processor. It is also said to have 6GB of RAM and a 3700 mAh battery size. This phone may remind you of the smartphones like Vivo NEX or the Oppo Find X, as the design of these handsets hides an important feature inside them.
Samsung has not officially confirmed about the design of the Galaxy A90, but we will soon find out.
Source:-TJ
A new concept video from a 3D render has surfaced online showcasing the pop-up camera system on the Galaxy A90 from Samsung. It is already confirmed that the Galaxy A90 is arriving in the UK together with two new handsets, Galaxy A20e and A40. It is also rumored that the device will be an “Ultimate Gaming Device”. The phone is said to feature a notch-less infinity display and will launch with a new camera system.
The pop-up camera system in the video shows the camera is mounted on a frame that slides up when the front camera function is toggled from the camera app. Once the frame finishes extending upwards, the camera which is originally mounted for taking rear pictures then rotates to become a selfie camera.
The video started circulating online soon after the Chinese tipster Ice Universe, posted a tweet on their twitter account with a link to the Galaxy A90 concept video.
The Samsung Galaxy A90 is said to arrive featuring a 6.7-inch big screen with Snapdragon 700 mobile processor. It is also said to have 6GB of RAM and a 3700 mAh battery size. This phone may remind you of the smartphones like Vivo NEX or the Oppo Find X, as the design of these handsets hides an important feature inside them.
Samsung has not officially confirmed about the design of the Galaxy A90, but we will soon find out.
Source:-TJ
↧
Samsung is preparing a smaller variant of Galaxy Note 10
Samsung is preparing a smaller variant of Galaxy Note 10
Thanks to a recent report from South Korean media, now we know that Samsung is apparently working on 2019 Galaxy Note series in a unique way. Samsung intends to launch another low-cost variant of Galaxy Note 10 which will be smaller in size, similar to what we recently saw in Galaxy S10e variant of S-series flagships.
As you know that among Samsung’s early 2019 flagships, the most affordable one is greatly admired by the media and the consumers so Samsung is apparently trying to give it another try with its Galaxy Note series.
Although the South Korean tech giant kept its numbering sequence alive for the Samsung Galaxy S10 series, there is a possibility that it will abandon the idea of naming the next Note the Samsung Galaxy Note 10. However, if the company goes along with a similar idea, then the name of the next affordable Note would be Galaxy Note10e.
The Bell reports that Samsung’s mysterious second Note 10 phone would be initially launched in European markets. The smaller Note would feature a 6.4-inch display whereas the base variant will reportedly have a 6.7-inch screen size. The site also notes that the base variant of Note 10 will have four rear camera sensors while the smaller model will rely on three cameras at the back.
The South Korean media also reports that the world’s largest phone maker has already sourced the parts from its suppliers, but for now, these are all just rumors. It is also said that Note 10 might have two variants, a regular one and a 5G version which will be available later this year.
Regardless of what the Note 10 will be called, we can fairly guess that it will be launched either in August or September of this year. As you know that last year, with the Samsung Galaxy Note 9, the company announced the device on August 9 and the phones were available on store shelves on August 24. It sounds like we will see a similar timeline for this year’s Note.
Source:-TJ
↧
WhatsApp Business for iOS rolls out worldwide
WhatsApp Business for iOS rolls out worldwide
Having quickly gained traction among businesses all over the world, WhatsApp Business is a thriving product. Now, after a burgeoning number of requests from its customers, WhatsApp has officially introduced the business version of its app on iOS almost a year after first rolling it out on the Android platform.
While WhatsApp has certainly cemented itself as the most popular messaging platform on the planet, its enterprise product for businesses has been a stroke of genius that has allowed it to gain a solid foothold in emerging markets. Just like the Android version, the iOS Business app aims to enable small businesses to reach out to their customers in a more effective manner.
It hosts a suite of features that streamline business-customer communication like quick replies, automated greetings and away messages, as well as supplementary features like profiles that include the business description, email address and website link.
Additionally, WhatsApp Business also offers desktop support, and considering the prevalent deployment and use of desktop computers in organizations all over the world, it’s no wonder that the app has millions of customers already.
It can be tempting to view WhatsApp merely as a messaging app, but its ultimate plans are way broader in scope. Much like its parent company Facebook, WhatsApp intends to be a gateway to the wider web for first-time users. The main app is used by individuals to talk to friends, join groups based on their preferences and interests, and even post daily statuses. Naturally, the app felt the need to expand and do the same for new businesses.
Moreover, it is worth noting that WhatsApp is exploring avenues for revenue generation, including the controversial idea to include advertisements. A separate application for businesses that exist on both the Android and iOS platforms ties in very well with its plans. Currently, revenue is generated by charging customers who have large volumes of incoming messages for using the Business API.
The free WhatsApp Business app is available on the App Store in Brazil, Germany, India, Indonesia, Mexico, the UK, and the USA, with plans to arrive in more markets all over the world in the coming weeks.
Source:-TJ
↧
↧
Amazon aims to launch over 3,000 satellites to provide internet access to unserved co
Amazon aims to launch over 3,000 satellites to provide internet access to unserved communities worldwide
It looks like Amazon is planning to rain down internet from space by launching thousands of satellites.
In its move to provide internet to “unserved and underserved communities around the world”, Amazon intends to launch a “constellation of 3,236 satellites” into low Earth orbit. According to recent filings spotted by Geek Wire, Amazon’s initiative called Project Kuiper was highlighted as the company recently made three sets of filings with the ITU, the international organization in charge of coordinating satellite orbits.
Amazon’s project could be deemed as the second initiative for such sort of massive work. As the Elon Musk’s company, SpaceX had launched Starlink network which will comprise of almost 12,000 satellites when it’s complete. Meanwhile, OneWeb also launched its first 5G satellites a couple of months ago.
An Amazon’s spokesperson revealed to Geek Wire that the
“Project Kuiper is a new initiative to launch a constellation of low Earth orbit satellites that will provide low-latency, high-speed broadband connectivity to unserved and underserved communities around the world. This is a long-term project that envisions serving tens of millions of people who lack basic access to broadband internet. We look forward to partnering on this initiative with companies that share this common vision.”
Project Kuiper
Project Kuiper will comprise of satellites at three different heights. First of all, there would be 784 satellites at 367 miles from earth in space, then 1,296 satellites would orbit at 379 miles from earth, and finally the remaining 1,156 satellites at 391 miles. These communication satellites will provide internet services in areas ranging from 56 degrees north (roughly in line with the middle of Scotland) down to 56 degrees south (which is below the southernmost tip of South America). This means that these internet satellites will cover over 95 percent of Earth’s population, theoretically.
It must be noted that until now Amazon has not confirmed whether it plans to build its own satellites or buy them from a third party. The company has also not finalized its decision about how it will launch them into orbit. Although Amazon CEO Jeff Bezos owns a spaceflight company called Blue Origin, the Amazon spokesperson confirmed to GeekWire that “[the company] will of course look at all [available] options.”
Source:-TJ
↧
Linux founder believes that Facebook, Twitter and Instagram are “garbage”, & Disease
Linux founder believes that Facebook, Twitter and Instagram are “garbage”, calls them “disease”
We have all had our moments of rage directed at the social media giants of this age, be it because of their terrible lack of concern for user privacy or the mere mind-numbing existence of a news feed that guarantees unproductivity. However, one person is definitely fuming at the state of social media apps, and that person is none other than the legendary creator of Linux and advocates for open-source, Linus Torvalds.
In a recent interview with Linux Journal’s Robert Young, Torvalds made no secret of his disgust at Facebook, Twitter, and Instagram. He insisted that they do nothing good for society, and if anything, he would gladly remove them from the Internet altogether.
“I absolutely detest modern media — Twitter, Facebook, Instagram,” Torvalds seethed. “It’s a disease. It seems to encourage bad behavior.”
As an individual who has spent a good deal of his life working on user engagement with operating systems and version control systems like Git, Torvalds finds the model used by Facebook and company to keep users engaged absolutely hideous.
“The whole ‘liking’ and ‘sharing’ model is just garbage. There is no effort and no quality control,” he said. “In fact, it’s all geared to the reverse of quality control, with lowest common denominator targets, and click-bait, and things designed to generate an emotional response, often one of moral outrage.”
Yet another aspect of social media that the Finnish-born innovator seems to have taken issue with is anonymity and its tendency to promote trolling, Internet wars and generally morally destructive behavior.
“Add in anonymity, and it’s just disgusting,” Torvalds said. “When you don’t even put your real name on your garbage (or the garbage you share or like), it really doesn’t help.”
While it can be easy to think highly of anonymity on the Internet because it promotes user privacy, the two concepts are actually vastly different, and this is something that Torvalds wishes more people would understand.
“Some people confuse privacy and anonymity and think they go hand in hand, and that protecting privacy means that you need to protect anonymity,” he explained. “I think that’s wrong. Anonymity is important if you’re a whistle-blower, but if you cannot prove your identity, your crazy rant on some social-media platform shouldn’t be visible, and you shouldn’t be able to share it or like it.”
As far as rants go, this one was not just informative but also pretty enlightening. If one of the most brilliant minds on this planet thinks social media is flawed, we could definitely do with changing our own habits.
Source:-TJ
↧
எல்லாம் பெருத்த பருவ மங்கை
↧