मेरी प्यारी बहनें और भाभी
में घर में सब से छोटा हूँ और सब को बहुत प्यारा लगता हूँ में जब छोटा था तो बहुत इनोसेंट था...
लेकिन घर वालो की नज़र में और बाहर में किसी लड़की को देखता तो उसकी हर वो चीज़ देखता जो एक हज़्बेंड ही देख सकता है, मतलब अपने दिमाग़ में तस्वीर बना लेता. और इमॅजिन करता था उस का फिगर देखता
बहुत बहुत हरामी हूँ में बचपन से ही.
मेरे मोम डॅड की काफ़ी अरसा पहले मौत हो गई जब में छोटा था
और मेरे भाई और बड़ी बाजी ने हम सब का बहुत ख़याल रखा जॉब कर के हमारी हर ज़रूरत को पूरा किया हमारा सारा बोझ उन पे था.
मेरी बाजी सादिया की जॉब बॅंक में है प्राइवेट बॅंक में. भाई की पहले यहाँ जॉब थी लेकिन उन्हे यूएई का वीसा मिला तो भाई वहाँ चले गये.
घर पर मेरा जब जहाँ दिल करता वहीं सो जाता , कभी किसी सिस्टर के साथ कभी किसी के साथ क्योंकि में सब से छोटा था तो मुझे कोई मना नही करता था.
ये बात काफ़ी साल पहले की है उम्र नही लिख सकता वरना स्टोरी पोस्ट नही होगी
ये कहानी आप देसीबीस डॉटकॉम पर पढ़ रहे है
मेरी बाजी सादिया मुझे नहलाती थीं जब में छोटा था उस वक़्त मुझे सेक्स का कुछ पता नही था
हमारा मुहल्ला बहुत गंदा है .... बच्चे बच्चे को हर बात का पता है.
मोम डॅड थे नही इस लिए कोई मुझे बाहर जाने खेलने या किसी भी बात से नही रोकता था जिस की वजह से मैं भी उन लड़के के साथ खेल खेल के ऐसी बातें सीख गया और सेक्स का भी पता चल गया कि ये क्या होता है और कैसे कैसे होता है.
मुझे याद है जब में पहली बार मूठ मार रहा था लेट नाइट जब सब सो गये थे.
गर्मी का मौसम था और हम एक ही रूम में सोते थे क्योंकि एसी सिर्फ़ एक अफोर्ड कर सकते थे.
मैं तेल लगा कर मूठ मार रहा था मुझे बहुत मज़ा आ रहा था जिस की वजह से में तेज़ तेज़ हाथ चला रहा था और पचछक पचछक की आवाज़ निकल रही थी कि अचानक सादिया बाजी ने मुझ से पूछा.
सादिया बाजी: भाई क्या कर रहे हो? क्या बबल गम खा रहे हो?
बिल्कुल वैसी आवाज़ थी जब मूँह खोल के बबल गम को चबाओ
तो मैने फ़ौरन कह दिया....जी बाजी बबल गम खा रहा हूँ.
सादिया बाजी: भाई इतनी रात को बस करो और सो जाओ.
फिर मैने आराम आराम से मूठ मारी और पहली बार फारिग हुआ मुझे बहुत मज़ा आया फिर में सो गया.
कुछ दिन में डेली मूठ मारता रात में फिर में दिन में नहाने जाता तो साबुन लगा के मूठ मारता में बहुत कुछ सीखता डेली कुछ ही महीनो में तक़रीबन फुल सेक्स का पता चल गया मुझे.
हम सब लाइफ को बहुत एंजाय कर रहे थे हम ने इस साल होली भी खेली घर में. भाई काम पे गये हुए थे
मैं और बाकी सब सिस्टर्स घर पे थीं में बाज़ार से काफ़ी कलर ले आया और हम ने फुल तैयारी कर ली.
फिर हम बाहर आ गये गार्डन में और होली स्टार्ट की सब एक दूसरे पे रंग फैंक रहे थे कुछ पानी में रंग मिला के कलर वाला पानी एक दूसरे पे डाल रहे थे.
मैने भी सब सिस्टर पे रंग डाला उन को गालों पे रंग लगाने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मेरा किसी की गान्ड पे हाथ टच होता किसी के बूब्स पे....
सब से ज़्यादा मुझे मज़ा आ रहा था हम काफ़ी देर तक खेलते रहे और मैने पूरा टाइम बहुत मज़ा किया सब के जिस्म को टच कर के फील कर के.
फिर हम सब अंदर आ गये और सब ने नहा के कपड़े चेंज कर लिए.
एक रात हम सब रूम में सो रहे थे मेरी एक साइड पे सादिया बाजी सो रही थी और एक साइड पे भाई सो रहे थे.
मैं सब के सोने का वेट कर रहा था जब सब सो गये मैने मूठ मारना शुरू कर दिया कि मेरे दिमाग़ में आया क्यों ना सादिया बाजी की गान्ड पे टच करूँ.
मैने एक हाथ में अपना लंड जो उस वक़्त छोटा सा था को पकड़ा हुआ था और एक हाथ सादिया बाजी की गान्ड पे रख दिया
कुछ देर मैने अपने हाथ को कोई मूव नही दिया लेकिन मै सादिया बाजी की गान्ड को फील करना चाहता था तो मैने आराम से अपना हाथ मूव किया बाजी की गान्ड पे.
मैं सादिया बाजी की गान्ड पे हाथ फेरने लगा और फिर में अपना हाथ बाजी की गान्ड की लाइन में ले गया मुझे बहुत मज़ा आया क्योंकि वो जगह बहुत गरम थी.
कुछ देर मज़ा करने के बाद में फारिग हो गया और सो गया.
नेक्स्ट नाइट फिर वैसे ही सोए थे हम और दुबारा काफ़ी देर बाद मैने अपना हाथ सादिया बाजी की गान्ड पे रखा और मज़ा करने लगा
लेकिन लालच बढ़ गयी थी तो मैने करवट ली बाजी के पीछे और अपना लेफ्ट हाथ बाजी के ऊपर रखा बाज़ू पे शोल्डर के क़रीब.
सादिया बाजी ने कुछ नही कहा वो सो रही थीं
मैने हिम्मत कर के अपना हाथ मूव किया और बाजी की कमीज़ साइड पे कर के अंदर ले गया और थोड़ा अंदर ले जा कर बाजी के पेट पे रख दिया बाजी का पेट भी गरम था लेकिन बहुत मुलायम था.
कुछ देर बाद मैने अपना हाथ वहाँ से मूव किया और मज़ीद आगे ले गया कि मेरा हाथ बाजी के बूब्स को टच हुआ.
सादिया बाजी साइड पे सो रही थी जिस की वजह से बाजी के बूब्स साइड पे थे और ब्रा लूस हो गया था और तक़रीबन बाजी के हाफ बूब्स ब्रा में थे और बाजी का हाफ ब्रा फ्री था
और मेरा हाथ बाजी के दोनो बूब्स के दरमियाँ था.
मैं सादिया बाजी के बूब्स को फील करने लगा वो बहुत सॉफ्ट और मुलायम थे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
मैं काफ़ी देर सादिया बाजी के बूब्स को फील करता रहा और जब फारिग हुआ तो सो गया.
नेक्स्ट नाइट दुबारा मैने अपना हाथ बाजी की कमीज़ में डाला और बाजी के बूब्स तक पहुँच गया. आप यक़ीन नही करोगे बाजी ने उस रात ब्रा नही पहना हुआ था उफ्फ मेरा तो खुशी से बुरा हाल था खैर मैने आराम से बाजी का लेफ्ट बूब पकड़ लिया और आराम से दबाने लगा फिर मैने बाजी के निपल को टच किया तो वो हार्ड था.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं बाजी के बूब्स के साथ खेलने लगा अचानक बाजी थोड़ा सा हिली तो मैने डर से फ़ौरन अपना हाथ बाहर निकाल लिया .
लेकिन फिर मुझे बाजी की आवाज़ सुनाई दी.
सादिया बाजी: भाई आराम से सो जाओ या उठाऊं इमरान को.
मेरी तो साँस ही ना निकली और मैं कुछ पता नही कब और कैसे सो गया.
सुबह उठा तो सब कुछ नॉर्मल था किसी ने कोई बात नही की और ना ही भाई और सादिया बाजी ने.
उस रात मेरी ऐसी गान्ड फटी कि कई दिन मैने सेक्स का सोचा ही नही.
एक दिन में बाजी सादिया के रूम में गया बाजी बेड पे बैठी हुई थीं. में साथ जा कर बैठ गया.
बाजी क्या बात है आप परेशान लग रही हैं और चुप चुप भी हैं खेरियत तो है ना?
सादिया बाजी: कुछ नही भाई ऐसे ही थक गई हूँ आज कल काम बहुत होता है इस लिए थक जाती हूँ.
बाजी में आप का सर दबा दूं प्लीज़?
सादिया बाजी: नही भाई में ठीक हूँ रहने दो.
बाजी आप लेट जाओ ना प्लीज़ मेरा दिल कर रहा है अपनी प्यारी बाजी का सर दबाने का.
मैने बाजी को ज़बरदस्ती बेड पे लिटा दिया और कुछ देर उनका सर दबाया और फिर बाजी की टांगे दबाने लगा.
मैने बाजी की टाँगों को दबाना शुरू किया तो बाजी को सकून मिलने लगा
कुछ देर बाद बाजी की आँख लग गई अब में बाजी की टाँगों को दबा भी रहा था और फील भी कर रहा था और मज़े कर रहा था.
कुछ देर बाद साइमा अंदर आ गई और मुझे बाजी के पैर दबाते देख कर बोली.
साइमा: अरे वाह भाई तुम्हे पैर दबाना भी आता है ...!!
मेरे पैर तो कभी नही दबाए पैर ... क्या में तुम्हारी बहन नही हूँ.??
बाजी जब आप थकी होंगी तब आप के भी दबा दूंगा.
बाजी उठ गई और मुझे कहा भाई बस करो तुम थक गये होगे. हां साइमा बेटा क्या बात है?
बाजी हम सब को बेटा बुलाती थी.
साइमा: कोई काम नही है बाजी वैसे आ गई वैसे आप की तबीयत तो ठीक है ना छोटा दबा जो रहा है आप को?
सादिया बाजी: हां में ठीक हूँ बस थकी हुई थी तो छोटा ज़िद करने लगा कि बाजी आप लेट जाओ मैं पैर दबा देता हूँ और इस ने इतना मज़े से दबाया कि मेरी आँख लग गई.
साइमा: अच्छा बाजी फिर आप रेस्ट करें में जा रही हूँ
साइमा चली गई तो में बाजी को दुबारा दबाने लगा.
सादिया बाजी: भाई बस करो में ठीक हूँ अब.
नही बाजी कुछ देर तो दबाने दो आज में अपनी बाजी की खिदमत कर लूँ पता नही फिर कब मौका मिलता है.
सादिया बाजी: भाई पढ़ते भी हो या सारा दिन खेलते रहते हो?
पढ़ता हूँ बाजी सारा काम ख़तम कर दिया है इस लिए तो आप के पास बैठा हूँ.
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बाजी आप शादी कब करेंगी ? आप शादी कर लें ना बहुत मज़ा आएगा.
सादिया बाजी: भाई तुम्हे मेरी शादी की फिकर क्यों है इतनी? मैने शादी कर ली तो घर कौन संभालेगा और मैं अपनी सिस्टर्स की शादी पहले करूँगी फिर अपनी का सोचूँगी.
नही बाजी मैं तो वैसे ही कह रहा था क्योंकि सब तक़रीबन आप की एज में शादी कर लेती हैं ना.
बाजी शादी क्यों होती है और शादी कर के क्या फ़ायदा होता है?
में घर में सब से छोटा हूँ और सब को बहुत प्यारा लगता हूँ में जब छोटा था तो बहुत इनोसेंट था...
लेकिन घर वालो की नज़र में और बाहर में किसी लड़की को देखता तो उसकी हर वो चीज़ देखता जो एक हज़्बेंड ही देख सकता है, मतलब अपने दिमाग़ में तस्वीर बना लेता. और इमॅजिन करता था उस का फिगर देखता
बहुत बहुत हरामी हूँ में बचपन से ही.
मेरे मोम डॅड की काफ़ी अरसा पहले मौत हो गई जब में छोटा था
और मेरे भाई और बड़ी बाजी ने हम सब का बहुत ख़याल रखा जॉब कर के हमारी हर ज़रूरत को पूरा किया हमारा सारा बोझ उन पे था.
मेरी बाजी सादिया की जॉब बॅंक में है प्राइवेट बॅंक में. भाई की पहले यहाँ जॉब थी लेकिन उन्हे यूएई का वीसा मिला तो भाई वहाँ चले गये.
घर पर मेरा जब जहाँ दिल करता वहीं सो जाता , कभी किसी सिस्टर के साथ कभी किसी के साथ क्योंकि में सब से छोटा था तो मुझे कोई मना नही करता था.
ये बात काफ़ी साल पहले की है उम्र नही लिख सकता वरना स्टोरी पोस्ट नही होगी
ये कहानी आप देसीबीस डॉटकॉम पर पढ़ रहे है
मेरी बाजी सादिया मुझे नहलाती थीं जब में छोटा था उस वक़्त मुझे सेक्स का कुछ पता नही था
हमारा मुहल्ला बहुत गंदा है .... बच्चे बच्चे को हर बात का पता है.
मोम डॅड थे नही इस लिए कोई मुझे बाहर जाने खेलने या किसी भी बात से नही रोकता था जिस की वजह से मैं भी उन लड़के के साथ खेल खेल के ऐसी बातें सीख गया और सेक्स का भी पता चल गया कि ये क्या होता है और कैसे कैसे होता है.
मुझे याद है जब में पहली बार मूठ मार रहा था लेट नाइट जब सब सो गये थे.
गर्मी का मौसम था और हम एक ही रूम में सोते थे क्योंकि एसी सिर्फ़ एक अफोर्ड कर सकते थे.
मैं तेल लगा कर मूठ मार रहा था मुझे बहुत मज़ा आ रहा था जिस की वजह से में तेज़ तेज़ हाथ चला रहा था और पचछक पचछक की आवाज़ निकल रही थी कि अचानक सादिया बाजी ने मुझ से पूछा.
सादिया बाजी: भाई क्या कर रहे हो? क्या बबल गम खा रहे हो?
बिल्कुल वैसी आवाज़ थी जब मूँह खोल के बबल गम को चबाओ
तो मैने फ़ौरन कह दिया....जी बाजी बबल गम खा रहा हूँ.
सादिया बाजी: भाई इतनी रात को बस करो और सो जाओ.
फिर मैने आराम आराम से मूठ मारी और पहली बार फारिग हुआ मुझे बहुत मज़ा आया फिर में सो गया.
कुछ दिन में डेली मूठ मारता रात में फिर में दिन में नहाने जाता तो साबुन लगा के मूठ मारता में बहुत कुछ सीखता डेली कुछ ही महीनो में तक़रीबन फुल सेक्स का पता चल गया मुझे.
हम सब लाइफ को बहुत एंजाय कर रहे थे हम ने इस साल होली भी खेली घर में. भाई काम पे गये हुए थे
मैं और बाकी सब सिस्टर्स घर पे थीं में बाज़ार से काफ़ी कलर ले आया और हम ने फुल तैयारी कर ली.
फिर हम बाहर आ गये गार्डन में और होली स्टार्ट की सब एक दूसरे पे रंग फैंक रहे थे कुछ पानी में रंग मिला के कलर वाला पानी एक दूसरे पे डाल रहे थे.
मैने भी सब सिस्टर पे रंग डाला उन को गालों पे रंग लगाने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था मेरा किसी की गान्ड पे हाथ टच होता किसी के बूब्स पे....
सब से ज़्यादा मुझे मज़ा आ रहा था हम काफ़ी देर तक खेलते रहे और मैने पूरा टाइम बहुत मज़ा किया सब के जिस्म को टच कर के फील कर के.
फिर हम सब अंदर आ गये और सब ने नहा के कपड़े चेंज कर लिए.
एक रात हम सब रूम में सो रहे थे मेरी एक साइड पे सादिया बाजी सो रही थी और एक साइड पे भाई सो रहे थे.
मैं सब के सोने का वेट कर रहा था जब सब सो गये मैने मूठ मारना शुरू कर दिया कि मेरे दिमाग़ में आया क्यों ना सादिया बाजी की गान्ड पे टच करूँ.
मैने एक हाथ में अपना लंड जो उस वक़्त छोटा सा था को पकड़ा हुआ था और एक हाथ सादिया बाजी की गान्ड पे रख दिया
कुछ देर मैने अपने हाथ को कोई मूव नही दिया लेकिन मै सादिया बाजी की गान्ड को फील करना चाहता था तो मैने आराम से अपना हाथ मूव किया बाजी की गान्ड पे.
मैं सादिया बाजी की गान्ड पे हाथ फेरने लगा और फिर में अपना हाथ बाजी की गान्ड की लाइन में ले गया मुझे बहुत मज़ा आया क्योंकि वो जगह बहुत गरम थी.
कुछ देर मज़ा करने के बाद में फारिग हो गया और सो गया.
नेक्स्ट नाइट फिर वैसे ही सोए थे हम और दुबारा काफ़ी देर बाद मैने अपना हाथ सादिया बाजी की गान्ड पे रखा और मज़ा करने लगा
लेकिन लालच बढ़ गयी थी तो मैने करवट ली बाजी के पीछे और अपना लेफ्ट हाथ बाजी के ऊपर रखा बाज़ू पे शोल्डर के क़रीब.
सादिया बाजी ने कुछ नही कहा वो सो रही थीं
मैने हिम्मत कर के अपना हाथ मूव किया और बाजी की कमीज़ साइड पे कर के अंदर ले गया और थोड़ा अंदर ले जा कर बाजी के पेट पे रख दिया बाजी का पेट भी गरम था लेकिन बहुत मुलायम था.
कुछ देर बाद मैने अपना हाथ वहाँ से मूव किया और मज़ीद आगे ले गया कि मेरा हाथ बाजी के बूब्स को टच हुआ.
सादिया बाजी साइड पे सो रही थी जिस की वजह से बाजी के बूब्स साइड पे थे और ब्रा लूस हो गया था और तक़रीबन बाजी के हाफ बूब्स ब्रा में थे और बाजी का हाफ ब्रा फ्री था
और मेरा हाथ बाजी के दोनो बूब्स के दरमियाँ था.
मैं सादिया बाजी के बूब्स को फील करने लगा वो बहुत सॉफ्ट और मुलायम थे मुझे बहुत मज़ा आ रहा था
मैं काफ़ी देर सादिया बाजी के बूब्स को फील करता रहा और जब फारिग हुआ तो सो गया.
नेक्स्ट नाइट दुबारा मैने अपना हाथ बाजी की कमीज़ में डाला और बाजी के बूब्स तक पहुँच गया. आप यक़ीन नही करोगे बाजी ने उस रात ब्रा नही पहना हुआ था उफ्फ मेरा तो खुशी से बुरा हाल था खैर मैने आराम से बाजी का लेफ्ट बूब पकड़ लिया और आराम से दबाने लगा फिर मैने बाजी के निपल को टच किया तो वो हार्ड था.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं बाजी के बूब्स के साथ खेलने लगा अचानक बाजी थोड़ा सा हिली तो मैने डर से फ़ौरन अपना हाथ बाहर निकाल लिया .
लेकिन फिर मुझे बाजी की आवाज़ सुनाई दी.
सादिया बाजी: भाई आराम से सो जाओ या उठाऊं इमरान को.
मेरी तो साँस ही ना निकली और मैं कुछ पता नही कब और कैसे सो गया.
सुबह उठा तो सब कुछ नॉर्मल था किसी ने कोई बात नही की और ना ही भाई और सादिया बाजी ने.
उस रात मेरी ऐसी गान्ड फटी कि कई दिन मैने सेक्स का सोचा ही नही.
एक दिन में बाजी सादिया के रूम में गया बाजी बेड पे बैठी हुई थीं. में साथ जा कर बैठ गया.
बाजी क्या बात है आप परेशान लग रही हैं और चुप चुप भी हैं खेरियत तो है ना?
सादिया बाजी: कुछ नही भाई ऐसे ही थक गई हूँ आज कल काम बहुत होता है इस लिए थक जाती हूँ.
बाजी में आप का सर दबा दूं प्लीज़?
सादिया बाजी: नही भाई में ठीक हूँ रहने दो.
बाजी आप लेट जाओ ना प्लीज़ मेरा दिल कर रहा है अपनी प्यारी बाजी का सर दबाने का.
मैने बाजी को ज़बरदस्ती बेड पे लिटा दिया और कुछ देर उनका सर दबाया और फिर बाजी की टांगे दबाने लगा.
मैने बाजी की टाँगों को दबाना शुरू किया तो बाजी को सकून मिलने लगा
कुछ देर बाद बाजी की आँख लग गई अब में बाजी की टाँगों को दबा भी रहा था और फील भी कर रहा था और मज़े कर रहा था.
कुछ देर बाद साइमा अंदर आ गई और मुझे बाजी के पैर दबाते देख कर बोली.
साइमा: अरे वाह भाई तुम्हे पैर दबाना भी आता है ...!!
मेरे पैर तो कभी नही दबाए पैर ... क्या में तुम्हारी बहन नही हूँ.??
बाजी जब आप थकी होंगी तब आप के भी दबा दूंगा.
बाजी उठ गई और मुझे कहा भाई बस करो तुम थक गये होगे. हां साइमा बेटा क्या बात है?
बाजी हम सब को बेटा बुलाती थी.
साइमा: कोई काम नही है बाजी वैसे आ गई वैसे आप की तबीयत तो ठीक है ना छोटा दबा जो रहा है आप को?
सादिया बाजी: हां में ठीक हूँ बस थकी हुई थी तो छोटा ज़िद करने लगा कि बाजी आप लेट जाओ मैं पैर दबा देता हूँ और इस ने इतना मज़े से दबाया कि मेरी आँख लग गई.
साइमा: अच्छा बाजी फिर आप रेस्ट करें में जा रही हूँ
साइमा चली गई तो में बाजी को दुबारा दबाने लगा.
सादिया बाजी: भाई बस करो में ठीक हूँ अब.
नही बाजी कुछ देर तो दबाने दो आज में अपनी बाजी की खिदमत कर लूँ पता नही फिर कब मौका मिलता है.
सादिया बाजी: भाई पढ़ते भी हो या सारा दिन खेलते रहते हो?
पढ़ता हूँ बाजी सारा काम ख़तम कर दिया है इस लिए तो आप के पास बैठा हूँ.
ये कहानी आप देसीबीस डॉटकॉम पर पढ़ रहे है
बाजी आप शादी कब करेंगी ? आप शादी कर लें ना बहुत मज़ा आएगा.
सादिया बाजी: भाई तुम्हे मेरी शादी की फिकर क्यों है इतनी? मैने शादी कर ली तो घर कौन संभालेगा और मैं अपनी सिस्टर्स की शादी पहले करूँगी फिर अपनी का सोचूँगी.
नही बाजी मैं तो वैसे ही कह रहा था क्योंकि सब तक़रीबन आप की एज में शादी कर लेती हैं ना.
बाजी शादी क्यों होती है और शादी कर के क्या फ़ायदा होता है?