मेरा नाम अनीता है और मेरे पति नाम मनोज है में ग्वालियर से हूँ
हमारी शादी को 12 साल हो गए हैं और हमारे दो बच्चे हैं।
समाज में एक शादीशुदा महिला का किसी दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनाना एक अपराध माना जाता है। लेकिन सोचिए कि अगर पति को अपनी पत्नी को बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप बनाने पर कोई ऐतराज ना हो बल्कि इसके उलट वह खुद ही अपनी पत्नी को इसके लिए प्रेरित कर रहा हो तो!आप शायद हैरान हो जाएं लेकिन कुछ पुरुष अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर और रोचक बनाने के लिए पार्टनर को खुद दूसरे पुरुषों के साथ रिलेशनशिप बनाने के लिए कह रहे हैं। अब पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब वह इसे धोखे के तौर पर नहीं बल्कि सेक्स लाइफ के एक मजेदार पहलू और अपने पार्टनर की सेक्सुअल फ्रीडम के तौर पर ले रहे हैं।
मेरा अनुभव बहुत ही जुदा है। अनीता ने बताया कि जब वह एक शख्स को सेड्यूस करने की कोशिश कर रही थी तो उसके पति मनोज ने उसका उत्साह बढ़ाने वाले मेसेज भेजे। उसने बताया, मैंने उस रात अपने पति मनोज को फोन किया और इस बारे में बताया तो वह न केवल खुश हुए बल्कि वह इस बारे में और ज्यादा जानकारी मांगी। जब मैं घर गई और उन्हें पूरी कहानी सुनाई तो इससे वह इतना उत्तेजित हो गए कि हम दोनों ने सेक्स को ज्यादा बेहतर तरीके से इंजॉय किया। उन्हें एक साथ पति और बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप में रहते हुए 6 महीने पूरे हो चुके हैं और वह बहुत ही खुश हैं। अनीता कहती है, मैं बहुत ही लकी हूं, मैं जब चाहूं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर सकती हूं, मेरे पति मनोज को इससे कोई ऐतराज नहीं है।[b]मैं जब चाहूं दोनों के साथ सेक्स कर सकती हूं जब से मेरे पति मनोज को अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखा मज़ा आने लगा. [/b]
we r anita manoj mail plz
दोस्तों वैसे आप तो जानते ही हो कि मुझे मेरी बीवी छवि को किसी और से चुदते हुए देखने का कितना मन करता है? इसलिए मैंने यह एक आईडिया निकाला.. यह आईडिया मुझे एक ऑफिस से आया जहाँ पर में कुछ काम से गया था। में केबिन में बैठा था और मैंने देखा कि जो भी लोग ऑफिस में आ रहे है उन्हें में देख सकता था.. लेकिन कोई केबिन के अंदर नहीं देख सकता था। तो मैंने बोला कि सर यह आपने अच्छा करवाया है कि आप सब पर नज़र रख सकते हो.. लेकिन आपको कोई नहीं देख सकता। तो उन्होंने मुझे बताया कि इसको टू वे कांच बोलते है.. जिससे हम बाहर वाले को देख सकते है.. लेकिन बाहर वाला हमे नहीं देख सकता। फिर रात को सोते वक्त जब में मेरे बेडरूम में गया तो में आईने के सामने खड़ा था और मुझे आईडिया आया कि अगर में भी यहाँ पर टू वे कांच फिट करवा दूँ तो बेडरूम के अंदर क्या हो रहा है? में आसानी से देख सकता हूँ.. लेकिन में नहीं चाहता था कि मेरी बीवी को पता चले इसलिए में मौका ढूँढ रहा था कि जब छवि घर पर ना हो। तो में यह काम करवा सकता हूँ और मुझे जल्द ही ऐसा मौके मिल भी गया.. यह अगस्त की बात थी.. जब मेरी बीवी छवि अपने भाई के घर करीब 7-8 दिन राखी बाँधने के लिए गयी थी।
तो उसी समय में कांच वाले की दुकान पर गया और मैंने डेमो देख लिया और मैंने कहा कि मुझे ऑफिस में कांच फिट करवाना है। तो उन्होंने मुझे डेमो दिखाया और मैंने 4×4 का बड़ा टू वे कांच ले लिया कटिंग करवाकर बिल्कुल उसी साईज़ का जैसा मेरे बेडरूम में नॉर्मल कांच था ताकि छवि को शक ना हो कि कांच क्यों चेंज हो गया? वो कांच फर्निचर में स्क्रू से फिट किया हुआ था जो में भी बदल सकता था.. लेकिन उसके पीछे की दीवार को 4×4 की साईज़ में काटना था ताकि में स्टोर रूम से अपना बेडरूम देख सकूँ वो काम थोड़ा मुश्किल था और में नहीं चाहता था कि किसी को भी इस बात की भनक लगे कि में क्या करवा रहा हूँ? मैंने घर पर एक लेबर को बुलाया और उसे बताया कि मुझे यहाँ पर दरवाजा बनवाना है 4×4 का तो दीवार को गिराकर मुझे यहाँ पर जगह करवानी है। तो उसने मुझे बताया कि साहब उसमे 3-4 दिन लग जाएगे.. मैंने कहा कि नहीं मुझे दो दिन में पूरा काम चाहिए अगर तुम चाहो तो में डबल पैसा देने के लिए तैयार हूँ और तुम देर रात तक काम करके उसे पूरा करो। तो वो मान गया.. मुझे जैसे भी हो सके छवि के आने से पहले जल्दी काम ख़त्म करवाना था और उसके लिए में उसे डबल पैसा देने को तैयार था और उसने दो दिन में काम पूरा कर दिया और फिर मैंने कलर वाले के यहाँ से जो मेरी दीवार पर कलर था वैसा ही लाकर लगा दिया और फिर मैंने वो नॉर्मल कांच की जगह टू वे कांच को फिट करना चालू किया और मैंने टू वे कांच फिट करवा दिया फिर मैंने पूरे फर्नीचर को वैसे का वैसा सेट कर दिया जैसा पहले था और मैंने वो नॉर्मल कांच को स्टोर रूम के कोने में रख दिया। वैसे हमारे स्टोर रूम में कोई जाता नहीं और छवि तो कभी अकेली अंदर नहीं जाती क्योंकि उसे छिपकली से बहुत डर लगता है और में ही एक साल में एक बार दीवाली के टाईम सफाई करने जाता हूँ वरना तो वैसे ही बंद पड़ा रहता है.. वैसे उसमे कुछ खास समान नहीं पड़ा है, कुछ पुराना फर्निचर और जैसे टीवी, एक पुरानी साईकल, पानी के पाईप, एक पुराना लकड़ी का बेड है और कुछ पुराने बर्तन और कपड़े पड़े रहते है। जो कभी काम में नहीं आते.. वो सब ऐसे ही पड़े है.. इसलिए वो कमरा हमेशा बंद ही रहता है और उसका दरवाजा हमारे घर के पीछे है इसलिए ज्यादातर कोई उस पर ध्यान नहीं देता.. लेकिन मैंने उसी का ही फ़ायदा उठाया और यह प्लान बनाया था जिससे में छवि को दूसरो के साथ सेक्स करते हुए खुलकर देख लूँ और उसे शक भी ना हो।
छवि करीब 6 अगस्त को जल्दी सुबह आ गयी और मुझे उसका कॉल आया कि में स्टेशन पर आ गयी हूँ। तो में उसे लेने चला गया और फिर वो आकर बेड पर लेट गयी और में भी उसके पास लेट गया। तभी थोड़ी देर के बाद मैंने उसके ऊपर हाथ डाला.. लेकिन वो कुछ नहीं बोली। फिर में धीरे धीरे उसके बूब्स पर हाथ ले गया.. लेकिन उसने मेरा हाथ हटा दिया और बोली कि अरमान में बहुत थक गयी हूँ प्लीज मुझे थोड़ा आराम करने दो। तो मैंने सोचा कि 7-8 दिन से चुदी नहीं है तो ना नहीं कहगी.. लेकिन उसने साफ माना कर दिया। तो मैंने भी कुछ नहीं कहा करीब 8.30 हुए और मैंने छवि से कहा कि क्या टिफिन बना दोगी मुझे ऑफिस जाना है? तो उसने कहा कि अरमान में थक गयी हूँ तुम प्लीज आज होटल से मँगवाकर खा लेना.. तो मैंने कहा कि ठीक है और में ऑफिस चला गया.. लेकिन ऑफिस में मेरा मन नहीं लगा और मैंने बॉस से सरदर्द और चक्कर का बहाना करके छुट्टी ले ली और में 11.00 बजे घर आ गया।
फिर मैंने देखा कि घर का दरवाजा अभी भी बंद था और मैंने देखा कि छवि अभी उठी नहीं थी। में धीरे से घर के पीछे चला गया और धीरे से स्टोर रूम का दरवाजा खोलकर अंदर चला गया और मैंने टू वे कांच से देखा तो अंदर बेडरूम की सारी खिड़कियां बंद होने के कारण बहुत अँधेरा था.. लेकिन थोड़ा थोड़ा दिख रहा था। छवि अभी तक वही कपड़े पहने सो रही थी और मैंने स्टोर रूम में जो बेड था उसे नीचे गिराया और कुछ पुराने गद्दे पड़े थे उसमे से एक को उठाकर उसके ऊपर डाल दिया और आराम से बैठा और उसके उठने का इंतजार करता रहा। फिर करीब 12:15 के आस पास उसके मोबाईल पर किसी का कॉल आया और उसकी आँख खुल गयी और उसने बस थोड़ी सी ही बात की और कहा कि हाँ वो पहुंच गयी है और फिर फोन रख दिया शायद वो मेरी सास का फोन था.. लेकिन उस कॉल ने मेरा काम कर दिया और छवि को नींद से जगा दिया था।
फिर वो थोड़ी देर ऐसे ही बेड पर पड़ी रही और थोड़ी देर बाद वो बेड से उठी और उसने लाईट चालू की.. वो सलवार और कमीज़ पहने हुए थी और उठकर उसने सलवार का नाड़ा टाईट किया और कांच के सामने आकर खड़ी हो गयी और बाल बनाने लगी मुझे इस साईड से तो ऐसा ही लगा कि वो मुझे देख रही है। तो में थोड़ा डर रहा था.. लेकिन वो मुझे देख नहीं पा रही थी और वो बाल बनाकर दूसरे रूम में चली गयी। फिर में आराम से बैठ गया करीब एक डेढ़ घंटे के बाद वो नहा धोकर फ्रेश हो गयी और खाना खाने के बाद वापस बेडरूम में आई.. उसने हल्के गुलाबी कलर की साड़ी पहनी हुई थी और कंप्यूटर चालू किया और अपने मैल चेक किए फिर याहूँ मैसेंजर पर लॉग इन किया। तभी थोड़ी ही देर में उसके मोबाईल पर कॉल आया और उसने बात की वो किसका कॉल था मुझे पता नहीं चला.. लेकिन उसने जो बोला वो में आपको बताता हूँ।
छवि : हाँ में आज सुबह ही आई हूँ.. हाँ करीब 6.30 के आस पास.. नहीं वो ऑफिस गये है। अभी नहीं, अभी नहीं में बहुत थक गयी हूँ। तो ठीक है में थोड़ी देर में आपको कॉल करती हूँ। फिर उसने थोड़ी देर बाद मुझे कॉल किया.. लेकिन में बात नहीं कर सकता था क्योंकि अगर वो सुन लेती तो प्राब्लम हो जाती इसलिए मैंने कॉल काट कर दिया और मैंने उसे मैसेज किया कि छवि में अपने बॉस के साथ एक मीटिंग में था और अब हम ऑफिस के काम से बाहर जा रहे है आने में थोड़ा टाईम लगेगा.. शायद 7-8 बज जाएगे। फिर उसका जवाब आया कि ठीक है और मैंने जैसा सोचा था वैसा ही हुआ उसने तुरंत ही किसी नंबर पर मिस कॉल किया और फिर उसके मोबाईल पर कॉल आया और उसने बातें कि जो एक साईड मैंने सुनी वो आपको बताता हूँ।
छवि : हाँ मैंने उनको कॉल किया और वो तो शाम को 7-8 बजे आएगे.. हाँ ठीक है आना है तो आ जाओ और उसने कॉल रख दिया। फिर 10 मिनट बाद मेन दरवाजे पर बेल बजी और छवि कंप्यूटर से उठकर दरवाजा खोलने गयी और फिर वापस कंप्यूटर पर बैठ गयी और आवाज़ लगाई कि दरवाजा बंद करके आना। फिर मैंने देखा कि वही पंजाबी अंकल भूपेन्द्र सिंह बेडरूम में आए और बेड पर बैठ गये और छवि ने कंप्यूटर चालू छोड़ दिया और पीने को पानी लाकर दिया और पास में बैठ गयी। तो अंकल ने छवि को जांघ पर हाथ घुमाया और बोले कि डार्लिंग कितने दिन के बाद आई हो और आज भी आने को मना कर रही थी। फिर छवि ने बोला कि नहीं में सफर के कारण थक गयी थी इसलिए मना किया था। तो वो बोला कि चलो में तुम्हारी थकान उतार देता हूँ.. छवि ने कहा कि वो कैसे? तो वो बोले कि बस तुम पूछो मत में तुम्हारी सारी थकान उतार दूँगा और तुम जाकर यह जग, ग्लास किचन में रखकर आओ।
तो वो रखकर वापस आई और अंकल ने उसे बाहों में भर लिया और चूमना शुरू कर दिया और बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर आ गये और बातें करने लगे। तो अच्छा बताओ कैसे मेरी थकान उतारोगे? तो वो बोले कि क्या सचमुच थक गयी हो? तो छवि बोली कि हाँ बाबा सच में सफर करके आई हूँ और सुबह 6.30 बजे ही आई। तो अंकल बोले कि ठीक है एक काम करो कोई पुरानी बेडशीट हो तो वो लेकर आओ। छवि ने पूछा कि पुरानी क्यो? तो वो बोले कि तुम लेकर तो आओ और छवि अंदर से एक पुरानी बेडशीट लेकर आई और अंकल ने उसे डबल बेड पर बिछा दिया और बोले कि अब तुम लेट जाओ.. छवि लेट गयी और फिर अंकल ने जो कांच के पास ड्रॉयर है खोला और उसमें से तेल की बॉटल निकाली।
छवि : यह क्यों निकाला?
अंकल : थोड़ी तुम्हारे पैरों को मसाज कर देता हूँ तो थकान मिट जाएगी।
छवि : हाँ ठीक है।
हमारी शादी को 12 साल हो गए हैं और हमारे दो बच्चे हैं।
समाज में एक शादीशुदा महिला का किसी दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनाना एक अपराध माना जाता है। लेकिन सोचिए कि अगर पति को अपनी पत्नी को बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप बनाने पर कोई ऐतराज ना हो बल्कि इसके उलट वह खुद ही अपनी पत्नी को इसके लिए प्रेरित कर रहा हो तो!आप शायद हैरान हो जाएं लेकिन कुछ पुरुष अपनी सेक्स लाइफ को बेहतर और रोचक बनाने के लिए पार्टनर को खुद दूसरे पुरुषों के साथ रिलेशनशिप बनाने के लिए कह रहे हैं। अब पति-पत्नी के रिश्ते में बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब वह इसे धोखे के तौर पर नहीं बल्कि सेक्स लाइफ के एक मजेदार पहलू और अपने पार्टनर की सेक्सुअल फ्रीडम के तौर पर ले रहे हैं।
मेरा अनुभव बहुत ही जुदा है। अनीता ने बताया कि जब वह एक शख्स को सेड्यूस करने की कोशिश कर रही थी तो उसके पति मनोज ने उसका उत्साह बढ़ाने वाले मेसेज भेजे। उसने बताया, मैंने उस रात अपने पति मनोज को फोन किया और इस बारे में बताया तो वह न केवल खुश हुए बल्कि वह इस बारे में और ज्यादा जानकारी मांगी। जब मैं घर गई और उन्हें पूरी कहानी सुनाई तो इससे वह इतना उत्तेजित हो गए कि हम दोनों ने सेक्स को ज्यादा बेहतर तरीके से इंजॉय किया। उन्हें एक साथ पति और बॉयफ्रेंड के साथ रिलेशनशिप में रहते हुए 6 महीने पूरे हो चुके हैं और वह बहुत ही खुश हैं। अनीता कहती है, मैं बहुत ही लकी हूं, मैं जब चाहूं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स कर सकती हूं, मेरे पति मनोज को इससे कोई ऐतराज नहीं है।[b]मैं जब चाहूं दोनों के साथ सेक्स कर सकती हूं जब से मेरे पति मनोज को अपनी बीवी को गैर मर्द से चुदते देखा मज़ा आने लगा. [/b]
we r anita manoj mail plz
दोस्तों वैसे आप तो जानते ही हो कि मुझे मेरी बीवी छवि को किसी और से चुदते हुए देखने का कितना मन करता है? इसलिए मैंने यह एक आईडिया निकाला.. यह आईडिया मुझे एक ऑफिस से आया जहाँ पर में कुछ काम से गया था। में केबिन में बैठा था और मैंने देखा कि जो भी लोग ऑफिस में आ रहे है उन्हें में देख सकता था.. लेकिन कोई केबिन के अंदर नहीं देख सकता था। तो मैंने बोला कि सर यह आपने अच्छा करवाया है कि आप सब पर नज़र रख सकते हो.. लेकिन आपको कोई नहीं देख सकता। तो उन्होंने मुझे बताया कि इसको टू वे कांच बोलते है.. जिससे हम बाहर वाले को देख सकते है.. लेकिन बाहर वाला हमे नहीं देख सकता। फिर रात को सोते वक्त जब में मेरे बेडरूम में गया तो में आईने के सामने खड़ा था और मुझे आईडिया आया कि अगर में भी यहाँ पर टू वे कांच फिट करवा दूँ तो बेडरूम के अंदर क्या हो रहा है? में आसानी से देख सकता हूँ.. लेकिन में नहीं चाहता था कि मेरी बीवी को पता चले इसलिए में मौका ढूँढ रहा था कि जब छवि घर पर ना हो। तो में यह काम करवा सकता हूँ और मुझे जल्द ही ऐसा मौके मिल भी गया.. यह अगस्त की बात थी.. जब मेरी बीवी छवि अपने भाई के घर करीब 7-8 दिन राखी बाँधने के लिए गयी थी।
तो उसी समय में कांच वाले की दुकान पर गया और मैंने डेमो देख लिया और मैंने कहा कि मुझे ऑफिस में कांच फिट करवाना है। तो उन्होंने मुझे डेमो दिखाया और मैंने 4×4 का बड़ा टू वे कांच ले लिया कटिंग करवाकर बिल्कुल उसी साईज़ का जैसा मेरे बेडरूम में नॉर्मल कांच था ताकि छवि को शक ना हो कि कांच क्यों चेंज हो गया? वो कांच फर्निचर में स्क्रू से फिट किया हुआ था जो में भी बदल सकता था.. लेकिन उसके पीछे की दीवार को 4×4 की साईज़ में काटना था ताकि में स्टोर रूम से अपना बेडरूम देख सकूँ वो काम थोड़ा मुश्किल था और में नहीं चाहता था कि किसी को भी इस बात की भनक लगे कि में क्या करवा रहा हूँ? मैंने घर पर एक लेबर को बुलाया और उसे बताया कि मुझे यहाँ पर दरवाजा बनवाना है 4×4 का तो दीवार को गिराकर मुझे यहाँ पर जगह करवानी है। तो उसने मुझे बताया कि साहब उसमे 3-4 दिन लग जाएगे.. मैंने कहा कि नहीं मुझे दो दिन में पूरा काम चाहिए अगर तुम चाहो तो में डबल पैसा देने के लिए तैयार हूँ और तुम देर रात तक काम करके उसे पूरा करो। तो वो मान गया.. मुझे जैसे भी हो सके छवि के आने से पहले जल्दी काम ख़त्म करवाना था और उसके लिए में उसे डबल पैसा देने को तैयार था और उसने दो दिन में काम पूरा कर दिया और फिर मैंने कलर वाले के यहाँ से जो मेरी दीवार पर कलर था वैसा ही लाकर लगा दिया और फिर मैंने वो नॉर्मल कांच की जगह टू वे कांच को फिट करना चालू किया और मैंने टू वे कांच फिट करवा दिया फिर मैंने पूरे फर्नीचर को वैसे का वैसा सेट कर दिया जैसा पहले था और मैंने वो नॉर्मल कांच को स्टोर रूम के कोने में रख दिया। वैसे हमारे स्टोर रूम में कोई जाता नहीं और छवि तो कभी अकेली अंदर नहीं जाती क्योंकि उसे छिपकली से बहुत डर लगता है और में ही एक साल में एक बार दीवाली के टाईम सफाई करने जाता हूँ वरना तो वैसे ही बंद पड़ा रहता है.. वैसे उसमे कुछ खास समान नहीं पड़ा है, कुछ पुराना फर्निचर और जैसे टीवी, एक पुरानी साईकल, पानी के पाईप, एक पुराना लकड़ी का बेड है और कुछ पुराने बर्तन और कपड़े पड़े रहते है। जो कभी काम में नहीं आते.. वो सब ऐसे ही पड़े है.. इसलिए वो कमरा हमेशा बंद ही रहता है और उसका दरवाजा हमारे घर के पीछे है इसलिए ज्यादातर कोई उस पर ध्यान नहीं देता.. लेकिन मैंने उसी का ही फ़ायदा उठाया और यह प्लान बनाया था जिससे में छवि को दूसरो के साथ सेक्स करते हुए खुलकर देख लूँ और उसे शक भी ना हो।
छवि करीब 6 अगस्त को जल्दी सुबह आ गयी और मुझे उसका कॉल आया कि में स्टेशन पर आ गयी हूँ। तो में उसे लेने चला गया और फिर वो आकर बेड पर लेट गयी और में भी उसके पास लेट गया। तभी थोड़ी देर के बाद मैंने उसके ऊपर हाथ डाला.. लेकिन वो कुछ नहीं बोली। फिर में धीरे धीरे उसके बूब्स पर हाथ ले गया.. लेकिन उसने मेरा हाथ हटा दिया और बोली कि अरमान में बहुत थक गयी हूँ प्लीज मुझे थोड़ा आराम करने दो। तो मैंने सोचा कि 7-8 दिन से चुदी नहीं है तो ना नहीं कहगी.. लेकिन उसने साफ माना कर दिया। तो मैंने भी कुछ नहीं कहा करीब 8.30 हुए और मैंने छवि से कहा कि क्या टिफिन बना दोगी मुझे ऑफिस जाना है? तो उसने कहा कि अरमान में थक गयी हूँ तुम प्लीज आज होटल से मँगवाकर खा लेना.. तो मैंने कहा कि ठीक है और में ऑफिस चला गया.. लेकिन ऑफिस में मेरा मन नहीं लगा और मैंने बॉस से सरदर्द और चक्कर का बहाना करके छुट्टी ले ली और में 11.00 बजे घर आ गया।
फिर मैंने देखा कि घर का दरवाजा अभी भी बंद था और मैंने देखा कि छवि अभी उठी नहीं थी। में धीरे से घर के पीछे चला गया और धीरे से स्टोर रूम का दरवाजा खोलकर अंदर चला गया और मैंने टू वे कांच से देखा तो अंदर बेडरूम की सारी खिड़कियां बंद होने के कारण बहुत अँधेरा था.. लेकिन थोड़ा थोड़ा दिख रहा था। छवि अभी तक वही कपड़े पहने सो रही थी और मैंने स्टोर रूम में जो बेड था उसे नीचे गिराया और कुछ पुराने गद्दे पड़े थे उसमे से एक को उठाकर उसके ऊपर डाल दिया और आराम से बैठा और उसके उठने का इंतजार करता रहा। फिर करीब 12:15 के आस पास उसके मोबाईल पर किसी का कॉल आया और उसकी आँख खुल गयी और उसने बस थोड़ी सी ही बात की और कहा कि हाँ वो पहुंच गयी है और फिर फोन रख दिया शायद वो मेरी सास का फोन था.. लेकिन उस कॉल ने मेरा काम कर दिया और छवि को नींद से जगा दिया था।
फिर वो थोड़ी देर ऐसे ही बेड पर पड़ी रही और थोड़ी देर बाद वो बेड से उठी और उसने लाईट चालू की.. वो सलवार और कमीज़ पहने हुए थी और उठकर उसने सलवार का नाड़ा टाईट किया और कांच के सामने आकर खड़ी हो गयी और बाल बनाने लगी मुझे इस साईड से तो ऐसा ही लगा कि वो मुझे देख रही है। तो में थोड़ा डर रहा था.. लेकिन वो मुझे देख नहीं पा रही थी और वो बाल बनाकर दूसरे रूम में चली गयी। फिर में आराम से बैठ गया करीब एक डेढ़ घंटे के बाद वो नहा धोकर फ्रेश हो गयी और खाना खाने के बाद वापस बेडरूम में आई.. उसने हल्के गुलाबी कलर की साड़ी पहनी हुई थी और कंप्यूटर चालू किया और अपने मैल चेक किए फिर याहूँ मैसेंजर पर लॉग इन किया। तभी थोड़ी ही देर में उसके मोबाईल पर कॉल आया और उसने बात की वो किसका कॉल था मुझे पता नहीं चला.. लेकिन उसने जो बोला वो में आपको बताता हूँ।
छवि : हाँ में आज सुबह ही आई हूँ.. हाँ करीब 6.30 के आस पास.. नहीं वो ऑफिस गये है। अभी नहीं, अभी नहीं में बहुत थक गयी हूँ। तो ठीक है में थोड़ी देर में आपको कॉल करती हूँ। फिर उसने थोड़ी देर बाद मुझे कॉल किया.. लेकिन में बात नहीं कर सकता था क्योंकि अगर वो सुन लेती तो प्राब्लम हो जाती इसलिए मैंने कॉल काट कर दिया और मैंने उसे मैसेज किया कि छवि में अपने बॉस के साथ एक मीटिंग में था और अब हम ऑफिस के काम से बाहर जा रहे है आने में थोड़ा टाईम लगेगा.. शायद 7-8 बज जाएगे। फिर उसका जवाब आया कि ठीक है और मैंने जैसा सोचा था वैसा ही हुआ उसने तुरंत ही किसी नंबर पर मिस कॉल किया और फिर उसके मोबाईल पर कॉल आया और उसने बातें कि जो एक साईड मैंने सुनी वो आपको बताता हूँ।
छवि : हाँ मैंने उनको कॉल किया और वो तो शाम को 7-8 बजे आएगे.. हाँ ठीक है आना है तो आ जाओ और उसने कॉल रख दिया। फिर 10 मिनट बाद मेन दरवाजे पर बेल बजी और छवि कंप्यूटर से उठकर दरवाजा खोलने गयी और फिर वापस कंप्यूटर पर बैठ गयी और आवाज़ लगाई कि दरवाजा बंद करके आना। फिर मैंने देखा कि वही पंजाबी अंकल भूपेन्द्र सिंह बेडरूम में आए और बेड पर बैठ गये और छवि ने कंप्यूटर चालू छोड़ दिया और पीने को पानी लाकर दिया और पास में बैठ गयी। तो अंकल ने छवि को जांघ पर हाथ घुमाया और बोले कि डार्लिंग कितने दिन के बाद आई हो और आज भी आने को मना कर रही थी। फिर छवि ने बोला कि नहीं में सफर के कारण थक गयी थी इसलिए मना किया था। तो वो बोला कि चलो में तुम्हारी थकान उतार देता हूँ.. छवि ने कहा कि वो कैसे? तो वो बोले कि बस तुम पूछो मत में तुम्हारी सारी थकान उतार दूँगा और तुम जाकर यह जग, ग्लास किचन में रखकर आओ।
तो वो रखकर वापस आई और अंकल ने उसे बाहों में भर लिया और चूमना शुरू कर दिया और बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर आ गये और बातें करने लगे। तो अच्छा बताओ कैसे मेरी थकान उतारोगे? तो वो बोले कि क्या सचमुच थक गयी हो? तो छवि बोली कि हाँ बाबा सच में सफर करके आई हूँ और सुबह 6.30 बजे ही आई। तो अंकल बोले कि ठीक है एक काम करो कोई पुरानी बेडशीट हो तो वो लेकर आओ। छवि ने पूछा कि पुरानी क्यो? तो वो बोले कि तुम लेकर तो आओ और छवि अंदर से एक पुरानी बेडशीट लेकर आई और अंकल ने उसे डबल बेड पर बिछा दिया और बोले कि अब तुम लेट जाओ.. छवि लेट गयी और फिर अंकल ने जो कांच के पास ड्रॉयर है खोला और उसमें से तेल की बॉटल निकाली।
छवि : यह क्यों निकाला?
अंकल : थोड़ी तुम्हारे पैरों को मसाज कर देता हूँ तो थकान मिट जाएगी।
छवि : हाँ ठीक है।