Yah kahani pintu sharma ku hai jo simala main rahta hai
सीधे आता हूँ, कहानी पर…
एक दिन की बात है, मैं होटल पर कुछ खाने के लिए गया था तभी मेरी नज़र टेबल पर पड़ी..
वहाँ एक लेडी का पर्स पड़ा था.. मैंने उसमें देखा तो दो “ए टी म”, 8500 रुपये और एक बिल था.. उस पर एक मोबाइल नंबर था..
मैंने वहाँ फोन मिला कर पता लगाया की वो किसी तन्वी जी का है.. वहाँ से उनका नंबर भी मिल गया..
फिर, मैंने फोन मिलाया – हेलो मैडम जी, मैं पिंटू बोल रहा हूँ.. मुझे होटल पर आपका पर्स मिला है.. मैं इंडस्ट्रियल एरिया से मेरे रूम से बोल रहा हूँ.. आप आ कर पर्स ले जाओ..
तन्वी – आपका धन्यवाद.. आप अपना पूरा पता दे दो.. मैं शाम को आ जाऊंगा..
शाम को, एक नंबर से कॉल आया.. मैंने फिर से अपना पता बताया..
थोड़ी देर बाद, मेरे रूम के आगे एक कार आ कर रुकी.. उसमें से एक बहुत ही खूबसूरत लेडी निकली..
वो एकदम गोरी और काफ़ी लंबी थी.. उसका चेहरा तो बहुत ही सुंदर था..
उसकी सारी बॉडी एकदम फिट थी.. उसके गाल और होंठ तो ज़बरमस्त थे..
साड़ी में कयामत ढा रही थी.. उसके बूब तो क्या खूब थे.. गले में एक छोटा सा लॉकेट था.. उसके बूब के बीच की दरार दिख रही थी.. मैं तो बस देखता ही रह गया..
तन्वी – हेलो, मैं तन्वी हूँ.. आप पिंटू हैं ना.. उसकी आवाज़ में तो जादू था.. वो हर वर्ड को बहुत ही सुंदर ढंग से बोल रही थी.. मानो हिन्दी की टीचर हो..
मैंने कहा की मैं ही पिंटू हूँ..
फिर मैं उनको कमरे में ले गया.. उनको चाय पिलाई..
फिर मैं उनको अपनी बातों से हँसने लगा..
तन्वी – आप क्या करते हैं .?.
पिंटू – मैं यहाँ पढ़ाई करता हूँ.. यही रहता हूँ.. पहले उप – डाउन करता था.. अब 3 महीने बाद पेपर है.. अब यहीं रहता हूँ.. मेरा फ्रेंड गाँव गया है.. हम दोनों रहते हैं.. यही बिजली बोर्ड में पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं.. हमारे सर ने यहाँ लगाया है.. यहाँ का एक्सपीरियेन्स काम आएगा..
तन्वी – तुम यहाँ क्यों रहते हो .?. सिटी से इतनी दूर यहाँ स्मेल नहीं आती .?. सर्दी नहीं लगती .?.
पिंटू – यहाँ किराया बहुत कम है.. 800 रुपये और शिमला सिटी में इतना बड़ा मकान तो 4000 में भी नहीं मिलता.. पैसे की भी प्राब्लम है, जी.. ट्यूशन भी करनी पड़ती है.. 4000 – 5000 खर्च हो जाते हैं..
तन्वी – आप तो काफ़ी इंटेलिजेंट हो.. मेरे पर्स को वापस दिया है इसलिए आपकी ये प्राब्लम तो अभी दूर कर देते हैं.. मेरे घर में रूम है.. वहाँ सारी सुविधा भी मिल जाएगी.. खाना – पीना और कपड़े धोने की सुविधा एकदम फ्री..
पिंटू – लेकिन.. ..
तन्वी – ये सब छोड़ो.. .. मैं फोन करती हूँ.. मेरा ड्राइवर तुम्हारा सारा सामान ले जाएगा.. तुम बैठो कार में..
वो बड़ी खुश थी..
उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – असल में मुझे तुम जैसे ईमानदार लड़के की तलाश थी..
मैंने तुरंत ही रूम लॉक कर दिया और कार में बैठ गया.. उसका जादू मुझ पर चढ़ गया..
उसने कार का एसी चालू कर दिया.. मुझे ठंड लगने लगी..
थोड़ी देर बाद हम उसके घर पर पहुँच गये..
उसका घर बहुत बड़ा था.. मानो कोई बहुत बड़े आदमी का घर हो..
2 – 3 नौकरानी थी.. एक बड़ा सा पार्क था..
उसने घर पर जाकर अपने नौकर को मेरा सामान लाने को कहा..
मैंने उसे अपना पता बताया..
सच में मैंने ऐसा घर आज तक नहीं देखा.. घर को बस देखता ही रह गया..
फिर तन्वी ने पानी दिया और फिर ठंडा पिलाया..
थोड़ी देर बाद वो नहा कर आई.. क्या क्यामत लग रही थी.. उसके पर्फ्यूम की महक लाजवाब थी..
उसने कहा की तुम्हारा सामान आने वाला है.. तुम जल्दी से नहा लो.. मैं नहाने चला गया..
पहली बार शावर के नीचे नाहया.. मज़ा आ गया..
फिर तन्वी ने मुझे कपड़े दिए तो वो मुस्कुरा दी..
मैं नाह कर बाहर आया.. अब तन्वी मेरे पास बैठ गई..
मैंने काफ़ी देर तक बात की और वो मेरी बात सुनकर बहुत हँसी.. फिर हम दोनों ने खाना खाया..
वो बार – बार खड़ी होकर खाना परोस रही थी.. उसके बूब मुझे दिख रहे थे..
वो ये देख कर मुस्करा रही थी.. मज़ा आ गया..
फिर हम ने काफ़ी बातें की..
इतनी सुंदर लेडी क साथ बात करते हुए मज़ा आ रहा था.. फिर हम दोनों टीवी वाले रूम में आ गये.. एक ही बेड पर बैठे थे..
सीधे आता हूँ, कहानी पर…
एक दिन की बात है, मैं होटल पर कुछ खाने के लिए गया था तभी मेरी नज़र टेबल पर पड़ी..
वहाँ एक लेडी का पर्स पड़ा था.. मैंने उसमें देखा तो दो “ए टी म”, 8500 रुपये और एक बिल था.. उस पर एक मोबाइल नंबर था..
मैंने वहाँ फोन मिला कर पता लगाया की वो किसी तन्वी जी का है.. वहाँ से उनका नंबर भी मिल गया..
फिर, मैंने फोन मिलाया – हेलो मैडम जी, मैं पिंटू बोल रहा हूँ.. मुझे होटल पर आपका पर्स मिला है.. मैं इंडस्ट्रियल एरिया से मेरे रूम से बोल रहा हूँ.. आप आ कर पर्स ले जाओ..
तन्वी – आपका धन्यवाद.. आप अपना पूरा पता दे दो.. मैं शाम को आ जाऊंगा..
शाम को, एक नंबर से कॉल आया.. मैंने फिर से अपना पता बताया..
थोड़ी देर बाद, मेरे रूम के आगे एक कार आ कर रुकी.. उसमें से एक बहुत ही खूबसूरत लेडी निकली..
वो एकदम गोरी और काफ़ी लंबी थी.. उसका चेहरा तो बहुत ही सुंदर था..
उसकी सारी बॉडी एकदम फिट थी.. उसके गाल और होंठ तो ज़बरमस्त थे..
साड़ी में कयामत ढा रही थी.. उसके बूब तो क्या खूब थे.. गले में एक छोटा सा लॉकेट था.. उसके बूब के बीच की दरार दिख रही थी.. मैं तो बस देखता ही रह गया..
तन्वी – हेलो, मैं तन्वी हूँ.. आप पिंटू हैं ना.. उसकी आवाज़ में तो जादू था.. वो हर वर्ड को बहुत ही सुंदर ढंग से बोल रही थी.. मानो हिन्दी की टीचर हो..
मैंने कहा की मैं ही पिंटू हूँ..
फिर मैं उनको कमरे में ले गया.. उनको चाय पिलाई..
फिर मैं उनको अपनी बातों से हँसने लगा..
तन्वी – आप क्या करते हैं .?.
पिंटू – मैं यहाँ पढ़ाई करता हूँ.. यही रहता हूँ.. पहले उप – डाउन करता था.. अब 3 महीने बाद पेपर है.. अब यहीं रहता हूँ.. मेरा फ्रेंड गाँव गया है.. हम दोनों रहते हैं.. यही बिजली बोर्ड में पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं.. हमारे सर ने यहाँ लगाया है.. यहाँ का एक्सपीरियेन्स काम आएगा..
तन्वी – तुम यहाँ क्यों रहते हो .?. सिटी से इतनी दूर यहाँ स्मेल नहीं आती .?. सर्दी नहीं लगती .?.
पिंटू – यहाँ किराया बहुत कम है.. 800 रुपये और शिमला सिटी में इतना बड़ा मकान तो 4000 में भी नहीं मिलता.. पैसे की भी प्राब्लम है, जी.. ट्यूशन भी करनी पड़ती है.. 4000 – 5000 खर्च हो जाते हैं..
तन्वी – आप तो काफ़ी इंटेलिजेंट हो.. मेरे पर्स को वापस दिया है इसलिए आपकी ये प्राब्लम तो अभी दूर कर देते हैं.. मेरे घर में रूम है.. वहाँ सारी सुविधा भी मिल जाएगी.. खाना – पीना और कपड़े धोने की सुविधा एकदम फ्री..
पिंटू – लेकिन.. ..
तन्वी – ये सब छोड़ो.. .. मैं फोन करती हूँ.. मेरा ड्राइवर तुम्हारा सारा सामान ले जाएगा.. तुम बैठो कार में..
वो बड़ी खुश थी..
उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – असल में मुझे तुम जैसे ईमानदार लड़के की तलाश थी..
मैंने तुरंत ही रूम लॉक कर दिया और कार में बैठ गया.. उसका जादू मुझ पर चढ़ गया..
उसने कार का एसी चालू कर दिया.. मुझे ठंड लगने लगी..
थोड़ी देर बाद हम उसके घर पर पहुँच गये..
उसका घर बहुत बड़ा था.. मानो कोई बहुत बड़े आदमी का घर हो..
2 – 3 नौकरानी थी.. एक बड़ा सा पार्क था..
उसने घर पर जाकर अपने नौकर को मेरा सामान लाने को कहा..
मैंने उसे अपना पता बताया..
सच में मैंने ऐसा घर आज तक नहीं देखा.. घर को बस देखता ही रह गया..
फिर तन्वी ने पानी दिया और फिर ठंडा पिलाया..
थोड़ी देर बाद वो नहा कर आई.. क्या क्यामत लग रही थी.. उसके पर्फ्यूम की महक लाजवाब थी..
उसने कहा की तुम्हारा सामान आने वाला है.. तुम जल्दी से नहा लो.. मैं नहाने चला गया..
पहली बार शावर के नीचे नाहया.. मज़ा आ गया..
फिर तन्वी ने मुझे कपड़े दिए तो वो मुस्कुरा दी..
मैं नाह कर बाहर आया.. अब तन्वी मेरे पास बैठ गई..
मैंने काफ़ी देर तक बात की और वो मेरी बात सुनकर बहुत हँसी.. फिर हम दोनों ने खाना खाया..
वो बार – बार खड़ी होकर खाना परोस रही थी.. उसके बूब मुझे दिख रहे थे..
वो ये देख कर मुस्करा रही थी.. मज़ा आ गया..
फिर हम ने काफ़ी बातें की..
इतनी सुंदर लेडी क साथ बात करते हुए मज़ा आ रहा था.. फिर हम दोनों टीवी वाले रूम में आ गये.. एक ही बेड पर बैठे थे..