एक जवान और सुंदर सा जोड़ा, एक बड़े से हॉल के अंदर आया, लड़की के हाथों में गुलदस्ता था,उन्हे देखकर एक बूढ़ी औरत ने पीछे से पुकारा "ओह, कितने सुंदर फूल हैं, ये किसके लिए हैं? अगर तुम जल्दी में नही हो तो थोड़ी देर के लिए रुकोगे क्या मेरे पास? मुझे मिलने कोई नही आता. तुम किसे देखने आए हो? उन्हे बुरा तो नही लगेगा ना?”
वो एक साथ कई बातें बोलती चली गयी.
वो दोनो रुक गये और उसके कमरे के अंदर आए, चारो तरफ सजावट की चीज़े थी, क्रिस्टल और पेंटिंग्स, मेडल्स..सब कुछ देखने के बाद वो लड़की बूढ़ी औरत से बोली "अभय ने मुझे शादी के लिए प्रपोज़ किया है अभी… और हम यहाँ किसी ख़ास इंसान को ये सब बताने के लिए आए हैं.”
"मैं तुम लोगो को ज़्यादा देर तक नही रोकूंगी – असल में ये बिल्कुल सुनसान जगह है, यहाँ कम ही लोग आते हैं, और यहाँ रहने वाले बूढ़े लोगों की यादाश्त भी कम है,समझे ना…मुझे अच्छी तरह याद है जब मेरी एंगेज्मेंट हुई थी..क्या मैं बताऊँ तुम्हे उस बारे में ?
"हाँ बिल्कुल..मुझे आपकी कहानी सुनकर काफ़ी खुशी होगी.”
वो बूढ़ी औरत रुकी और फिर पूरे शरीर को ढीला छोड़ दिया और बोली "मुझे लगता है की अब वो समय आ गया है जब मैं अपनी पूरी कहानी किसी को सुनाऊ ."
और फिर उनकी आँखों में कई पुरानी यादें तेर गयी "मुझे अभी भी याद है…जैसे वो कल की ही बात हो. मैं काफ़ी सुंदर थी अपने कॉलेज में, फुटबॉल के जितने भी मॅच होते थे, मैं और मेरी सहेलियाँ अपने कॉलेज टीम को एनकरेज करने के लिए चिल्लती थे…तुम कह सकती हो की हम सभी चियर्लीडर थी..और कॉलेज फुटबॉल टीम के कॅप्टन ने एक बार मुझे बाहर चलने के लिए कहा, हम दोनो कई दीनो तक डेट पर गये.”
"एक दिन फ्राइडे की रात को वो मुझे मूवी दिखाने ले गया,फिर हम रेस्टोरेंट में गये, मुझे लगा जैसे मैं किसी फिल्म स्टार के साथ हूँ, सभी लोग आ रहे थे ऑटओग्रॅफ लेने. रेस्टोरेंट का मॅनेज्मेंट हमसे काफ़ी खुश हुआ, उन्होने जाते हुए हमे पोर्ट वाइन की बॉटल भी दी थी.. पोर्ट में 20% आल्कोहॉल होता है..पता है," उन्होने मुझसे धीरे से कहा.
"खाने के बाद वो मुझे ब्रांड न्यू मेरसेडेसे में घूमने ले गया जो उसके एक कॉलेज के दोस्त ने दी थी उस दिन के लिए, हम नदी के किनारे एक सुनसान सी जघा पर जाकर रुके, आसमान पर पूरा चाँद था, नदी में दूर नाव चल रही थी, और उसमे से रोशनी आ रही थी, बड़ा सुंदर दृश्या था.”
उनकी आवाज़ और धीरे हो गयी "हमने एक दूसरे को छुआ और चूमना शुरू किया, वाइन की वजा से मैं थोडा नशे की हालत में थी, हम उस दिन काफ़ी आगे गये, और अंत में वो सब कुछ करना चाहता था…जिसके लिए मैं बिल्कुल तय्यार नही थी”
"उसने अपनी छाती पर लगे हुए हमारे कॉलेज के बॅच को निकाला और मुझसे कहा की मैं तुम्हे अभी ये दे सकता हूँ, जिससे तुम्हे मुझपर तोड़ा विश्वास हो जाए, वो बॅच फ्रॅटरनिटी पिन कहलाता था.."
"वो बॅच देने का मतलब हमारे कॉलेज में होता था 'एंगेज्ड टू बी एंगेज्ड.'
आगे बोलते हुए उनकी आवाज़ में पछतावा था "मुझे बहुत एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी, फिर वो मुझसे मनमानी करने लगा, मैने भी अब विरोध पहले से कम कर दिया था, पर मैं उसे मना करती रही, उसके गाल पर चांटा भी मारा, उसके मुँह को नोचा भी, पर वो काफ़ी स्ट्रॉंग था…और अंत में उसने अपनी मनमानी कर ही डाली …और वहीं कार की सीट पर ही उसने…सब कुछ कर डाला… मुझसे सही तरहा से चला भी नही जा रहा था घर जाते हुए.”
"मैं पूरी रात रोती रही,मैं उसके लिए सभी को यही कहती रही की मैने ही उसे काफ़ी एग्ज़ाइटेड कर दिया था जिसकी वजा से वो रुक नही पाया, मुझे ये सब करते हुए काफ़ी चीप लगा, लेकिन मुझे ज़्यादा परेशन होने की ज़रूरत नही हुई क्योंकि एक तरहा से मैं उसके साथ एंगेज थी.
"मैं शनिवार को पूरा दिन उसके फोन का इंतेजार करती रही, पर उसने फोन नही किया, मैने अपने मन में उसके लिए एक्सक्यूसस बनाना शुरू कर दिए की शायद वो अगले मॅच की तय्यरी कर रहा होगा”
"और काफ़ी दीनो तक उसने मुझसे कोई बात नही की, और एक दिन उसकी टीम के एक और लड़के ने आकर मुझे डेट पर चलने के लिए प्रपोज़ किया, मैने उसे सब कुछ बताते हुए समझना शुरू किया तो उसने बीच में ही मुझसे कहा की मेरे बाय्फ्रेंड सभी को ये कह रहा है की उसने मेरा कुँवारापन ले लिया है, अब कोई भी मेरे साथ कुछ भी कर सकता है..” और वो लड़का सबसे पहला चान्स चाहता था..इसलिए आया था मेरे पास..मैने उसे भगा दिया.
"तुम समझ सकते हो की मुझपर क्या बीती होगी..मैने तो ख़ुदकुशी करने की भी सोची.. तभी किसी ने आकर कहा की मुझसे कोई मिलने आया है..
मैं नीचे गयी और देखा की ये तो स्टूडेंट्स का नया कोच है, वो पिछले साल तक अपनी टीम का कॅप्टन था..पहले तो मुझे दर्र लगा की कहीं और कोई तो नही आया मुझे डेट पर ले जाने के लिए..पर मेरे पीछे हेड मिस्ट्रेस खड़ी हुई थी और मैं जानती थी की उनके रहते हुए मुझसे कोई इस तरहा की बात नही कर पाएगा.
"कोच ने बताया की मेरे बाय्फ्रेंड ने अपने दोस्तो के साथ शर्त लगाई थी की वो मुझे पाकर रहेगा, और उसने नशे की हालत में अपनी टीम पार्टी में सभी को उस दिन का किस्सा भी बता दिया है, जिसकी वजा से सभी को मेरे बारे में पता चल चुका है.
"मैं सोच रही थी की अभी ये धरती फट जाए और मैं उसमे समा जाऊ …इतनी शर्मिंदगी मुझे कभी नही हुई थी..”
"और तब कोच ने मुझे बताया की उसने मेरे बाय्फ्रेंड को अपने कमरे में लेजकर काफ़ी धमकाया और अपने दोस्तो से ये बोलने को कहा की शर्त जीतने के लिए उसने झूट बोला और कार सीट पर मुर्गे का खून लगाकर उसने अपनी बात को सही बनाया..सिर्फ़ शर्त जीतने के लिए.”
वो एक साथ कई बातें बोलती चली गयी.
वो दोनो रुक गये और उसके कमरे के अंदर आए, चारो तरफ सजावट की चीज़े थी, क्रिस्टल और पेंटिंग्स, मेडल्स..सब कुछ देखने के बाद वो लड़की बूढ़ी औरत से बोली "अभय ने मुझे शादी के लिए प्रपोज़ किया है अभी… और हम यहाँ किसी ख़ास इंसान को ये सब बताने के लिए आए हैं.”
"मैं तुम लोगो को ज़्यादा देर तक नही रोकूंगी – असल में ये बिल्कुल सुनसान जगह है, यहाँ कम ही लोग आते हैं, और यहाँ रहने वाले बूढ़े लोगों की यादाश्त भी कम है,समझे ना…मुझे अच्छी तरह याद है जब मेरी एंगेज्मेंट हुई थी..क्या मैं बताऊँ तुम्हे उस बारे में ?
"हाँ बिल्कुल..मुझे आपकी कहानी सुनकर काफ़ी खुशी होगी.”
वो बूढ़ी औरत रुकी और फिर पूरे शरीर को ढीला छोड़ दिया और बोली "मुझे लगता है की अब वो समय आ गया है जब मैं अपनी पूरी कहानी किसी को सुनाऊ ."
और फिर उनकी आँखों में कई पुरानी यादें तेर गयी "मुझे अभी भी याद है…जैसे वो कल की ही बात हो. मैं काफ़ी सुंदर थी अपने कॉलेज में, फुटबॉल के जितने भी मॅच होते थे, मैं और मेरी सहेलियाँ अपने कॉलेज टीम को एनकरेज करने के लिए चिल्लती थे…तुम कह सकती हो की हम सभी चियर्लीडर थी..और कॉलेज फुटबॉल टीम के कॅप्टन ने एक बार मुझे बाहर चलने के लिए कहा, हम दोनो कई दीनो तक डेट पर गये.”
"एक दिन फ्राइडे की रात को वो मुझे मूवी दिखाने ले गया,फिर हम रेस्टोरेंट में गये, मुझे लगा जैसे मैं किसी फिल्म स्टार के साथ हूँ, सभी लोग आ रहे थे ऑटओग्रॅफ लेने. रेस्टोरेंट का मॅनेज्मेंट हमसे काफ़ी खुश हुआ, उन्होने जाते हुए हमे पोर्ट वाइन की बॉटल भी दी थी.. पोर्ट में 20% आल्कोहॉल होता है..पता है," उन्होने मुझसे धीरे से कहा.
"खाने के बाद वो मुझे ब्रांड न्यू मेरसेडेसे में घूमने ले गया जो उसके एक कॉलेज के दोस्त ने दी थी उस दिन के लिए, हम नदी के किनारे एक सुनसान सी जघा पर जाकर रुके, आसमान पर पूरा चाँद था, नदी में दूर नाव चल रही थी, और उसमे से रोशनी आ रही थी, बड़ा सुंदर दृश्या था.”
उनकी आवाज़ और धीरे हो गयी "हमने एक दूसरे को छुआ और चूमना शुरू किया, वाइन की वजा से मैं थोडा नशे की हालत में थी, हम उस दिन काफ़ी आगे गये, और अंत में वो सब कुछ करना चाहता था…जिसके लिए मैं बिल्कुल तय्यार नही थी”
"उसने अपनी छाती पर लगे हुए हमारे कॉलेज के बॅच को निकाला और मुझसे कहा की मैं तुम्हे अभी ये दे सकता हूँ, जिससे तुम्हे मुझपर तोड़ा विश्वास हो जाए, वो बॅच फ्रॅटरनिटी पिन कहलाता था.."
"वो बॅच देने का मतलब हमारे कॉलेज में होता था 'एंगेज्ड टू बी एंगेज्ड.'
आगे बोलते हुए उनकी आवाज़ में पछतावा था "मुझे बहुत एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी, फिर वो मुझसे मनमानी करने लगा, मैने भी अब विरोध पहले से कम कर दिया था, पर मैं उसे मना करती रही, उसके गाल पर चांटा भी मारा, उसके मुँह को नोचा भी, पर वो काफ़ी स्ट्रॉंग था…और अंत में उसने अपनी मनमानी कर ही डाली …और वहीं कार की सीट पर ही उसने…सब कुछ कर डाला… मुझसे सही तरहा से चला भी नही जा रहा था घर जाते हुए.”
"मैं पूरी रात रोती रही,मैं उसके लिए सभी को यही कहती रही की मैने ही उसे काफ़ी एग्ज़ाइटेड कर दिया था जिसकी वजा से वो रुक नही पाया, मुझे ये सब करते हुए काफ़ी चीप लगा, लेकिन मुझे ज़्यादा परेशन होने की ज़रूरत नही हुई क्योंकि एक तरहा से मैं उसके साथ एंगेज थी.
"मैं शनिवार को पूरा दिन उसके फोन का इंतेजार करती रही, पर उसने फोन नही किया, मैने अपने मन में उसके लिए एक्सक्यूसस बनाना शुरू कर दिए की शायद वो अगले मॅच की तय्यरी कर रहा होगा”
"और काफ़ी दीनो तक उसने मुझसे कोई बात नही की, और एक दिन उसकी टीम के एक और लड़के ने आकर मुझे डेट पर चलने के लिए प्रपोज़ किया, मैने उसे सब कुछ बताते हुए समझना शुरू किया तो उसने बीच में ही मुझसे कहा की मेरे बाय्फ्रेंड सभी को ये कह रहा है की उसने मेरा कुँवारापन ले लिया है, अब कोई भी मेरे साथ कुछ भी कर सकता है..” और वो लड़का सबसे पहला चान्स चाहता था..इसलिए आया था मेरे पास..मैने उसे भगा दिया.
"तुम समझ सकते हो की मुझपर क्या बीती होगी..मैने तो ख़ुदकुशी करने की भी सोची.. तभी किसी ने आकर कहा की मुझसे कोई मिलने आया है..
मैं नीचे गयी और देखा की ये तो स्टूडेंट्स का नया कोच है, वो पिछले साल तक अपनी टीम का कॅप्टन था..पहले तो मुझे दर्र लगा की कहीं और कोई तो नही आया मुझे डेट पर ले जाने के लिए..पर मेरे पीछे हेड मिस्ट्रेस खड़ी हुई थी और मैं जानती थी की उनके रहते हुए मुझसे कोई इस तरहा की बात नही कर पाएगा.
"कोच ने बताया की मेरे बाय्फ्रेंड ने अपने दोस्तो के साथ शर्त लगाई थी की वो मुझे पाकर रहेगा, और उसने नशे की हालत में अपनी टीम पार्टी में सभी को उस दिन का किस्सा भी बता दिया है, जिसकी वजा से सभी को मेरे बारे में पता चल चुका है.
"मैं सोच रही थी की अभी ये धरती फट जाए और मैं उसमे समा जाऊ …इतनी शर्मिंदगी मुझे कभी नही हुई थी..”
"और तब कोच ने मुझे बताया की उसने मेरे बाय्फ्रेंड को अपने कमरे में लेजकर काफ़ी धमकाया और अपने दोस्तो से ये बोलने को कहा की शर्त जीतने के लिए उसने झूट बोला और कार सीट पर मुर्गे का खून लगाकर उसने अपनी बात को सही बनाया..सिर्फ़ शर्त जीतने के लिए.”