FRIEND"S WE R 38 36 COUPLE FROM INDORE WE LIKE GROUP FUN WITH COUPAL OR INCEST FAMILY"S .SO COUPLE AND INCEST FAMILY"S MAIL US THX U.
INJOY STORIE ON NO-1 SEX STORIES SITE WWW://DESIBEES.COM
इस साइट की एक ख़ास बात यह है कि यहां पर न केवल वासना से संबंधित लेख पढ़ने को मिलते हैं, इसके साथ ही इस साइट पर जन सामान्यकी मानसिकता, रूढ़िवादी विचारधारा और व्यक्तिगत अनुभव भी काफी सरल भाषा में प्रकाशित होते रहते हैं इसलिए सेक्स साइट होते हुए भीयह पाठकों की पसंदीदा साइट है।इस साइट की कहानियों और लेखों में बहुत ही गहरा अर्थ भी छिपा हुआ होता है। समाज का वो चेहरा भी दिखाईदे जाता है जिसे समाज अपने दिखावे के नक़ाब के पीछे छुपा कर रखता है। इसीलिए मनोरंजन के साथ साथ पाठकों का ज्ञानवर्धन भी होता रहताहै।इस साइट की लगभग हर श्रेणी की कहानियां उत्तम कोटि की होती हैं।अगर आपकोWWW.DESIBEES.COM वेबसाइट पसंद है। तो आपइस वेबसाइट को Whatsapp और Facebook पर अपने दोस्तों को शेयरकरें। आपका जितना सहयोग और प्यार हमें मिलेगा। हम भी उतनाही प्रयास करेंगे इस वेबसाइट को और भी ज्यादा मजेदार बनाने केलिए
मैं INCEST LOVER DESIBEES सेक्स स्टोरीज़ में आपका स्वागत करता हूं।
दोस्तों, मेरे घर के आस पास काफी सारे प्लाट हैं यानि की घर नही बने हुए हैं | बस एक घर है पास में जो एक प्लाट छोड़ कर है | उसमे एक परिवार रहता है जो मैंने कई बार देखा है | उनके परिवार में रिज़वान नाम का आदमी, उसकी बीवी जिसका मुझे नाम नही पता और उनके 3 बच्चे जिसमे 2 लड़कियां और 1 लड़का है | लड़कियों को मैंने छत से कई बार देखा था | दोनों की दोनों माल हैं | एक की उम्र 22 के आस पास होगी और दूसरी 18 के आस पास होगी | दोनों के दूध बड़े हैं और गांड उठी हुई है | उनका पूरा परिवार दूध जैसा सफ़ेद है और काफी अमीर भी हैं वो लोग | मेरा कुछ ख़ास व्यवहार नही था उन लोगों से |
खैर, एक दिन की बात है | मैं रात में थोड़ी देर से घर आ रहा था | उस दिन मैं कार नही ले गया था इसीलिए पैदल ही आ रहा था | उनके घर के सामने से गुजरते हुए अचानक से मेरे कानों में सिसकियों की आवाज़ पड़ी | मैंने ध्यान दिया तो उनके ही घर से आ रही थी और 1 से ज्यादा मर्दों और 1 से ज्यादा औरतों की आवाज़ आ रही थी | पहले तो मुझे यकीन नही हुआ लेकिन फिर जब देर तक सुना तो वो लोग कह रहे थे – चोद दो बेटा, आह, उह्ह्ह ह ह ह हह ह्ह्ह्हह ह ह हह ह ह ह्ह्ह ह ह ह ऊ ऊ ऊ उ ऊऊ उ | उधर एक और आवाज आ रही थी – आ आह हह ह ह हह चोदो मुझे अब्बा, फाड़ दो मेरी चूत.. आह्ह ह ह ऊऊ उ उई ईई इ ई इ ई | अब मुझे पक्का यकीन हो गया की यहाँ ग्रुप में चुदाई हो रही है | मैंने कभी ग्रुप में या रिश्तों में चुदाई नही की थी इसीलिए मुझसे रहा नही गया | मैंने चारों तरफ देखा तो कोई नही था | अब मैंने चुपके से उनका गेट खोला और अन्दर चला गया | खिड़की पर पर्दा तो डाला हुआ था उन्होंने लेकिन हलकी सी जगह रह लगी थी | मैंने उसमे से देखा तो रिज़वान अपनी बड़ी बेटी को चोद रहा था | वो भी बड़ी मस्ती से चुदवा रही थी और आह्ह ह ह हह हह ह ऊ उ ऊ उ ऊ उ ईई इ ई इ ई ई ई ईईइ ई ईई करके सिसकियाँ ले रही थी | उधर उसी कमरे में पास में ही रिज़वान का बेटा अपनी माँ की चूत को पेल रहा था और उसके दूध दबा रहा था | रिज़वान की छोटी बेटी वहीँ खड़ी थी और अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी |
मैं देख रहा था ये सब तो मुझे भी जोश आ गया | मैंने पैंट की चैन खोली और अपना लंड बाहर निकाल कर सहलाना शुरू कर दिया | मैं अभी ऐसा कर ही रहा था की अचानक से मेरे पैर से पास में रखा गमला गिर गया और आवाज़ हुई | मैं हडबडा गया | मैंने झट से लंड अन्दर किया और बहाना सोचने लगा | मैंने सोचा की अगर मैं भागूँगा तो ये लोग चोर समझेंगे | इसीलिए जैसे ही रिज़वान दरवाजे पर आये, मैंने तुरंत बोला – हेल्लो अंकल, मैं आपके पास में ही रहता हूँ | असल में मेरा फ़ोन ऑफ है और मुझे एक जरूरी कॉल करनी है अभी इसीलिए क्या मैं आपका फ़ोन यूज़ कर सकता हूँ ? रिज़वान पसीने से लथपथ थे | वो बोले – हाँ, ये तो पता है की तुम पास में ही रहते हो लेकिन दरवाजा कैसे खोला ? मैंने बोला – मैंने खटखटाया था लेकिन किसी ने खोला नही इसीलिए मैं बस अभी अन्दर आया तो ये गलती से गमला गिर गया | रिज़वान बोले – कोई बात नही, लेकिन आगे से ऐसे नही किया करो, लोग चोर समझ बैठेंगे | उन्होंने अपना फ़ोन किया तो मैंने जान के ऐसा नंबर मिलाया जो की स्विच ऑफ हो | जब फ़ोन स्विच ऑफ आया तो मैंने बोला – अभी ऑफ आ रहा है, अर्जेंट है इसीलिए शायद थोड़ी देर में ओन हो जाये | वो मज़बूरी में बोले – ठीक है, अन्दर आ जाओ तुम | मैं अन्दर गया तो वहां लाइट ओन थी | चुदाई बेडरूम में हो रही थी और मैं ड्राइंग रूम में था | रिज़वान ने मेन दरवाजा बंद किया और अन्दर आये |
अचानक से मैंने देखा की वो मेरे लंड की तरफ देख रहे थे | मैंने ध्यान दिया की मैं जल्दी में लंड अन्दर करते समय चैन बंद करनी भूल गया था | पैंट के ऊपर से ही साफ़ पता चल रहा था की मेरा लंड खडा है | मुझे लगा की मैं आज तो गया | रिज़वान बोले – बेटा, तुम्हारी उम्र में मैं भी रहा हूँ | पता है मुझे अच्छे से इस उम्र में क्या गुजरती है जवानी पर | मैंने जान बुझकर बोला – मैं समझा नही अंकल | वो बोले – बेटा, तुम्हारी खुली हुई चैन और वो उभार सब बता रहा है | मैं शरमा गया और गर्दन निचे कर ली | वो बोले – शरमाओ नही, उम्र ही ऐसी होती है ये | फिर वो मुझे अपने साथ लेकर बेडरूम में लेकर गये | वहां अभी चुदाई बंद थी और सबने चादर या कम्बल लपेट रखा था | अन्दर जाकर रिज़वान ने बाकी सबसे बोला – ये है विनय, हमारे पड़ोस में रहता है | क्या कहते हो सब लोग ? इसे शामिल कर लें हम अपनी मस्ती में ? कोई कुछ नही बोला और थोडा शर्माने लगे | रिज़वान बोले – अरे चिंता मत करो, ये भरोसेमंद इन्सान है और अजनबी नही है | अब सबने थोडा हाँ कर दी |
अब रिज़वान ने मुझे अपने सारे कपडे उतारने के लिए कहा | मुझे शर्म आ रही थी लेकिन अपनी अन्तर्वासना को शांत करने के लिए ऐसा करना भी जरूरी था | मैंने अपनी शर्ट उतार दी | मेरी फिट बॉडी और एब्स देखकर 18 साली वाली लड़की जिसका नाम सीमा था, वो मुस्कुराने लगी | अब मैंने अपनी पैंट भी उतार दी | मैं सिर्फ अंडरवियर में था और मेरा लंड खड़ा था ऐसा बाहर से ही पता लग रहा था | अब बाकी लोगों ने भी चादर उतार दी और रिज़वान भी नंगे हो गये | रिज़वान बोले – बताओ किसको चोदना है ? आज तुम पहली बार हमारे साथ कर रहे हो इसीलिए जिसपर हाथ रख दो उसकी चूत तुम्हारी | मैंने रिज़वान की बीवी की तरफ देखा | वो फिट थी | पेट भी नही निकला नही था और बूब्स बस थोडा सा लटके थे | मैंने रिज़वान की बड़ी बेटी की तरफ देखा तो वो भी मस्त लग रही थी | सेक्सी फिगर और चिकनी चूत की मालकिन को देखकर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था | अचानक से मेरी नज़र सबसे छोटी बेटी जिसकी उम्र 18 के करीब होगी और नाम सीमा था, उसकी तरफ पड़ी | सीमा के दूध छोटे छोटे थे | वो थोड़ी पतली थी और उसकी चूत किसी फूल की तरह छोटी सी, कसी सी थी | उसके चिकनी चूत को देखकर मेरा मन मचल गया | मैंने सोचा की बाकी दोनों को बाद में चोदता हूँ, पहले इस पर हाथ आजमाता हूँ |
मैंने उसकी तरफ इशारा किया तो रिज़वान बोले – वाह, मानना पडेगा तुम्हारी चॉइस को | तुम्हे वो कली चुनी है जो अभी तक फूल नही बनी | लो, आज तुम्ही बना दो इसी फूल वरना हम तो अभी कुछ साल बाद बनाते इसे | उसकी चूत कुंवारी है ये सुनकर मुझे मजा आ गया | अब मैं सीमा की तरफ गया और उसे उठाकर बेड पर लिटा दिया | मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया | उधर रिज़वान अपनी बड़ी बेटी को चोदना शुरू कर चुके थे और उनका बेटा अपनी माँ के भोसड़े को फाड़ने में लग गया |
मैं सीमा को किस किये जा रहा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी | अब मैंने सीधा उसके छोटे छोटे बूब्स को चुसना शुरू कर दिया | उसके गुलाबी निप्पल बहुत मीठे थे और मुझे चूसने में बहुत मजा आ रहा था | बूब्स चूसते समय मैं बीच बीच में उसके निप्पल को हलके से काट भी ले रहा था जिसकी वजह से वो ऊई इ ई ईई इ ईई इ ई इ इ आह हह ह ह हह हह ह ह करने लगती थी | इसके बाद मैंने उसकी चूत में ऊँगली करनी शुरू कर दी | उसकी चूत इतनी कसी थी की मेरी ऊँगली भी उसने नही जा रही थी | मैंने थोडा थूक लगाया अपनी ऊँगली पर और उसकी चूत में डाल दिया | वो आह हह ह हह ह ह हह ऊऊ ऊ ऊ ऊ उ उई ई इ ई इ ई इ इ ई इ इ करने लगी | मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर करा शुरू कर दिया | वो स्किस्क्याँ ले रही थी | मुझे मजा आ रहा था | मैंने अब दो उँगलियाँ डाल दिन उसकी चूत में और अन्दर बाहर करने लगा | उसकी सिसकियाँ और तेज हो गयीं |
मैंने थोड़ी देर बाद अपनी अंडरवियर भी उतार दी | अब मेरा खड़ा हुआ लंड सीमा के सामने था | सीमा ने उसे हाथ में लेकर सहलाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर तक सहलाने के बाद वो उसे चूसने लगी | उसने मेरे लंड को बड़े प्यार से शुरू कर दिया | वो लंड के टोपे को बड़े प्यार से चूम रही थी | मैंने उससे मुंह के और अन्दर लंड को लेने को बोला | सीमा मान गयी और मेरे लंड को अपने मुंह के और अन्दर तक लेने लगी | बीच बीच में वो मेरे टट्टे भी चाट रही थी | उसके टट्टे चाटने का अंदाज मुझे बहुत पसंद आया | मुझे उसका लंड चाटना बहुत अच्छा महसूस करवा रहा था | मैंने उसके मुंह में पकड़ा और जोर से से उसके मुंह को अपने लंड से चोदना शुरू कर दिया | उसके मुंह से गप्प गप पप प पप प पप पपप प पपप प पपप पप प पप की आवाज़ आने लगी |
उसके मुंह को चोदने में मुझे इतना मजा आ रहा था की मैंने धक्के लगाना और तेज कर दिया और उसके मुंह में ही झड गया | वो मेरा सारा माल पी गयी | उधर रिज़वान अपनी बेटी के चूत चोदकर झड चुके थे और उनका बीटा भी अपनी माल की चूत को फाड़ कर अपना सारा माल गिरा चूका था | मैंने आज तक किसी की चूत नही चाटी थी लेकिन सीमा की गोरी और चिकनी चूत देखकर मुझसे रहा नही गया | उसकी चूत से एक भीनी से खुसबू आ रही थी | मैंने अब उसकी टांगों को फैलाया और उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया | वो सिसकियाँ लेने लगी और जोर जोर से आह्ह्ह्ह हह ह्ह्ह ह ह्ह्ह ह्ह्ह ह हह ह उम् मम म मम मम्म मम म मम मम्म मम म म मम म मम मम मम करने लगी |
मैंने उसकी चूत के और अन्दर तक अपनी जीभ ले जानी शुरू कर दी | उसकी चूत का स्वाद बहुत मजेदार था | मुझे वो नमकीन स्वाद आज तक याद है | मैंने उसकी चूत को चाट कर उसे बहुत मजे दिए | वो खुश हो गयी | वो बोली आज वो मुझे ऐसे मजे देगी की मैं हमेशा याद रखूंगा | मैं खुश हो गया | अब मेरा लंड दोबारा खड़ा हो चूका था | मैंने अब उसको लिटाया और उसकी चूत पर अपना लंड टिका दिया | मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और किस करते करते एक हल्का सा धक्का दे दिया | मेरे लंड का टोपा अब उसकी चूत के अन्दर था | उसके मुंह से चीख निकल पड़ी | उसकी चूत की सील टूट चुकी थी और मेरे लंड पर भी उसकी चूत का खून लग चूका था | मैंने खून साफ़ किया और उसके मुंह को अपने मुंह से बंद किया और चूमने लगा | अब मैंने और धक्का दिया और इस बार पूरा लंड उसकी चूत में समां चूका था | वो दर्द से रोने लगी और आःह्ह ह ह्ह्ह ईई ईईई इ इ ई इ ऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊ ओऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊऊऊऊईई ईई ईईइ ईई ईई आह्ह ह ह उ इ ई इ ई इ इ करने लगी |
थोड़ी देर बाद मैंने उसके मेरे लंड पर बैठकर कूदने को कहा | वो वैसा ही करने लगी | लगभग आधे घंटे की जोरदार चुदाई के बाद मैं झड़ने को हुआ तो मैंने लंड निकाल कर साइड में झाड दिया | हम सब थक चुके थे | फिर रिज़वान बोले – रुको, सब में फिर से जोश लाने के लिए मैं एक स्पेशल दवा लाता हूँ | मैं समझ गया की वो वियाग्रा लाने गये हैं | फिर वो लौटे तो उनके हाथ में वियाग्रा की दवा थी | मैंने भी खाया | लड़कियों ने नही खायी | अब हम तीनो का लंड खड़ा हो चूका था | रिज़वान की बीवी और बड़ी बेटी मेरा बड़ा लंड अपनी चूत में लेने को तैयार थी | अब हमने अदला बदली की और फैसला किया की कोई किसी को भी चोद सकता है | अब मैंने रिज़वान की बीवी की टांगे फैलायीं और बिना थूक लगाये एक ही झटके में अपना लंड घुसेड दिया | वो दर्द से कराहने लगी और जोर जोर से आह ह ह हह ह्ह्ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ऊऊ ऊ ऊऊ ऊई ई ईई ईई ई इ इ इ ईई इ चोद दो मुझे… चोद दो.. फाड़ दो मेरी चूत.. भोसड़ा बना दो इसका.. आह्ह्ह्ह ह हह ह हह उई इ इ ई इ ई कितना बड़ा लंड है तेरा.. आह्ह्ह ऊई ई इ इ करने लगीं | मैंने चोदना जारी रखा | थोड़ी देर में वो थक गयीं |
अब मैंने रिज़वान की बड़ी बेटी को घोड़ी बनाया और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया | उसकी भी चूत कसी थी | मुझे मजा आ रहा था | मैं रुका नही और चोदता था | अचानक से मेरे मन में एक शैतानी ख्याल आया | वो घोड़ी बनी थी और उसकी गांड का छेद मुझे दिख रहा था | वो छोटा सा छेद मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | मैंने उसकी चूत में से अपना लंड निकाला और उसकी गांड के छेद पर ढेर सारा थूक लगा कर उसकी गांड पर लंड टिका दिया | वो डर गयी | अभी वो पीछे मुड़ने ही वाली थी की मैंने उसकी गांड में एक जोर का धक्का दिया | उसकी गांड से खून आने लगा था लेकिन अच्छी बात ये थी की मेरा आधा लंड घुस चूका था | उसकी गांड का हाल बहुत बेकार हो चूका था लेकिन उस टाइम मेरी कामुकता मुझ पर सवार थी | मैं रुका नही और उसकी गांड में लंड को अन्दर बाहर करने लगा | वो रो रही थी लेकिन मैं उसकी गांड चोदे जा रहा था |
बहुत जोर लगाने पर लगभग 10 मिनट बाद मेरा लंड पूरा उसकी गांड में घुस चूका था | अब वो भी दर्द को एन्जॉय करने लगी थी | जब मैंने देखा की उसे मजा आ रहा है तो मैंने धक्के तेज कर दिए | वो जोर जोर से आह हह ह हह हह ह उ ऊऊ ऊ उ ऊ ऊ ऊ इ इ ईई ई इ ई इ ई ईई इ ई ई इ ओह ह ह हह करने लगी और अपनी गांड मरवाने लगी | उसकी गांड इतनी कसी थी की मेरे लंड में दर्द होने लगा लेकिन अपनी अन्तर्वासना को शांत करने के लिए मैंने वो दर्द झेलना बेहतर समझा | लगभग 15 मिनट की जोरदार गांड चुदाई के बाद मैं उसकी गांड में ही झड गया |
उस दिन के बाद मैं लगभग हर रोज उनके घर में रात में जाता हूँ और चुदाई के मजे लेता हूँ | दोस्तों, ये थी मेरी सेक्स कहानी | आशा है की आप लोगों को पसंद आई होगी | और ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियों का स्वाद लेने के लिए आते रहें इस वेबसाइट पर मेरी तरह | चलिए, चलता हूँ दोस्तों, सीमा की चूत चोदने का टाइम हो गया है |
INJOY STORIE ON NO-1 SEX STORIES SITE WWW://DESIBEES.COM
इस साइट की एक ख़ास बात यह है कि यहां पर न केवल वासना से संबंधित लेख पढ़ने को मिलते हैं, इसके साथ ही इस साइट पर जन सामान्यकी मानसिकता, रूढ़िवादी विचारधारा और व्यक्तिगत अनुभव भी काफी सरल भाषा में प्रकाशित होते रहते हैं इसलिए सेक्स साइट होते हुए भीयह पाठकों की पसंदीदा साइट है।इस साइट की कहानियों और लेखों में बहुत ही गहरा अर्थ भी छिपा हुआ होता है। समाज का वो चेहरा भी दिखाईदे जाता है जिसे समाज अपने दिखावे के नक़ाब के पीछे छुपा कर रखता है। इसीलिए मनोरंजन के साथ साथ पाठकों का ज्ञानवर्धन भी होता रहताहै।इस साइट की लगभग हर श्रेणी की कहानियां उत्तम कोटि की होती हैं।अगर आपकोWWW.DESIBEES.COM वेबसाइट पसंद है। तो आपइस वेबसाइट को Whatsapp और Facebook पर अपने दोस्तों को शेयरकरें। आपका जितना सहयोग और प्यार हमें मिलेगा। हम भी उतनाही प्रयास करेंगे इस वेबसाइट को और भी ज्यादा मजेदार बनाने केलिए
मैं INCEST LOVER DESIBEES सेक्स स्टोरीज़ में आपका स्वागत करता हूं।
दोस्तों, मेरे घर के आस पास काफी सारे प्लाट हैं यानि की घर नही बने हुए हैं | बस एक घर है पास में जो एक प्लाट छोड़ कर है | उसमे एक परिवार रहता है जो मैंने कई बार देखा है | उनके परिवार में रिज़वान नाम का आदमी, उसकी बीवी जिसका मुझे नाम नही पता और उनके 3 बच्चे जिसमे 2 लड़कियां और 1 लड़का है | लड़कियों को मैंने छत से कई बार देखा था | दोनों की दोनों माल हैं | एक की उम्र 22 के आस पास होगी और दूसरी 18 के आस पास होगी | दोनों के दूध बड़े हैं और गांड उठी हुई है | उनका पूरा परिवार दूध जैसा सफ़ेद है और काफी अमीर भी हैं वो लोग | मेरा कुछ ख़ास व्यवहार नही था उन लोगों से |
खैर, एक दिन की बात है | मैं रात में थोड़ी देर से घर आ रहा था | उस दिन मैं कार नही ले गया था इसीलिए पैदल ही आ रहा था | उनके घर के सामने से गुजरते हुए अचानक से मेरे कानों में सिसकियों की आवाज़ पड़ी | मैंने ध्यान दिया तो उनके ही घर से आ रही थी और 1 से ज्यादा मर्दों और 1 से ज्यादा औरतों की आवाज़ आ रही थी | पहले तो मुझे यकीन नही हुआ लेकिन फिर जब देर तक सुना तो वो लोग कह रहे थे – चोद दो बेटा, आह, उह्ह्ह ह ह ह हह ह्ह्ह्हह ह ह हह ह ह ह्ह्ह ह ह ह ऊ ऊ ऊ उ ऊऊ उ | उधर एक और आवाज आ रही थी – आ आह हह ह ह हह चोदो मुझे अब्बा, फाड़ दो मेरी चूत.. आह्ह ह ह ऊऊ उ उई ईई इ ई इ ई | अब मुझे पक्का यकीन हो गया की यहाँ ग्रुप में चुदाई हो रही है | मैंने कभी ग्रुप में या रिश्तों में चुदाई नही की थी इसीलिए मुझसे रहा नही गया | मैंने चारों तरफ देखा तो कोई नही था | अब मैंने चुपके से उनका गेट खोला और अन्दर चला गया | खिड़की पर पर्दा तो डाला हुआ था उन्होंने लेकिन हलकी सी जगह रह लगी थी | मैंने उसमे से देखा तो रिज़वान अपनी बड़ी बेटी को चोद रहा था | वो भी बड़ी मस्ती से चुदवा रही थी और आह्ह ह ह हह हह ह ऊ उ ऊ उ ऊ उ ईई इ ई इ ई ई ई ईईइ ई ईई करके सिसकियाँ ले रही थी | उधर उसी कमरे में पास में ही रिज़वान का बेटा अपनी माँ की चूत को पेल रहा था और उसके दूध दबा रहा था | रिज़वान की छोटी बेटी वहीँ खड़ी थी और अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी |
मैं देख रहा था ये सब तो मुझे भी जोश आ गया | मैंने पैंट की चैन खोली और अपना लंड बाहर निकाल कर सहलाना शुरू कर दिया | मैं अभी ऐसा कर ही रहा था की अचानक से मेरे पैर से पास में रखा गमला गिर गया और आवाज़ हुई | मैं हडबडा गया | मैंने झट से लंड अन्दर किया और बहाना सोचने लगा | मैंने सोचा की अगर मैं भागूँगा तो ये लोग चोर समझेंगे | इसीलिए जैसे ही रिज़वान दरवाजे पर आये, मैंने तुरंत बोला – हेल्लो अंकल, मैं आपके पास में ही रहता हूँ | असल में मेरा फ़ोन ऑफ है और मुझे एक जरूरी कॉल करनी है अभी इसीलिए क्या मैं आपका फ़ोन यूज़ कर सकता हूँ ? रिज़वान पसीने से लथपथ थे | वो बोले – हाँ, ये तो पता है की तुम पास में ही रहते हो लेकिन दरवाजा कैसे खोला ? मैंने बोला – मैंने खटखटाया था लेकिन किसी ने खोला नही इसीलिए मैं बस अभी अन्दर आया तो ये गलती से गमला गिर गया | रिज़वान बोले – कोई बात नही, लेकिन आगे से ऐसे नही किया करो, लोग चोर समझ बैठेंगे | उन्होंने अपना फ़ोन किया तो मैंने जान के ऐसा नंबर मिलाया जो की स्विच ऑफ हो | जब फ़ोन स्विच ऑफ आया तो मैंने बोला – अभी ऑफ आ रहा है, अर्जेंट है इसीलिए शायद थोड़ी देर में ओन हो जाये | वो मज़बूरी में बोले – ठीक है, अन्दर आ जाओ तुम | मैं अन्दर गया तो वहां लाइट ओन थी | चुदाई बेडरूम में हो रही थी और मैं ड्राइंग रूम में था | रिज़वान ने मेन दरवाजा बंद किया और अन्दर आये |
अचानक से मैंने देखा की वो मेरे लंड की तरफ देख रहे थे | मैंने ध्यान दिया की मैं जल्दी में लंड अन्दर करते समय चैन बंद करनी भूल गया था | पैंट के ऊपर से ही साफ़ पता चल रहा था की मेरा लंड खडा है | मुझे लगा की मैं आज तो गया | रिज़वान बोले – बेटा, तुम्हारी उम्र में मैं भी रहा हूँ | पता है मुझे अच्छे से इस उम्र में क्या गुजरती है जवानी पर | मैंने जान बुझकर बोला – मैं समझा नही अंकल | वो बोले – बेटा, तुम्हारी खुली हुई चैन और वो उभार सब बता रहा है | मैं शरमा गया और गर्दन निचे कर ली | वो बोले – शरमाओ नही, उम्र ही ऐसी होती है ये | फिर वो मुझे अपने साथ लेकर बेडरूम में लेकर गये | वहां अभी चुदाई बंद थी और सबने चादर या कम्बल लपेट रखा था | अन्दर जाकर रिज़वान ने बाकी सबसे बोला – ये है विनय, हमारे पड़ोस में रहता है | क्या कहते हो सब लोग ? इसे शामिल कर लें हम अपनी मस्ती में ? कोई कुछ नही बोला और थोडा शर्माने लगे | रिज़वान बोले – अरे चिंता मत करो, ये भरोसेमंद इन्सान है और अजनबी नही है | अब सबने थोडा हाँ कर दी |
अब रिज़वान ने मुझे अपने सारे कपडे उतारने के लिए कहा | मुझे शर्म आ रही थी लेकिन अपनी अन्तर्वासना को शांत करने के लिए ऐसा करना भी जरूरी था | मैंने अपनी शर्ट उतार दी | मेरी फिट बॉडी और एब्स देखकर 18 साली वाली लड़की जिसका नाम सीमा था, वो मुस्कुराने लगी | अब मैंने अपनी पैंट भी उतार दी | मैं सिर्फ अंडरवियर में था और मेरा लंड खड़ा था ऐसा बाहर से ही पता लग रहा था | अब बाकी लोगों ने भी चादर उतार दी और रिज़वान भी नंगे हो गये | रिज़वान बोले – बताओ किसको चोदना है ? आज तुम पहली बार हमारे साथ कर रहे हो इसीलिए जिसपर हाथ रख दो उसकी चूत तुम्हारी | मैंने रिज़वान की बीवी की तरफ देखा | वो फिट थी | पेट भी नही निकला नही था और बूब्स बस थोडा सा लटके थे | मैंने रिज़वान की बड़ी बेटी की तरफ देखा तो वो भी मस्त लग रही थी | सेक्सी फिगर और चिकनी चूत की मालकिन को देखकर मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया था | अचानक से मेरी नज़र सबसे छोटी बेटी जिसकी उम्र 18 के करीब होगी और नाम सीमा था, उसकी तरफ पड़ी | सीमा के दूध छोटे छोटे थे | वो थोड़ी पतली थी और उसकी चूत किसी फूल की तरह छोटी सी, कसी सी थी | उसके चिकनी चूत को देखकर मेरा मन मचल गया | मैंने सोचा की बाकी दोनों को बाद में चोदता हूँ, पहले इस पर हाथ आजमाता हूँ |
मैंने उसकी तरफ इशारा किया तो रिज़वान बोले – वाह, मानना पडेगा तुम्हारी चॉइस को | तुम्हे वो कली चुनी है जो अभी तक फूल नही बनी | लो, आज तुम्ही बना दो इसी फूल वरना हम तो अभी कुछ साल बाद बनाते इसे | उसकी चूत कुंवारी है ये सुनकर मुझे मजा आ गया | अब मैं सीमा की तरफ गया और उसे उठाकर बेड पर लिटा दिया | मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया | उधर रिज़वान अपनी बड़ी बेटी को चोदना शुरू कर चुके थे और उनका बेटा अपनी माँ के भोसड़े को फाड़ने में लग गया |
मैं सीमा को किस किये जा रहा था और वो भी मेरा साथ दे रही थी | अब मैंने सीधा उसके छोटे छोटे बूब्स को चुसना शुरू कर दिया | उसके गुलाबी निप्पल बहुत मीठे थे और मुझे चूसने में बहुत मजा आ रहा था | बूब्स चूसते समय मैं बीच बीच में उसके निप्पल को हलके से काट भी ले रहा था जिसकी वजह से वो ऊई इ ई ईई इ ईई इ ई इ इ आह हह ह ह हह हह ह ह करने लगती थी | इसके बाद मैंने उसकी चूत में ऊँगली करनी शुरू कर दी | उसकी चूत इतनी कसी थी की मेरी ऊँगली भी उसने नही जा रही थी | मैंने थोडा थूक लगाया अपनी ऊँगली पर और उसकी चूत में डाल दिया | वो आह हह ह हह ह ह हह ऊऊ ऊ ऊ ऊ उ उई ई इ ई इ ई इ इ ई इ इ करने लगी | मैंने उसकी चूत में अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर करा शुरू कर दिया | वो स्किस्क्याँ ले रही थी | मुझे मजा आ रहा था | मैंने अब दो उँगलियाँ डाल दिन उसकी चूत में और अन्दर बाहर करने लगा | उसकी सिसकियाँ और तेज हो गयीं |
मैंने थोड़ी देर बाद अपनी अंडरवियर भी उतार दी | अब मेरा खड़ा हुआ लंड सीमा के सामने था | सीमा ने उसे हाथ में लेकर सहलाना शुरू कर दिया | थोड़ी देर तक सहलाने के बाद वो उसे चूसने लगी | उसने मेरे लंड को बड़े प्यार से शुरू कर दिया | वो लंड के टोपे को बड़े प्यार से चूम रही थी | मैंने उससे मुंह के और अन्दर लंड को लेने को बोला | सीमा मान गयी और मेरे लंड को अपने मुंह के और अन्दर तक लेने लगी | बीच बीच में वो मेरे टट्टे भी चाट रही थी | उसके टट्टे चाटने का अंदाज मुझे बहुत पसंद आया | मुझे उसका लंड चाटना बहुत अच्छा महसूस करवा रहा था | मैंने उसके मुंह में पकड़ा और जोर से से उसके मुंह को अपने लंड से चोदना शुरू कर दिया | उसके मुंह से गप्प गप पप प पप प पप पपप प पपप प पपप पप प पप की आवाज़ आने लगी |
उसके मुंह को चोदने में मुझे इतना मजा आ रहा था की मैंने धक्के लगाना और तेज कर दिया और उसके मुंह में ही झड गया | वो मेरा सारा माल पी गयी | उधर रिज़वान अपनी बेटी के चूत चोदकर झड चुके थे और उनका बीटा भी अपनी माल की चूत को फाड़ कर अपना सारा माल गिरा चूका था | मैंने आज तक किसी की चूत नही चाटी थी लेकिन सीमा की गोरी और चिकनी चूत देखकर मुझसे रहा नही गया | उसकी चूत से एक भीनी से खुसबू आ रही थी | मैंने अब उसकी टांगों को फैलाया और उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया | वो सिसकियाँ लेने लगी और जोर जोर से आह्ह्ह्ह हह ह्ह्ह ह ह्ह्ह ह्ह्ह ह हह ह उम् मम म मम मम्म मम म मम मम्म मम म म मम म मम मम मम करने लगी |
मैंने उसकी चूत के और अन्दर तक अपनी जीभ ले जानी शुरू कर दी | उसकी चूत का स्वाद बहुत मजेदार था | मुझे वो नमकीन स्वाद आज तक याद है | मैंने उसकी चूत को चाट कर उसे बहुत मजे दिए | वो खुश हो गयी | वो बोली आज वो मुझे ऐसे मजे देगी की मैं हमेशा याद रखूंगा | मैं खुश हो गया | अब मेरा लंड दोबारा खड़ा हो चूका था | मैंने अब उसको लिटाया और उसकी चूत पर अपना लंड टिका दिया | मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और किस करते करते एक हल्का सा धक्का दे दिया | मेरे लंड का टोपा अब उसकी चूत के अन्दर था | उसके मुंह से चीख निकल पड़ी | उसकी चूत की सील टूट चुकी थी और मेरे लंड पर भी उसकी चूत का खून लग चूका था | मैंने खून साफ़ किया और उसके मुंह को अपने मुंह से बंद किया और चूमने लगा | अब मैंने और धक्का दिया और इस बार पूरा लंड उसकी चूत में समां चूका था | वो दर्द से रोने लगी और आःह्ह ह ह्ह्ह ईई ईईई इ इ ई इ ऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊ ओऊ ओऊ ओऊ ऊ ऊऊऊऊईई ईई ईईइ ईई ईई आह्ह ह ह उ इ ई इ ई इ इ करने लगी |
थोड़ी देर बाद मैंने उसके मेरे लंड पर बैठकर कूदने को कहा | वो वैसा ही करने लगी | लगभग आधे घंटे की जोरदार चुदाई के बाद मैं झड़ने को हुआ तो मैंने लंड निकाल कर साइड में झाड दिया | हम सब थक चुके थे | फिर रिज़वान बोले – रुको, सब में फिर से जोश लाने के लिए मैं एक स्पेशल दवा लाता हूँ | मैं समझ गया की वो वियाग्रा लाने गये हैं | फिर वो लौटे तो उनके हाथ में वियाग्रा की दवा थी | मैंने भी खाया | लड़कियों ने नही खायी | अब हम तीनो का लंड खड़ा हो चूका था | रिज़वान की बीवी और बड़ी बेटी मेरा बड़ा लंड अपनी चूत में लेने को तैयार थी | अब हमने अदला बदली की और फैसला किया की कोई किसी को भी चोद सकता है | अब मैंने रिज़वान की बीवी की टांगे फैलायीं और बिना थूक लगाये एक ही झटके में अपना लंड घुसेड दिया | वो दर्द से कराहने लगी और जोर जोर से आह ह ह हह ह्ह्ह ह ह हह ह ह हह ह हह ह ऊऊ ऊ ऊऊ ऊई ई ईई ईई ई इ इ इ ईई इ चोद दो मुझे… चोद दो.. फाड़ दो मेरी चूत.. भोसड़ा बना दो इसका.. आह्ह्ह्ह ह हह ह हह उई इ इ ई इ ई कितना बड़ा लंड है तेरा.. आह्ह्ह ऊई ई इ इ करने लगीं | मैंने चोदना जारी रखा | थोड़ी देर में वो थक गयीं |
अब मैंने रिज़वान की बड़ी बेटी को घोड़ी बनाया और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया | उसकी भी चूत कसी थी | मुझे मजा आ रहा था | मैं रुका नही और चोदता था | अचानक से मेरे मन में एक शैतानी ख्याल आया | वो घोड़ी बनी थी और उसकी गांड का छेद मुझे दिख रहा था | वो छोटा सा छेद मुझे बहुत अच्छा लग रहा था | मैंने उसकी चूत में से अपना लंड निकाला और उसकी गांड के छेद पर ढेर सारा थूक लगा कर उसकी गांड पर लंड टिका दिया | वो डर गयी | अभी वो पीछे मुड़ने ही वाली थी की मैंने उसकी गांड में एक जोर का धक्का दिया | उसकी गांड से खून आने लगा था लेकिन अच्छी बात ये थी की मेरा आधा लंड घुस चूका था | उसकी गांड का हाल बहुत बेकार हो चूका था लेकिन उस टाइम मेरी कामुकता मुझ पर सवार थी | मैं रुका नही और उसकी गांड में लंड को अन्दर बाहर करने लगा | वो रो रही थी लेकिन मैं उसकी गांड चोदे जा रहा था |
बहुत जोर लगाने पर लगभग 10 मिनट बाद मेरा लंड पूरा उसकी गांड में घुस चूका था | अब वो भी दर्द को एन्जॉय करने लगी थी | जब मैंने देखा की उसे मजा आ रहा है तो मैंने धक्के तेज कर दिए | वो जोर जोर से आह हह ह हह हह ह उ ऊऊ ऊ उ ऊ ऊ ऊ इ इ ईई ई इ ई इ ई ईई इ ई ई इ ओह ह ह हह करने लगी और अपनी गांड मरवाने लगी | उसकी गांड इतनी कसी थी की मेरे लंड में दर्द होने लगा लेकिन अपनी अन्तर्वासना को शांत करने के लिए मैंने वो दर्द झेलना बेहतर समझा | लगभग 15 मिनट की जोरदार गांड चुदाई के बाद मैं उसकी गांड में ही झड गया |
उस दिन के बाद मैं लगभग हर रोज उनके घर में रात में जाता हूँ और चुदाई के मजे लेता हूँ | दोस्तों, ये थी मेरी सेक्स कहानी | आशा है की आप लोगों को पसंद आई होगी | और ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियों का स्वाद लेने के लिए आते रहें इस वेबसाइट पर मेरी तरह | चलिए, चलता हूँ दोस्तों, सीमा की चूत चोदने का टाइम हो गया है |