दुकान से मिली गरमा-गरम चूत
दोस्तों मेरी यह कहानी आज से लगभग 1 साल पुरानी है...
मैं एक बड़ी कम्पनी में काम करता हूँ, और मैं रोज सुबह ऑफीस चला जाता हूँ. उस समय गर्मी का मौसम था और वैसे भी मेरा ऑफिस फेक्टरियों के इलाके में होने के कारण वहाँ गर्मी ज़्यादा ही रहती है
मैं गर्मी के कारण दोपहर में कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए पास ही की एक दुकान पर जाता था. इसलिए उस दुकान के मालिक से मेरी अच्छी जान पहचान हो गई थी.
अगर एक दिन भी मैं वहाँ नहीं जाता तो अगले दिन वह मुझसे ज़रूर पूछता था. हमारी जान पहचान एकदूसरे से काफ़ी हो गयी थी.
मैं वहाँ जाकर कम से कम 30 मिनट के लिये तो रुकता ही था मैं जब वहाँ जाता था तो उनके साथ हँसी मज़ाक भी करता था.
एक दिन दुकान के मालिक ने मुझसे पूछा कि तुमने कभी किसी औरत को कभी चोदा भी है या नहीं?
मैं यह बात सुनकर एकदम से हैरान हो गया फिर मैंने सामान्य होकर जवाब दिया कि ऐसी मेरी किस्मत कहाँ यार.
वह हँसकर मुझसे बोला कि, तो फिर तुमको किसी को चोदना है क्या?
मैंने हँसते हुए उनसे बोला कि अगर कोई मिल जाए तो मैं वह मौका छोड़े बिना नहीं रहूँगा. ...
उसने मुझको कहा कि तुम अपना मोबाइल नंबर दे दो।
और फिर उस दूकान वाले ने मुझसे कहा कि देखो यह बात किसी और को बताना मत ...और तुम्हारे मोबाइल पर एक फोन आएगा,
फिर उन्होंने मुझको एक कोड नंबर भी दे दिया और कहा सामने वाला तुमसे कोड पूछेगा और तुम उसको बता देना और फिर तुम उससे बात कर लेना. ठीक है.
और फिर उसने सब बातें मुझको बता दी. लेकिन मैं तो यह सब मज़ाक ही समझ रहा था. और फिर करीब 2 घन्टे के बाद मेरे मोबाइल पर किसी औरत का फोन आया और उसने मुझसे कोड नंबर पूछा तो मैं यह सुनकर चौक गया.
उसने मेरा नाम भी बताया तो मैंने उससे कहा कि हाँ मैं लोकेश ही बोल रहा हूँ. तो फिर वह मुझसे बातें करने लगी.
और उसने मुझको कहा कि दुकान से आप का नंबर मिला है तो, आप कब मिलेंगे?
मैंने उससे कहा कि आपके पास जब समय होगा तब.
उसने बोला कि मुझे तुम शाम के 5-6 बजे शॉपिंग मॉल के बाहर खड़े हुए मिलना, और मैं वहाँ आकर तुमको फोन करूँगी.
मैंने उसको कहा कि ठीक है और फिर मैंने फोन काट दिया।
मैं इतना सुनकर हैरान हो गया और मुझे अपने आप पर यकीन ही नहीं हो रहा था. और फिर मैं शाम को 5 बजे के करीब शॉपिंग मॉल के बाहर गया और वहाँ पर खड़ा हो गया था. और रास्ते में काफ़ी लोग और गाड़ीयाँ आ जा रही थी.
इतने में ही मेरे फोन की घन्टी बजी और मैंने बात की उसने मुझसे फिर से कोड पूछा तो मैंने भी कोड बता दिया. और फिर उसने मुझको कहा कि आप थोड़ा आगे चलो वहाँ एक काले रंग की कार खड़ी है आप उसमें आ जाइए.
और फिर मैं आगे गया तो वहाँ सच में एक कार खड़ी थी. मैंने वहाँ पर जाकर तुरन्त ही कार का दरवाजा खोला और उस कार में बैठ गया
उस औरत ने कार चालू कर दी थी. दोस्तों उसके बाद जब मैंने उस औरत को देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये थे. उस औरत ने एक बहुत ही महँगी सी साड़ी पहन रखी थी जो काफ़ी पारदर्शी भी थी.
उसका चेहरा देखकर तो मेरा मुहँ खुला का खुला ही रह गया था. उस औरत ने मुझसे कहा कि मेरा नाम रूपा है. और फिर वह मुझको अपना हाथ आगे बढाने को कहने लगी
तो मैंने भी अपना हाथ उसके हाथ में दे दिया. और मैं तो बस उसको ही देखता रह गया फिर हम कार में चलते-चलते काफ़ी दूर आ गए थे।
दोस्तों वह गाड़ी चलाते समय मुझसे बातें कर रही थी. और उसने ही मुझको बताया कि उसका पति एक बड़ा बिज़नसमेन है और वह महीने में 20-25 दिन तो घर से बाहर ही रहता है.
और फिर उसको देखकर मैं सब कुछ समझ गया था कि वह एक काफ़ी अमीर औरत है, लेकिन वह थोड़ा सा डर भी रही थी.
फिर वह मुझको एक फार्म हाउस पर लेकर गई और फिर हम दोनों कार में से उतरकर उस फार्म हाउस में चले गये थे.
वहाँ पर हम दोनों के सिवा और कोई भी नहीं था. पूरे फ़ार्म हाउस में काफ़ी सन्नाटा था.
मैंने उसको ध्यान से देखा तो वह करीब 32-33 साल की लग रही थी और उसका शरीर थोड़ा पतला था और वह एकदम लम्बी थी और गोरी भी बहुत थी. और ऊपर से उसने अपनी साड़ी को अपनी नाभि के काफ़ी नीचे बाँध रखी थी.
उसकी नाभि की गहराई को देखकर ही मेरा लंड तो फूंकार मारने लगा था और खड़ा हो गया था.
उसने मुझसे फिर से बातें करनी शुरु कर दी थी और वह मुझसे मेरे बारे में पूछने लगी थी मेरा तो उसको देखकर ही लंड जोश में आ गया था उसके बूब्स काफ़ी बड़े-बड़े थे और उसने अपने शरीर को काफ़ी संभाला हुआ था
उसका फिगर एकदम कमाल का था और उसके फिगर का साइज़ 34-28-36 का था क्योंकि बाद में मैंने उसके फिगर का नाप भी लिया था.
दोस्तों मैं तो बस उसके बूब्स को ही देख रहा था और उसकी नाभि को देखकर मेरी तो हालत खराब हो रही थी और फिर वह मेरे बगल में आकर बैठ गई थी.
वह थोड़ा-थोड़ा सा डर भी रही थी क्योंकि शायद वह पहली बार किसी गैर मर्द से अपनी चुदाई करवाने जा रही थी. और उसकी आवाज़ भी लड़खड़ा रही थी।
दोस्तों मेरी यह कहानी आज से लगभग 1 साल पुरानी है...
मैं एक बड़ी कम्पनी में काम करता हूँ, और मैं रोज सुबह ऑफीस चला जाता हूँ. उस समय गर्मी का मौसम था और वैसे भी मेरा ऑफिस फेक्टरियों के इलाके में होने के कारण वहाँ गर्मी ज़्यादा ही रहती है
मैं गर्मी के कारण दोपहर में कोल्ड ड्रिंक पीने के लिए पास ही की एक दुकान पर जाता था. इसलिए उस दुकान के मालिक से मेरी अच्छी जान पहचान हो गई थी.
अगर एक दिन भी मैं वहाँ नहीं जाता तो अगले दिन वह मुझसे ज़रूर पूछता था. हमारी जान पहचान एकदूसरे से काफ़ी हो गयी थी.
मैं वहाँ जाकर कम से कम 30 मिनट के लिये तो रुकता ही था मैं जब वहाँ जाता था तो उनके साथ हँसी मज़ाक भी करता था.
एक दिन दुकान के मालिक ने मुझसे पूछा कि तुमने कभी किसी औरत को कभी चोदा भी है या नहीं?
मैं यह बात सुनकर एकदम से हैरान हो गया फिर मैंने सामान्य होकर जवाब दिया कि ऐसी मेरी किस्मत कहाँ यार.
वह हँसकर मुझसे बोला कि, तो फिर तुमको किसी को चोदना है क्या?
मैंने हँसते हुए उनसे बोला कि अगर कोई मिल जाए तो मैं वह मौका छोड़े बिना नहीं रहूँगा. ...
उसने मुझको कहा कि तुम अपना मोबाइल नंबर दे दो।
और फिर उस दूकान वाले ने मुझसे कहा कि देखो यह बात किसी और को बताना मत ...और तुम्हारे मोबाइल पर एक फोन आएगा,
फिर उन्होंने मुझको एक कोड नंबर भी दे दिया और कहा सामने वाला तुमसे कोड पूछेगा और तुम उसको बता देना और फिर तुम उससे बात कर लेना. ठीक है.
और फिर उसने सब बातें मुझको बता दी. लेकिन मैं तो यह सब मज़ाक ही समझ रहा था. और फिर करीब 2 घन्टे के बाद मेरे मोबाइल पर किसी औरत का फोन आया और उसने मुझसे कोड नंबर पूछा तो मैं यह सुनकर चौक गया.
उसने मेरा नाम भी बताया तो मैंने उससे कहा कि हाँ मैं लोकेश ही बोल रहा हूँ. तो फिर वह मुझसे बातें करने लगी.
और उसने मुझको कहा कि दुकान से आप का नंबर मिला है तो, आप कब मिलेंगे?
मैंने उससे कहा कि आपके पास जब समय होगा तब.
उसने बोला कि मुझे तुम शाम के 5-6 बजे शॉपिंग मॉल के बाहर खड़े हुए मिलना, और मैं वहाँ आकर तुमको फोन करूँगी.
मैंने उसको कहा कि ठीक है और फिर मैंने फोन काट दिया।
मैं इतना सुनकर हैरान हो गया और मुझे अपने आप पर यकीन ही नहीं हो रहा था. और फिर मैं शाम को 5 बजे के करीब शॉपिंग मॉल के बाहर गया और वहाँ पर खड़ा हो गया था. और रास्ते में काफ़ी लोग और गाड़ीयाँ आ जा रही थी.
इतने में ही मेरे फोन की घन्टी बजी और मैंने बात की उसने मुझसे फिर से कोड पूछा तो मैंने भी कोड बता दिया. और फिर उसने मुझको कहा कि आप थोड़ा आगे चलो वहाँ एक काले रंग की कार खड़ी है आप उसमें आ जाइए.
और फिर मैं आगे गया तो वहाँ सच में एक कार खड़ी थी. मैंने वहाँ पर जाकर तुरन्त ही कार का दरवाजा खोला और उस कार में बैठ गया
उस औरत ने कार चालू कर दी थी. दोस्तों उसके बाद जब मैंने उस औरत को देखा तो मेरे तो होश ही उड़ गये थे. उस औरत ने एक बहुत ही महँगी सी साड़ी पहन रखी थी जो काफ़ी पारदर्शी भी थी.
उसका चेहरा देखकर तो मेरा मुहँ खुला का खुला ही रह गया था. उस औरत ने मुझसे कहा कि मेरा नाम रूपा है. और फिर वह मुझको अपना हाथ आगे बढाने को कहने लगी
तो मैंने भी अपना हाथ उसके हाथ में दे दिया. और मैं तो बस उसको ही देखता रह गया फिर हम कार में चलते-चलते काफ़ी दूर आ गए थे।
दोस्तों वह गाड़ी चलाते समय मुझसे बातें कर रही थी. और उसने ही मुझको बताया कि उसका पति एक बड़ा बिज़नसमेन है और वह महीने में 20-25 दिन तो घर से बाहर ही रहता है.
और फिर उसको देखकर मैं सब कुछ समझ गया था कि वह एक काफ़ी अमीर औरत है, लेकिन वह थोड़ा सा डर भी रही थी.
फिर वह मुझको एक फार्म हाउस पर लेकर गई और फिर हम दोनों कार में से उतरकर उस फार्म हाउस में चले गये थे.
वहाँ पर हम दोनों के सिवा और कोई भी नहीं था. पूरे फ़ार्म हाउस में काफ़ी सन्नाटा था.
मैंने उसको ध्यान से देखा तो वह करीब 32-33 साल की लग रही थी और उसका शरीर थोड़ा पतला था और वह एकदम लम्बी थी और गोरी भी बहुत थी. और ऊपर से उसने अपनी साड़ी को अपनी नाभि के काफ़ी नीचे बाँध रखी थी.
उसकी नाभि की गहराई को देखकर ही मेरा लंड तो फूंकार मारने लगा था और खड़ा हो गया था.
उसने मुझसे फिर से बातें करनी शुरु कर दी थी और वह मुझसे मेरे बारे में पूछने लगी थी मेरा तो उसको देखकर ही लंड जोश में आ गया था उसके बूब्स काफ़ी बड़े-बड़े थे और उसने अपने शरीर को काफ़ी संभाला हुआ था
उसका फिगर एकदम कमाल का था और उसके फिगर का साइज़ 34-28-36 का था क्योंकि बाद में मैंने उसके फिगर का नाप भी लिया था.
दोस्तों मैं तो बस उसके बूब्स को ही देख रहा था और उसकी नाभि को देखकर मेरी तो हालत खराब हो रही थी और फिर वह मेरे बगल में आकर बैठ गई थी.
वह थोड़ा-थोड़ा सा डर भी रही थी क्योंकि शायद वह पहली बार किसी गैर मर्द से अपनी चुदाई करवाने जा रही थी. और उसकी आवाज़ भी लड़खड़ा रही थी।