अब आगे
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ये शायद पहला मौका था जब पूजा ने अपने जीजू को उसके नाम से बुलाया था...पर इस वक़्त की डिमांड भी यही थी, वो अपनी रिश्तेदारी बीच में लाकर अपना मूड खराब नही करना चाहती थी.
अजय ने भी अपनी जीभ से अपने सूखे हुए होंठों को गीला किया और नीचे झुक गया....और पूजा के फूल से चेहरे को अपने हाथों में पकड़कर उसने अपने दहकते हुए होंठ उसके नर्म लबों पर रख दिए...
एक बिजली सी कोंध गयी पूजा के शरीर में ...शरीर अकड़ गया...उसके हाथों की पकड़ अजय के सिर पर तेज हो गयी....और उसने किसी नागिन की तरह फ़ुफ़कारना शुरू कर दिया...उसके चेहरे से अजीब तरीके से गर्म साँसे निकलने लगी...शायद उत्तेजनावश हो रहा था ये सब...
अजय ने अपने एक्सपीरियेन्स का इस्तेमाल करते हुए,अपने होंठों को धीरे-2 उसके होंठों पर घुमाया, रगड़ा पर चूसा नही...और सिर्फ़ 30 सेकेंड में वो पीछे हो गया और बोला : "बस...हो गया...चलो अब चलते है...''
और पूजा की तो ऐसी हालत हो गयी जैसे उसके मुँह मे कोई मिठाई डालकर निकाल ली गयी हो...अभी तो उसे किस्स का एहसास मिलना शुरू भी नही हुआ था और अजय ऐसा बोल रहा था...पूजा अपनी लाइफ की पहली किस्स को यादगार बना देना चाहती थी...वो उत्तेजना में भरकर बिफ़र सी गयी और उसने अजय के सिर पर दबाव डालते हुए अपनी तरफ खींचा और बोली : "नोssssssssssssssssss .....अभी नही.....''
और इतना कहते हुए उसने अपने होंठों से अजय के होंठों को इतनी ज़ोर से दबोचा की उसकी चीख निकल गयी जिसे दूर बैठी सोनी ने भी सुना....
सोनी तो पूजा का ये रूप देखकर हैरान हुए जा रही थी....की कैसे वो अजय के होंठों को किसी पागल बिल्ली की तरह चूस रही है..
अजय ने अब अपने आप को पूजा के हवाले छोड़ दिया था...उसे पता था की ऐसा ही कुछ होगा...पूजा ने अपने दोनों हाथों को उसकी गर्दन में लपेट कर अपने आप को पूरी तरह से अजय की गोद में पहुँचा दिया था...और उसकी मोटी छातियाँ अजय के चौड़े सीने से रगड़ खाकर बुरी तरह से पिस्स रही थी...
पूजा अपने रसीले होंठों से अजय को बुरी तरह से चूस रही थी....स्मूच कर रही थी वो...अपनी जीभ उसके मुँह में धकेलती ...उसके होंठों को अपने दाँतों से काटती ...अपनी जीभ को किसी ब्रश की तरह अजय के दोनो होंठों और चेहरे पर फिराती...और ये सब लगभग 10 मिनट तक चलता रहा...अब पूजा वो सब कर रही थी जो उसने अपने दिल में सोच के रखा हुआ था की जब वो पहली बार किसी को किस्स करेगी तो ऐसे करेगी...और उपर से वो फ़िल्मो में देखी गयी किस्सेस को ध्यान में रखकर वही करने की कोशिश कर रही थी...और इन सबमे उसे मज़ा भी बहुत आ रहा था..
इतनी लंबी किस्स तो अजय ने आज तक नही की थी...पर उसने भी पूजा को नही टोका,आख़िर पूजा की जिंदगी की ये पहली थी...और उपर से ऐसे रोमॅंटिक माहौल ने उसकी भावनाओ को जगा दिया था, जिसकी वजह से वो अजय को छोड़ने का नाम ही नही ले रही थी..
और दस मिनट के बाद जब वो रुकी तो दोनो की हालत खराब हो चुकी थी...दोनो की साँसे फूल चुकी थी...
अपनी सांसो पर काबू पाते हुए अजय ने पूछा : "कैसी रही...तुम्हारी लाइफ की पहली किस्स ....???''
ये सुनकर पूजा के चेहरे पर हँसी आ गयी...और वो बोली : "बिल्कुल वैसी ही,जैसी मैने सोची हुई थी...अब तो आप खुश हो ना...मेरे ठरकी जीजू''
''मेरे ठरकी जीजू'' बोलते हुए उसने एक क्विक किस्स दोबारा कर दी अजय के होंठों पर...
और फिर वो बोली : "अब मत जाना उस सोनी की बच्ची के पास....समझे...''
अजय : "हाँ ....नही जाऊंगा ...और मज़ा तो आया मुझे.....पर एक किस्स अगर मेरे दोस्त को भी कर देती तो वो भी सोनी के पास जाने की ज़िद नही करेगा...''
पूजा की आँखे फैल गयी ये सुनकर, वो बोली : "दोस्त ?????? कौन दोस्त....''
अजय ने उसके हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और बोला : "ये दोस्त....जिसके दिमाग़ में अभी तक सोनी ही बसी हुई है...तुमने मुझे तो राज़ी कर लिया,पर इसे भी तो राज़ी करो,ताकि ये भी वहां नही जाए....''
अजय के ऐसा करते ही पूजा के चेहरे पर पसीना आ गया....वो जड़वत सी होकर रह गयी...एक तो पहली बार उसने किसी को क़िस्स्स की थी, और उपर से पहली बार वो किसी का लंड पकड़ रही थी...
एक ही दिन में 2 झटके मिल रहे थे उसे अपनी लाइफ में.
उसने अपना हाथ हटाना चाहा तो अजय ने रोक दिया और बोला : "प्लीज़ पूजा....सिर्फ़ एक बार....अब इतना कुछ तो हो ही चुका है हमारे बीच,ये भी हो जाएगा तो क्या होगा...एक बार किस्स कर लो बस....फिर मैं कुछ भी करने को नही कहूँगा तुम्हे....''
पूजा : "पर जीजू.....ये सब......आई मीन..........गलत है .....ना....''
अजय : "देखा जाए तो सब ग़लत है, तुम्हारा मुझे अपनी सहेलियों के सामने बी एफ बोलना, हमारा यहाँ आना, हमारा किस्स करना...सब ग़लत है...ऐसे में एक और ग़लत काम हो जाएगा तो कुछ नही होगा...''
पूजा अजय की गोद में बैठी ये सब बातें कर रही थी...और दूर बैठी सोनी को कुछ भी सुनाई नही दे रहा था...वो तो पहले से ही उन दोनो की इतनी हॉट और सेक्सी किस्स को देखकर अपनी चूत मसल रही थी...और अब ये सोचकर की शायद कुछ देर के लिए दोनो बातें कर रहे हैं,वो उनके अगले एक्शन का इंतजार करते हुए अपने बूब्स दबा रही थी झाड़ियों के बीच बैठकर..
अजय ये तो समझ ही चुका था की वो मान जाएगी, बस थोड़ी बहुत और मेहनत करनी पड़ेगी..
इसी बीच पूजा ने अपना हाथ छुड़वा लिया और बोली : "नही जीजू...ये मुझसे नही होगा...आप चाहो तो थोड़ी देर तक और किस्स कर सकते हो मुझे...''
इतना कहकर उसने फिर से अपनी आँखे बंद कर ली और अपना चेहरा अजय के सामने परोस दिया..
अजय भी हरामी था, उसे पता था की ऐसे मौके पर क्या करना चाहिए....उसने पूजा के चेहरे को पकड़ा और उसे फिर से चूमना शुरू कर दिया...और इस बार अपने वाले जंगली तरीके से....
जिसे महसूस करके पूजा के शरीर का पारा बढ़ता चला जा रहा था...
और इसी बीच अजय ने अपनी पेंट की ज़िप खोलकर अपने लंड को बाहर निकाल लिया....और पूजा को चूमते-2 ही उसने उसके हाथ को पकड़कर एक बार फिर से अपने लंड की तरफ दबा दिया...एक तो अजय की किस्स का नशा और उपर से उत्तेजना का...ऐसे में पूजा ने भी मना नही किया और अजय के लंड वाले हिस्से पर अपने नाज़ुक हाथ रख दिए ...
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ये शायद पहला मौका था जब पूजा ने अपने जीजू को उसके नाम से बुलाया था...पर इस वक़्त की डिमांड भी यही थी, वो अपनी रिश्तेदारी बीच में लाकर अपना मूड खराब नही करना चाहती थी.
अजय ने भी अपनी जीभ से अपने सूखे हुए होंठों को गीला किया और नीचे झुक गया....और पूजा के फूल से चेहरे को अपने हाथों में पकड़कर उसने अपने दहकते हुए होंठ उसके नर्म लबों पर रख दिए...
एक बिजली सी कोंध गयी पूजा के शरीर में ...शरीर अकड़ गया...उसके हाथों की पकड़ अजय के सिर पर तेज हो गयी....और उसने किसी नागिन की तरह फ़ुफ़कारना शुरू कर दिया...उसके चेहरे से अजीब तरीके से गर्म साँसे निकलने लगी...शायद उत्तेजनावश हो रहा था ये सब...
अजय ने अपने एक्सपीरियेन्स का इस्तेमाल करते हुए,अपने होंठों को धीरे-2 उसके होंठों पर घुमाया, रगड़ा पर चूसा नही...और सिर्फ़ 30 सेकेंड में वो पीछे हो गया और बोला : "बस...हो गया...चलो अब चलते है...''
और पूजा की तो ऐसी हालत हो गयी जैसे उसके मुँह मे कोई मिठाई डालकर निकाल ली गयी हो...अभी तो उसे किस्स का एहसास मिलना शुरू भी नही हुआ था और अजय ऐसा बोल रहा था...पूजा अपनी लाइफ की पहली किस्स को यादगार बना देना चाहती थी...वो उत्तेजना में भरकर बिफ़र सी गयी और उसने अजय के सिर पर दबाव डालते हुए अपनी तरफ खींचा और बोली : "नोssssssssssssssssss .....अभी नही.....''
और इतना कहते हुए उसने अपने होंठों से अजय के होंठों को इतनी ज़ोर से दबोचा की उसकी चीख निकल गयी जिसे दूर बैठी सोनी ने भी सुना....
सोनी तो पूजा का ये रूप देखकर हैरान हुए जा रही थी....की कैसे वो अजय के होंठों को किसी पागल बिल्ली की तरह चूस रही है..
अजय ने अब अपने आप को पूजा के हवाले छोड़ दिया था...उसे पता था की ऐसा ही कुछ होगा...पूजा ने अपने दोनों हाथों को उसकी गर्दन में लपेट कर अपने आप को पूरी तरह से अजय की गोद में पहुँचा दिया था...और उसकी मोटी छातियाँ अजय के चौड़े सीने से रगड़ खाकर बुरी तरह से पिस्स रही थी...
पूजा अपने रसीले होंठों से अजय को बुरी तरह से चूस रही थी....स्मूच कर रही थी वो...अपनी जीभ उसके मुँह में धकेलती ...उसके होंठों को अपने दाँतों से काटती ...अपनी जीभ को किसी ब्रश की तरह अजय के दोनो होंठों और चेहरे पर फिराती...और ये सब लगभग 10 मिनट तक चलता रहा...अब पूजा वो सब कर रही थी जो उसने अपने दिल में सोच के रखा हुआ था की जब वो पहली बार किसी को किस्स करेगी तो ऐसे करेगी...और उपर से वो फ़िल्मो में देखी गयी किस्सेस को ध्यान में रखकर वही करने की कोशिश कर रही थी...और इन सबमे उसे मज़ा भी बहुत आ रहा था..
इतनी लंबी किस्स तो अजय ने आज तक नही की थी...पर उसने भी पूजा को नही टोका,आख़िर पूजा की जिंदगी की ये पहली थी...और उपर से ऐसे रोमॅंटिक माहौल ने उसकी भावनाओ को जगा दिया था, जिसकी वजह से वो अजय को छोड़ने का नाम ही नही ले रही थी..
और दस मिनट के बाद जब वो रुकी तो दोनो की हालत खराब हो चुकी थी...दोनो की साँसे फूल चुकी थी...
अपनी सांसो पर काबू पाते हुए अजय ने पूछा : "कैसी रही...तुम्हारी लाइफ की पहली किस्स ....???''
ये सुनकर पूजा के चेहरे पर हँसी आ गयी...और वो बोली : "बिल्कुल वैसी ही,जैसी मैने सोची हुई थी...अब तो आप खुश हो ना...मेरे ठरकी जीजू''
''मेरे ठरकी जीजू'' बोलते हुए उसने एक क्विक किस्स दोबारा कर दी अजय के होंठों पर...
और फिर वो बोली : "अब मत जाना उस सोनी की बच्ची के पास....समझे...''
अजय : "हाँ ....नही जाऊंगा ...और मज़ा तो आया मुझे.....पर एक किस्स अगर मेरे दोस्त को भी कर देती तो वो भी सोनी के पास जाने की ज़िद नही करेगा...''
पूजा की आँखे फैल गयी ये सुनकर, वो बोली : "दोस्त ?????? कौन दोस्त....''
अजय ने उसके हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया और बोला : "ये दोस्त....जिसके दिमाग़ में अभी तक सोनी ही बसी हुई है...तुमने मुझे तो राज़ी कर लिया,पर इसे भी तो राज़ी करो,ताकि ये भी वहां नही जाए....''
अजय के ऐसा करते ही पूजा के चेहरे पर पसीना आ गया....वो जड़वत सी होकर रह गयी...एक तो पहली बार उसने किसी को क़िस्स्स की थी, और उपर से पहली बार वो किसी का लंड पकड़ रही थी...
एक ही दिन में 2 झटके मिल रहे थे उसे अपनी लाइफ में.
उसने अपना हाथ हटाना चाहा तो अजय ने रोक दिया और बोला : "प्लीज़ पूजा....सिर्फ़ एक बार....अब इतना कुछ तो हो ही चुका है हमारे बीच,ये भी हो जाएगा तो क्या होगा...एक बार किस्स कर लो बस....फिर मैं कुछ भी करने को नही कहूँगा तुम्हे....''
पूजा : "पर जीजू.....ये सब......आई मीन..........गलत है .....ना....''
अजय : "देखा जाए तो सब ग़लत है, तुम्हारा मुझे अपनी सहेलियों के सामने बी एफ बोलना, हमारा यहाँ आना, हमारा किस्स करना...सब ग़लत है...ऐसे में एक और ग़लत काम हो जाएगा तो कुछ नही होगा...''
पूजा अजय की गोद में बैठी ये सब बातें कर रही थी...और दूर बैठी सोनी को कुछ भी सुनाई नही दे रहा था...वो तो पहले से ही उन दोनो की इतनी हॉट और सेक्सी किस्स को देखकर अपनी चूत मसल रही थी...और अब ये सोचकर की शायद कुछ देर के लिए दोनो बातें कर रहे हैं,वो उनके अगले एक्शन का इंतजार करते हुए अपने बूब्स दबा रही थी झाड़ियों के बीच बैठकर..
अजय ये तो समझ ही चुका था की वो मान जाएगी, बस थोड़ी बहुत और मेहनत करनी पड़ेगी..
इसी बीच पूजा ने अपना हाथ छुड़वा लिया और बोली : "नही जीजू...ये मुझसे नही होगा...आप चाहो तो थोड़ी देर तक और किस्स कर सकते हो मुझे...''
इतना कहकर उसने फिर से अपनी आँखे बंद कर ली और अपना चेहरा अजय के सामने परोस दिया..
अजय भी हरामी था, उसे पता था की ऐसे मौके पर क्या करना चाहिए....उसने पूजा के चेहरे को पकड़ा और उसे फिर से चूमना शुरू कर दिया...और इस बार अपने वाले जंगली तरीके से....
जिसे महसूस करके पूजा के शरीर का पारा बढ़ता चला जा रहा था...
और इसी बीच अजय ने अपनी पेंट की ज़िप खोलकर अपने लंड को बाहर निकाल लिया....और पूजा को चूमते-2 ही उसने उसके हाथ को पकड़कर एक बार फिर से अपने लंड की तरफ दबा दिया...एक तो अजय की किस्स का नशा और उपर से उत्तेजना का...ऐसे में पूजा ने भी मना नही किया और अजय के लंड वाले हिस्से पर अपने नाज़ुक हाथ रख दिए ...