सुनीता आंटी के लंबे बाल
दोस्तों आज मै आपके सामने अपनी एक सच्ची घटना रखना चाहता हूं , मेरा नाम लव गुर्जर है मै कैथल अर्बन एसटेट मे रहता हुं।
यह कहानी मेरी पडोसन आंटी सुनीता की है
अब कहानी पे आता हू
हमारे पडोस मे घर के सामने एक आंटी है , उनका एक बेटा एक बेटी है जो कालेज मे पढते है
आंटी की उमर चालिस के आस पास है ।
आंटी के लंबे सिलकी बाल है , मै शुरू से ही लंबे बालो का दीवाना था अक्सर बस और रेल मे भीड का फायदा उठाकर लेडिस के बालो मे हाथ घुमाता था और खुशबू फील करता था
सुनीता आंटी का घर हमारे घर के सामने था और मेरा रुम छत पर था जब भी आंटी अपने बाल धोती तो वो उनको सुखाने के लिये उनकी छत पर आ जाती थी ,मै उन्हे अपने रुम की खिडकी से छुप कर देखता था और मुठ मारता था
वो छत पर आकर बालो को तोलिये से पोछ रही थी उनके लंबे बालो से पानी टपक रहा था तभी वो छत पर निचे बैठ गयी और धुप मे जुलफो को सूखा रही थी , मै मन ही मन सोच रहा था के आखिर कब वो दिन आयेगा जब मै आंटी के बालो से खेलूगा
तभी आंटी अपने बालो मे कंघी करने लगी और कंघी करके कंघी मे फसे बालो को निचे गली मे फेक दिया मै झट से निचे गया और उनके बालो को उठा लाया उनके बालो को सूंघा और अपने लोडे पर रगडने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था
फिर एसे ही दो साल निकल गये ,मै दिल्ली जाब करने चला गया
मै दिल्ली से कैथल आया मेरे मामा के लडके की शादी थी सब घर वाले शादी मे जाने की तैयारी कर रहे थे मै भी तैयार था लेकिन उस दिन मुझे शादी के लिये कपडे लेने थे , मै शादी मे अगले दिन जाने वाला था , मेरे पापा मम्मी , भाई सब शादी मे चले गये
मै घर पर अकेला था
तकरीबन शाम के चार बजे हुये थे
तभी डोर बैल बजी मैने दरवाजा खोला तो देखा सामने सुनीता अांटी थी
मैने उनको नमस्ते की उन्होने सलवार कमीज पहन रखी थी और बहुत सुंदर लग रही थी उनका गठीला बदन देखके मेरा दिल मचल रहा था
आंटी अंदर आयी और पुछने लगी के तेरी मम्मी कंहा है ,मैने कह दिया के सब शादी मे गये है
बोलिये कया काम है तो उन्होने कहा कुछ नही
मैने पुछा ऎसे कैसे कुछ तो काम होगा बता दीजिए मै कर दुगा काम तो उनहोने कहा नही काम तुम्हारी मम्मी से था बालों मे तेल लगवाना था कोई बात नही मै खूद लगा लूंगी।
वो वापिस अपने घर जाने लगी सुनहरा मॊका मेरे हाथ से जा रहा था ,मैने थोडा सोचा और आंटी को अावाज लगायी और कहा आंटी आप मेरे लिये चाय बना दीजिए तो उन्होने कहा ठीक है आंटी किचन मे गयी उनके बाल खुले थे भीगे हुये उनसे पानी टपक कर सलवार भीगी हुई थी ,दिल कर रहा था बस अभी पकड लू उनको लेकिन ये सब इतना आसान नही होता ,मै डर रहा था डर के मारे लंड भी नही खडा हो रहा था
तभी आंटी दो कप मे चाय ले आयी और हमारे बैड पर आगे बैठ गयी हम दोनो चाय पी रहे थे। आंटी ने मुझसे पुछा नौकरी कैसी चल रही है मैने कहा सब अच्छा है मै शर्मा रहा था
अांटी ने बैठे बैठे चाय का कप नीचे रखा और अपने बालो मे हाथ फेरने लगी मैने पंखा चला दिया
आंटी को कहा के अब सुखा लो अब जल्दी सूख जायेगे आंटी ने मुझे समाईल दी , सारा कमरा बालो की खुशबू से महक रहा था, मैने आंटी से को कहा के बडी अच्छी खुशबू है ,वो बोली हा शैम्पू की खुशबू है
मैने डरते डरते आंटी से कहा के ये लो आप कंघी यही बैठके करलो कंघी, उन्होने कहा ठीक है और वो कंघी करने लगी मेरे मन का सैतान जाग रहा था मैने अपनी चाय खत्म कर दी और आंटी चाय पी रही था मैने आंटी से कहा आप चाय पी लीजिए वरना ठंडी हो जायेगी। अापके बालो मे कंघी मै कर देता हू
मेरे माथे से पसीना आ रहा था लेकिन आंटी ने कहा ठीक है और वो मेरी तरफ अपनी पीठ करके बैठ गयी मै हैरान था के आज मेरा सपना पूरा होगा जिन बालों का मै दिवाना था , आज वो बाल मेरे हाथों मे थे
मैने झट से कंघी ली और उनके बालो मे डाल दी उनहोने कहा जरा आराम से दर्द मत करना मैने कहा ठीक है उनके बालो हाथ मे लेके देखा बहुत मजा आ रहा था जैसे सवर्ग मे हूं , कंघी करते करते उनके बाल मेरी टांगो पे आ रहे थे ,मै खुशबू से पागल हुआ जा रहा था
मुझे पता ही नही चला कब मै आंटी के बहुत करीब पहुच गया मैने अपनी टांगे फैला ली और उनकी गांड से सट गया आंटी आराम से बैठी थी
मैने बालो मे अपना चेहरा डाल लिया उसी टाईम आंटी ने देख लिया मै डर गया
लेकिन अांटी ने कुछ नही कहा आंटी के बाल सहलाने से उनको भी बहुत मजा आ रहा होगा और वो थोडा और पिछे की तरफ हो गयी मेरा लोडा उनके चूतडो से बिल्कुल चिपक गया मैने उनसे कहा के आपके बाल बहुत सिलकी है क्या मै इनको चूम सकता हूं उन्होने कहा चूम लो लेकिन जल्दी करो मुझे घर जाना है तेरे अंकल आने वाले है मै उनको बालो को चुमने चाटने लगा उनको भी मजा अा रहा था , आंटी मेरी तरफ देखकर बोली के बस करो अब इतना प्यार करते हो कया मेरे बालों से, मैने उनको देखा और कहा हा मै आपको और अापके बाल दोनो का दिवाना हू
आंटी गुस्सा हुई बोली के ये क्या कह रहा है मै तुम्से बहुत बडी हूं सोच समझ कर बोलो और वो उठने लगी दरवाजे की तरफ जाने लगी मैने पिछे से उनको जोर की जफ्फी डाल ली उनकी पीठ को चूमने लगा उनहोने कहा नही ये ठीक नही है
कोई देख लेगा हमारी बदनामी होगी मैने कहा आज मेरे घर कोई नही है , हम किसी को नही बतायेंगे मैने उनको बांहो मे भर लिया वो मेरा साथ देने लगी मै उनके लंबे बालो से खेलने लगा
उनके मोटे चूतडो को दबाने लगा उनकी सांस तेज चलने लगी तभी मैने उनके गाल चूमने शुरु कर दिये
उन्होने मेरे होठ अपने होठों मे ले लिये और मेरी जीभ को चूसने लगी मैने भी उनका सारा थूक पी लिया उनकी जीभ को खाने लगा सांसों से सांस टकरा रही थी ,उनका थूक बहुत मिट्ठा था जैसे शहद हो
मै पांच मिनट तक होठों को चाटता रहा
फीर मैने उनको बैड पे लिटा दिया उनकी गर्दन को चुमने लगा उनके चु्चे बडे बडे दिख रहे थे मैने उनका सूट निकाल दिया और उनके टाईट चूचो का दूध पीने लगा इस उमर मे भी उनके बूबस बहुत प्यारे थे बहुत गोरे थे, हम दोनो बिल्कुल नंगे हो गये मै उनकी नंगी गांड को देखता ही रह गया उनका फिगर और गांड के उपर लंबे बाल देखकर पागल हुआ जा रहा था वो मेरे उपर आयी और अपने बालो को मेरे सिने पे रख दिया मुझे गुदगुदी होने लगी उनहोने मेरे लोडे को अपने बालो मे छुपा लिया मै मजे से पागल हुआ जा रहा था ,उनके कोमल बालो का एहसास मेरे लंड को और मजबूत बना रहा था, उनका थोडा पेट निकला हुआ था लेकिन चूतड विशाल थे मै उनके हिप्स को चाटने लगा वो गांड को हिलाने लगी
कहने लगी आज टाईम नही है तेरे अंकल आने वाले है इतना प्यार फेर कर लेना वो डर रही थी कल को तुम शादी से जल्दी आ जाना फिर जितना मरजी चूम लेना
अभी जल्दी करो मैने तभी उनको घोडी बनाया और उनकी प्यारी चूत मे लंड डालने लगा उनको ज्यादा दर्द नही हो रहा था उनकी चूत इतनी टाइट नही थी लोडा झट से अंदर चला गया मैने उनके बालो को पकडा और लोडे को अंदर बाहर करने लगा हम दोनो को बोहत मजा आ रहा था ,उनहोने मुझसे आई लव यू कहा और गांड आगे पिछे करने लगी मै उनके बडे स्तन को दबाने लगा और लगभग आठ मिनट बाद मैने अपना वीर्य निकाल दिया ,विर्य चूत के अंदर जाते ही शरीर चर्म सीमा पर था
हम दोनो बाहो मे बाहे डालकर लेट गये एक दुसरे को चुमने चाटने लगे सांसों की खुशबू लेने लगे
मैने आंटी को कहा जान मै तुमसे बहुत प्यार करता है और एसे ही करता रहूगा उन्होने ने कहा के मैने आज पहली बार किसी दूसरे इंसान से सैक्स किया है प्लीज मेरी इज्जत रखना ,कभी किसी को मत बताना मैने उनको कहा आई लव यू अब तुम मेरी हो सुनीता फीकर मत करो जोर के गले से लगा लिया
मै उनको सूट सलवार पहनाने लगा उनके बालो का जुडा बना दिया उनहोने मुझे टी सर्ट पहना दी हम दोनो एसे ही पांच मिनट लेटे रहे
अंधेरा हो गया था वो अपने घर चली गयी
उसके बाद मै बहुत बार उनको चोदता हूं वो भी मुझे बहुत प्यार करती है उनके बालो से खेलता हू ब मेरी शादी हो गयी है लेकिन मेरी पत्नी के बाल उनके बालो की तरह रेशमी नही है उनके बालो मे सोने का मजा बस उनके बालो मे ही है
उनके बाद मैने किसी और महिला से सेक्स नही किया बस मेरी पत्नी और सुनीता आंटी मै बस उन दोनो को चाहता हूं कोई भी कैथल की आंटी भाभी मुझसे मिलने की कोशिश ना करे